हूती विद्रोही

17 जनवरी, 2022 को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अबू धाबी में एक तेल डिपो पर तीन पेट्रोलियम टैंकरों पर संदिग्ध ड्रोन हमले में दो भारतीय और एक पाकिस्तानी मारे गए और दो भारतीयों सहित छः अन्य लोग घायल हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी ईरान समर्थित यमन के हूती विद्रोहियों (Houthi rebels) ने ली है।

महत्वपूर्ण तथ्यः यमन लाल सागर और अदन की खाड़ी के जंक्शन पर स्थित है।

  • यमन सात साल से अधिक समय से गृहयुद्ध से तबाह हो गया है और राजधानी सना सहित देश के पश्चिमी हिस्से पर हूती विद्रोहियों का नियंत्रण है।
  • युद्ध में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कई राष्ट्र शामिल हैं, और अबू धाबी में हमला उन कई संघर्षों को उजागर करता है, जो समग्र रूप से यमन और व्यापक क्षेत्र में चल रहे हैं।
  • हूती ‘जैदी शिया संप्रदाय’ से संबंधित एक बड़ा कबीला है, जिसकी जड़ें यमन के उत्तर-पश्चिमी ‘सादा’ प्रांत (Sada province) में हैं। यमन की आबादी का करीब 35 फीसदी ‘जैदी’ (Zaidis) आबादी हैं।

जीके फ़ैक्ट

  • 1990 के दशक में हुसैन बदरुद्दीन अल-हूती द्वारा हूती समूह की स्थापना की गई थी। 2004 में यमन के सैनिकों द्वारा हुसैन को मारने के बाद, उनके भाई अब्दुल मलिक ने इसकी कमान संभाली।