डीबीटी- स्टार कॉलेज मेंटरशिप कार्यक्रम

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने 8 नवंबर, 2021 को भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में युवा नवोन्मेषकों के लिए पहली बार मेंटरशिप कार्यक्रम ‘डीबीटी-स्टार कॉलेज मेंटरशिप कार्यक्रम’ (DBT-Star College Mentorship Programme) का शुभारंभ किया।

महत्वपूर्ण तथ्यः अखिल भारतीय योजना में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) द्वारा समर्थित देश के हर जिले में एक ‘स्टार कॉलेज’ की परिकल्पना की गई है।

  • डीबीटी-स्टार कॉलेज मेंटरशिप कार्यक्रम नेटवर्किंग, शुरुआती मार्गदर्शन और आउटरीच की अवधारणा की दिशा में मदद करेगा।
  • योजना में प्रति माह कार्यशाला आयोजित करने; विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों या कम संपन्न क्षेत्रों में कॉलेजों में शुरुआती मार्गदर्शन और सरकारी स्कूलों में आउटरीच गतिविधियों का संचालन करने की परिकल्पना की गई है।
  • स्टार दर्जे वाले कॉलेज नए कॉलेजों को शुरुआती मार्गदर्शन और ‘पीयर लर्निंग’ (peer learning) के माध्यम से सलाह देकर और उन्हें स्टार कॉलेज योजना के तहत लाकर देश भर में स्नातक विज्ञान पाठ्यक्रमों को मजबूत करने की दिशा में डीबीटी के दृष्टिकोण को शामिल करने में मदद करेंगे।

इन्हें भी जानें

रेडियो कॉलर

  • एनजीओ ‘वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड-इंडिया’ के सहयोग से असम के वन विभाग द्वारा नवंबर 2021 में असम के सोनितपुरजिले में पहली बार एक जंगली हाथी पर ‘रेडियो-कॉलर’ (radio-collar) फिट किया गया है।
  • रेडियो कॉलर एक जीपीएस-सक्षम उपकरण है, जो हाथियों के ठिकाने के बारे में जानकारी प्रसारित कर सकता है। इनका वजन लगभग 8 कि.ग्रा. तक होता है और ये हाथी के गले में फिट किए जाते हैं। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के अनुसार, कॉलरिंग प्रक्रिया में एक उपयुक्त उम्मीदवार (आमतौर पर एक वयस्क हाथी) की पहचान करना, उसे शामक (sedative) के प्रयोग से शांत करना और जानवर को पुनर्जीवित करने से पहले हाथी के गले में एक कॉलर फिट करना शामिल है। इसके अतिरिक्त, टीम किसी भी विशेष समय में हाथी की गतिविधि जैसे दौड़ने, चलने, खाने, पीने आदि को समझने के लिए कॉलर में एक्सेलेरोमीटर (accelerometer) भी जोड़ सकती है।

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