बीसवीं शताब्दी के अंतिम दशक से देश में ग्रामीण विकेंद्रीकरण की दिशा में व्यापक प्रयास किए गए हैं, किंतु ग्राम पंचायतों ने अपेक्षित क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया है। आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए।

उत्तरः लोकतांत्रिक प्रणाली को स्थानीय स्तर तक विकेंद्रीकृत करने के लिए बीसवीं शताब्दी के अंतिम दशक में संविधान में 73वें एवं 74वें संशोधन किए गए। इस प्रकार, नगर पंचायतों ग्राम पंचायतों की स्थापना की गई तथा विकास प्रक्रिया में लोगों के निर्णय लेने की भागीदारी को बढ़ावा दिया गया। ग्राम पंचायतों द्वारा अपेक्षित परिणाम प्रदान न किए जाने के अनेक कारण हैं:

  • वर्तमान समय तक पंचायती राज संस्थाओं को अपेक्षित शक्तियां एवं संसाधन प्रदान नहीं किए गए हैं।
  • ग्राम पंचायतें स्वशासन की संस्थाओं के रूप में स्थापित की गई थी किंतु, इन निकायों को आमतौर पर केवल संघीय एवं राज्य ....
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