आर्मीनिया-अज़रबैजान के मध्य हिंसक संघर्ष
- हाल ही में आर्मीनिया और अज़रबैजान के बीच विवादित नागोर्नो-काराबाख (Nagorno-Karabakh) क्षेत्र को लेकर एक बार फिर हिंसक संघर्ष की प्रारम्भ हो गया है। जिसके कारण इस क्षेत्र में स्थिरता और शांति स्थापित करने के प्रयासों को लेकर चिंताएँ और अधिक बढ़ गई हैं।
प्रमुख बिंदु
- दोनों देशों के बीच हुए हिंसक संघर्ष के कारण अब तक 16 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
- मध्य एशियाई देश आर्मीनिया और अज़रबैजान के मध्य बीते चार दशक से भी अधिक समय से चल रहे क्षेत्रीय विवाद और जातीय संघर्ष ने नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र के आर्थिक,सामाजिक ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 रूस ने तालिबान सरकार को औपचारिक मान्यता दी
- 2 भारत-सऊदी अरब के बीच सहयोग को नई मजबूती
- 3 अमेरिका ने TRF को आतंकवादी संगठन घोषित किया
- 4 भारत-चीन ने एलएसी स्थिति की समीक्षा की
- 5 फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस
- 6 ब्लू नाइल नदी
- 7 सीरिया
- 8 भारत एवं ब्रिटेन के मध्य व्यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौता (CETA)
- 9 भारत का कुल विदेशी व्यापार
- 10 फ्रांस एवं ब्रिटेन ने ऐतिहासिक परमाणु समन्वय संधि पर हस्ताक्षर किए

- 1 गिलगित-बाल्टिस्तान पूर्ण प्रांत का विवाद
- 2 भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता
- 3 भारत-जापान लॉजिस्टिक्स समझौता
- 4 शंघाई सहयोग संगठन की मंत्रिस्तरीय बैठक
- 5 भारत महिलाओं की स्थिति पर आयोग का सदस्य बना
- 6 तुर्की तथा ग्रीस के मध्य तनाव एवं नाटो
- 7 जिबूती आचार संहिता एवं भारत
- 8 इज़राइल-यूएई-बहरीन एवं अब्राहम एकॉर्ड
- 9 अंतर-अफगान शांति वार्ता एवं भारत
- 10 क़तर के श्रम कानूनों में सुधार
- 11 नई सामरिक शस्त्र न्यूनीकरण संधि- न्यू स्टार्ट