भूमिगत जल में यूरेनियम संदूषण
केंद्रीय भूमिगत जल बोर्ड, राज्य भूमिगत जल बोर्ड और डड्ढूक विश्वविद्यालय (USA) के द्वारा हाल ही में किये गए अध्ययन के अनुसार भारत के कुछ राज्य/केंद्रशासित प्रदेश के कुछ क्षेत्रें में यूरेनियम संदूषण पाया गया है_ यह संदूषण 30 माइक्रोग्राम प्रति लीटर से ज्यादा है। WHO के अनुसार 30 माइक्रोग्राम/ लीटर से ज्यादा यूरेनियम संदूषण वाला पानी पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
- आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और जम्मू कश्मीर के कुछ क्षेत्रें में यूरेनियम संदूषण है। भूमिगत जल का प्रयोग मुख्यतः सिंचाई के साथ-साथ पीने ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 नेपाल इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (IBCA) में शामिल
- 2 गृह (GRIHA-Green Rating for Integrated Habitat Assessment) रेटिंग
- 3 हाल ही में चर्चा में रही महत्त्वपूर्ण वनस्पति एवं जंतु प्रजातियां
- 4 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र
- 5 “कोल्ड पूल” का समुद्र की सतह पर प्रभाव
- 6 भारत की ब्लू इकॉनमी का रूपांतरणः निवेश, नवाचार एवं सतत विकास
- 7 भारत का प्रथम ग्रीन हाइड्रोजन संयंत्र
- 8 एनवायर्नमेंटल डीएनए (eDNA)
- 9 राइजोटोप प्रोजेक्ट
- 10 लाइकेन की नयी प्रजाति “एलोग्राफ़ा इफ्यूसोरेडिक”