बाघ संरक्षण पर चौथा एशिया मंत्रिस्तरीय सम्मेलन
‘बाघ संरक्षण पर चौथा एशिया मंत्रिस्तरीय सम्मेलन’ मलेशिया सरकार और ग्लोबल टाइगर फोरम (जीटीएफ) द्वारा 19 से 21 जनवरी, 2022 तक आयोजित किया गया।
महत्वपूर्ण तथ्यः सम्मेलन ने कुआलालंपुर संयुक्त वक्तव्य को अपनाया, जिसमें 14 प्रतिबद्धताओं को सूचीबद्ध किया गया था।
- इसमें वन्यजीवों के अवैध शिकार और तस्करी से निपटने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच सहयोग को औपचारिक रूप देने और खुफिया जानकारी साझा करने का एक महत्वपूर्ण कदम शामिल है।
- इसके अलावा बाघों के अवैध शिकार और तस्करी वाले क्षेत्रें पर केंद्रित एक दक्षिण पूर्व एशिया टाइगर रिकवरी योजना को लागू करना भी शामिल है।
शिखर सम्मेलन में भारत का वक्तव्यः भारत इस साल के अंत में रूस के व्लादिवोस्तोक में होने वाले ग्लोबल टाइगर शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली घोषणा को अंतिम रूप देने की दिशा में टाइगर रेंज देशों को सुविधा प्रदान करेगा।
- 2010 में नई दिल्ली में एक ‘प्री-टाइगर समिट’ बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें ग्लोबल टाइगर समिट के लिए बाघ संरक्षण पर मसौदा घोषणा को अंतिम रूप दिया गया था।
अंतरराष्ट्रीय संबंध
- 1 संक्षिप्त सामयिकी
- 2 भारत-इजरायल औद्योगिक अनुसंधान एवं विकास और तकनीकी नवाचार कोष
- 3 फि़लीपींस ने दी ब्रह्मोस मिसाइल के समझौते को मंजूरी
- 4 भारत-मॉरीशस संबंध
- 5 त्रिंकोमाली तेल टैंक फ़ार्म परियोजना
- 6 बारिसिटिनिब और सोट्रोविमैब
- 7 हूती विद्रोही
- 8 नुसंतारा होगी इंडोनेशिया की नई राजधानी
- 9 2021 छठा सबसे गर्म वर्ष
- 10 बुर्किना फ़ासो में तख्तापलट
- 11 भारत-आसियान डिजिटल कार्य योजना 2022
- 12 भ्रष्टाचार बोध सूचकांक 2021
- 13 भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन