सुनामी प्रवण क्षेत्र

  • हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (INCOIS) द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, भारत के सभी तटीय राज्य और केंद्रशासित प्रदेश दो प्रमुख सुनामी-स्रोत क्षेत्रों के प्रभाव की चपेट में आ सकते हैं।
  • अंडमान-निकोबार-सुमात्रा द्वीपीय चाप: यह क्षेत्र भूकंपीय दृष्टि से अत्यंत सक्रिय है और पूर्वी तटों के लिए सुनामी का प्रमुख स्रोत माना जाता है।
  • मकरान सबडक्शन ज़ोन: यह एक प्लेट विवर्तनिकी सीमा (Tectonic Plate Boundary) है, जहाँ अरब सागर प्लेट, यूरेशियन प्लेट के नीचे धंस रही है। यह ज़ोन मुख्यतः दक्षिण-पूर्वी ईरान और दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान के समुद्री क्षेत्र में स्थित है और भारत के पश्चिमी तट के ....
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