अभिवृत्ति स्थिर नहीं होती है; बल्कि समय और अनुभवों के साथ विकसित होती है। चर्चा कीजिए।

उत्तर: अभिवृत्ति किसी वस्तु, व्यक्ति या परिस्थिति का पक्ष या विपक्ष में मूल्यांकन करने की मनोवैज्ञानिक प्रवृत्ति है, जो व्यक्तिगत अनुभवों, सामाजिक प्रभावों और भावनाओं से प्रभावित होती है तथा निरंतर परिवर्तित होती रहती है। उदाहरण के लिए, कोई व्यक्ति प्रौद्योगिकी के प्रति नकारात्मक अभिवृत्ति रख सकता है किंतु नए अनुभवों से कभी भी उसकी अभिवृत्ति सकारात्मक हो सकती है।

अभिवृत्ति: समय और अनुभवों के साथ बदलाव

  • विभिन्न दृष्टिकोणों से परिचित होना: विभिन्न पृष्ठभूमियों के लोगों के साथ अंतःक्रिया या विभिन्न संस्कृतियों के ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

प्रश्न पत्र