वि-वैश्वीकरण (De-Globalisation) से आप क्या समझते हैं? वि-वैश्वीकरण (De-Globalisation) की प्रक्रिया में योगदान करने वाले कारकों और भारत पर इसके प्रभावों का वर्णन करें।

उत्तरः वि-वैश्वीकरण की प्रक्रिया के अंतर्गत घरेलू बाजार को सुरक्षा प्रदान करने के लिए टैरिफ तथा मात्रात्मक बाधाओं का प्रयोग किया जाता है जिससे विभिन्न देशों के मध्य लोगों, उत्पादों एवं सेवाओं के मुक्त आवागमन में बाधा आती है। संरक्षणवाद वि-वैश्वीकरण की एक प्रमुख विशेषता है।

वि-वैश्वीकरण में योगदान करने वाले कारक

कोविड-19 महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था तथा आपूर्ति श्रृंखला को प्रभावित किया है। इस काल में अंतरराष्ट्रीय सहयोग तथा अन्योन्याश्रयता में कमी देखने को मिली।

  • ब्रेक्सिट के ब्रिटेन के उदाहरण से सीख लेते हुए विभिन्न देश अब अंतरराष्ट्रीय संगठनों का भाग बनने से बच रहे हैं।
  • ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसी अवधारणाएं घरेलू ....
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