चीन-ताइवान संकट : वर्तमान परिप्रेक्ष्य तथा वैश्विक निहितार्थ
हाल ही में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा (House of Representatives) की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने सिंगापुर, मलेशिया, ताइवान एवं दक्षिण कोरिया की यात्रा संपन्न की| चीन, नैंसी पेलोसी की यात्रा की अनुमति को ताइवान पर अपनी संप्रभुता के प्रति चुनौती के रूप में मानता है तथा इसके कारण चीन-अमेरिका एवं चीन-ताइवान संबंधों में तनाव बढ़ गया है| यात्रा से पूर्व चीन ने अमेरिका को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी तथा चीन की सेना द्वारा सैन्य युद्ध अभ्यास किया गया।
- हालांकि, अमेरिका ने इस यात्रा को महत्व नहीं दिया और इस यात्रा को सदन के अध्यक्ष का निजी मामला बताया। अमेरिका ने ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 जलीय कृषि में प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग: सतत भविष्य का आधार
- 2 भारत का समुद्री भू-आधिकार: अरब सागर के विस्तारित महाद्वीपीय शेल्फ पर विधिक दावा
- 3 भारत में ई-कॉमर्स का तेजी से बढ़ता विस्तार: उपभोक्ता अधिकारों की सुरक्षा
- 4 भारतीय कानूनों में लैंगिक तटस्थता: एक अधूरा एजेंडा
- 5 मानव विकास रिपोर्ट में भारत: प्रगति की झलक एवं एआई युग में समावेशी विकास की चुनौतियां
- 6 समावेशी डिजिटल पहुंच: जीवन एवं स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का अभिन्न अंग
- 7 वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ भारत की बहु-आयामी रणनीति: विश्लेषण
- 8 भारत में जाति जनगणना: नीतिगत सुधार एवं सामाजिक समावेशन की दिशा में कदम
- 9 भारत में नागरिक सुरक्षा: चुनौतियां, तैयारी और सुधार की दिशा
- 10 डि-एक्सटिंक्शन: एक नीतिशास्त्रीय दृष्टिकोण