भारत में दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया : वैधानिक उपाय तथा संबंधित मुद्दे
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने बच्चे को गोद लेने में शामिल कानूनी प्रक्रिया को सरल बनाने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति व्यक्त की। भारत में वर्तमान समय में गोद लेने की प्रक्रिया अत्यंत जटिल है। परिणामस्वरूप, हमारे देश में सालाना आधार पर केवल 4,000 बच्चों को ही गोद लिया जाता है। कोविड-19 महामारी के दौरान तो यह समस्या और भी विकट हो गई, क्योंकि महामारी के कारण भारत में अनाथ हुए बच्चों की संख्या में व्यापक वृद्धि हुई तथा इस दौरान बच्चों को अवैध तरीके से गोद लेने के कई प्रकरण भी सामने आए।
- महिला ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 धारणीय कृषि: रोजगार, स्वास्थ्य एवं पर्यावरणीय संतुलन की आधारशिला
- 2 राष्ट्रीय खेल नीति 2025
- 3 भारत की जैव अर्थव्यवस्था: सतत और समानतामूलक विकास की प्रेरक शक्ति
- 4 भारत में शहरी लचीलापन: सतत अस्तित्व की रूपरेखा
- 5 आतंकवादी वित्तपोषण के जोखिम: सीमाओं से परे एक अदृश्य ख़तरा
- 6 क्या भारत के शहर साइबर चुनौतियों का सामना करने को तैयार हैं?
- 7 परंपरागत चिकित्सा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता: प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का सेतु
- 8 भविष्य के लिए कौशल: भारत के कार्यबल परिदृश्य का रूपांतरण
- 9 NISAR मिशन: भारत–अमेरिका की अंतरिक्ष साझेदारी का नया अध्याय
- 10 भारत की वर्तमान व्यापार वार्ताएं
करेंट अफेयर्स के चर्चित मुद्दे
- 1 वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र : आवश्यकता एवं महत्व
- 2 भारतीय उद्यमिता क्षेत्र में महिलाएं : नीतियां, अवसर एवं चुनौतियां
- 3 महामारी नियंत्रण एवं बौद्धिक सम्पदा अधिकार : समन्वय की आवश्यकता एवं औचित्य
- 4 चरम जलवायु घटनाएं : प्रभावशीलता एवं उपशमन पहलें
- 5 भारत-मॉरीशस : हिंद-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार
- 6 राजभाषा हिंदी तथा भारतीय संविधान