बिहार का पहला कछुआ पुनर्वास केंद्र
- बिहार के भागलपुर वन प्रभाग के सुंदरवन में कछुओं के लिये पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन किये जाने की योजना है। जहां घायल या बीमार कछुओं को स्वस्थ होने तक रखा जाएगा और स्वस्थ होने के बाद उन्हें उनके अधिवास में छोड़ दिया जाएगा।
प्रमुख तथ्य
- यह पुनर्वास केंद्र (rehabilitation centre) मीठे पानी कछुओं (freshwater turtles) के पुनर्वास के लिये बनाया जा रहा पहला केंद्र है, जो लगभग आधे एकड़ भूमि में फैला है तथा एक समय में लगभग 500 कछुओं को आश्रय देने में सक्षम होगा।
- बचाव दल द्वारा तस्करों से बचाए जाने के दौरान कई कछुओं के गंभीर रूप से ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 अंतरराष्ट्रीय चंद्र अनुसंधान स्टेशन
- 2 ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV)
- 3 सेल्फ-एमप्लीफाइंग mRNA (saRNA) वैक्सीन
- 4 भविष्य का सर्कुलर कोलाइडर
- 5 खारे पानी के उपचार हेतु सोलर एवैपोरेटर
- 6 शनि को 128 नए आधिकारिक चंद्रमा प्राप्त हुए
- 7 डेटा सेंटरों के लिए ऊर्जा की मांग दोगुनी होने की संभावना: IEA
- 8 'हिम अद्यतन रिपोर्ट'
- 9 सुनामी प्रवण क्षेत्र
- 10 डायटम्स
करेंट अफेयर्स न्यूज़
- 1 भुवन पंचायत वेब पोर्टल
- 2 भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र
- 3 व्यावसायीकरण हेतु सामुदायिक संसाधनों का हस्तांतरण
- 4 नीति आयोग एवं लद्दाख के मध्य समझौता
- 5 विश्व के सबसे तीव्र गति से वृद्धिशील शहर
- 6 चीन की विकास दर में उल्लेखनीय कमी
- 7 सहयोग-कैजिनः भारत-जापान नौसेना अभ्यास
- 8 स्टैच्यू ऑफ यूनिटी-8 वंडर्स ऑफ एससीओ में शामिल
- 9 संयुक्त राष्ट्र द्वारा भारत के जयपुर शहर में साहित्य महोत्सव का आयोजन
- 10 2020 की अमेरिकी जनगणना में सिख अलग जातीय समूह
- 11 वैश्विक तापमान वृद्धि में सीएफसी का योगदानः अध्ययन
- 12 ग्लोबल मरीन इकोसिस्टम मीट
- 13 डब्ल्यूईएफ की 1t.org पहल
- 14 जीसैट-30 का सफल प्रक्षेपण
- 15 विश्व का पहला आर्टिफिशियल ह्यूमन ‘नियॉन’
- 16 वैश्विक टीबी कार्यक्रम में भारतीय नैदानिक परीक्षण शामिल