काराकोरम विसंगति
हाल ही में भोपाल स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजूकेशन एंड रिसर्च (Institute of Science Education and Research - IISER)द्वारा काराकोरम रेंज में स्थित ग्लेशियरों पर एक शोध किया गया है| शोध का विषय 'काराकोरम विसंगति' (Karakoram Anomaly) है| इसे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम द्वारा समर्थन दिया गया है।
मुख्य बिंदु
पिछले कुछ दशकों से ‘मध्य कराकोरम’ (Central Karakoram) के ग्लेशियर आश्चर्यजनक रूप से या तो अपरिवर्तित रहे हैं या उनमें बहुत कम परिवर्तन हुआ है, जिसे काराकोरम विसंगति के रूप में जाना जाता है|
- हालांकि यह व्यवहार काराकोरम के छोटे क्षेत्र तक ही सीमित पाया ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 ट्रांस-फैट्स
- 2 ब्रिक्स ऊर्जा मंत्रियों की बैठक
- 3 प्रोजेक्ट SeaCURE
- 4 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण वनस्पति एवं जंतु प्रजातियां
- 5 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र
- 6 पूर्वोत्तर भारत का पहला भूतापीय उत्पादन कुआं
- 7 BRS कन्वेंशंस के लिए पक्षकारों का सम्मेलन (CoP)
- 8 ग्लोबल एनवायरनमेंट फैसिलिटी (GEF)
- 9 लद्दाख में हिम तेंदुए से संबंधित अध्ययन
- 10 हेसरघट्टा घासभूमि संरक्षण रिजर्व