‘नादप्रभु’ केम्पेगौड़ा की 108 फुट प्रतिमा का अनावरण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 नवम्बर, 2022 को बेंगलुरु के संस्थापक ‘नादप्रभु’ केम्पेगौड़ा की 108 फुट ऊंची कांस्य की प्रतिमा का अनावरण किया।

  • 220 टन वजनी यह प्रतिमा केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर स्थापित की गई है। इसमें लगी तलवार का वजन चार टन है।
  • इस प्रतिमा को ‘स्टैच्यू ऑफ प्रॉस्पेरिटी’ (समृद्धि की प्रतिमा) नाम प्रदान किया गया है। यह प्रतिमा बेंगलुरु के विकास में शहर के संस्थापक केम्पेगौड़ा के योगदान की याद में बनाई गई है।

मुख्य बिन्दु

  • ‘नादप्रभु’ केम्पेगौड़ा की मूर्ति को जाने-माने मूर्तिकार और पप्र भूषण से सम्मानित राम वनजी सुतार ने तैयार किया है।
  • अनावरण से पहले ही केम्पेगौड़ा की 108 फुट ऊंची प्रतिमा को ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में जगह मिल गई थी।
  • वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अनुसार ‘स्टैच्यू ऑफ प्रॉस्पेरिटी’ किसी शहर के संस्थापक की पहली और सबसे ऊंची कांस्य प्रतिमा है।
  • नादप्रभु केम्पेगौड़ा विजयनगर साम्राज्य के एक शासक थे।
  • उन्हें 16वीं शताब्दी में बेंगलुरु के संस्थापक के रूप में भी जाना जाता है।
  • मोरासु गौड़ा वंश के वंशज, केम्पेगौड़ा को अपने समय के सबसे शिक्षित और सफल शासकों में से एक माना जाता है।
  • कैम्पेगौड़ा के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने लगभग 46 साल तक विजयनगर साम्राज्य पर शासन किया था।

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