भूमिगत जल की कमी और टेक्टोनिक प्लेट की गति
इंडियन इंस्ट्यूट ऑफ जीयो मेंग्नेटिज्म के एक शोध के अनुसार, भूमिगत जल की कमी ने भारतीय टेक्टोनिक प्लेट के प्रत्याकर्षण दर को 12% कम कर दिया है। इसके कारण हिमालयी क्षेत्र में भूकम्प का खतरा घटा है गर्मी के मौसम में भूमिगत जल की उपलब्धता कम होती है।
- भारत का हिमालय क्षेत्र भूकम्पीय क्षेत्र में पड़ता है। यह पूरा क्षेत्र भूकम्प की सबसे ज्यादा संभावना वाला क्षेत्र है। इस क्षेत्र में जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात का कच्छए उत्तर प्रदेश, बिहार, संपूर्ण पूर्वोत्तर व भारत शामिल है।
- इस शोध हेतु GPS से प्राप्त डेटा को ‘ग्रेविटी रिकवरी एवं ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 काजीरंगा टाइगर रिजर्व
- 2 विंटर फॉग एक्सपेरिमेंट (WiFEX)
- 3 विश्व जैव उत्पाद दिवस 2025
- 4 राइनो DNA इंडेक्स सिस्टम (RhoDIS) इंडिया प्रोग्राम
- 5 ध्रुवीय प्रतिचक्रवात (Polar Anticyclone)
- 6 ग्रीन क्लाइमेट फंड
- 7 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण वनस्पति एवं जंतु प्रजातियां
- 8 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र
- 9 रोल क्लाउड
- 10 सी-फ्लड: एकीकृत बाढ़ पूर्वानुमान प्रणाली