बच्चों पर केंद्रित जलवायु जोखिम सूचकांक

  • अगस्त 2021 में यूनिसेफ द्वारा जारी ‘जलवायु संकट एक बाल अधिकार संकट है’ (The climate crisis is a child rights crisis) नामक रिपोर्ट में ‘बच्चों पर केंद्रित जलवायु जोिखम सूचकांक’ (Children's Climate Risk Index - CCRI) प्रस्तुत किया गया।
  • महत्वपूर्ण तथ्यः यह बच्चों के जलवायु और पर्यावरणीय खतरों जैसे- चक्रवात और ग्रीष्म लहरों के आधार पर देशों को रैंक करता है।
  • चार दक्षिण एशियाई देशों सहित 33 देशों में रहने वाले लगभग 1 बिलियन बच्चे जलवायु परिवर्तन के ‘अत्यधिक उच्च जोिखम’ (extremely high-risk) में हैं।
  • सूचकांक में सेन्ट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक पहले_ चाड और नाइजीरिया दूसरे_ गिनी, गिनीबिसाऊ और सोमालिया चौथे स्थान पर हैं अर्थात इन देशों के बच्चे अधिक जलवायु जोिखम में हैं।
  • आइसलैंड (163वें स्थान), लक्जमबर्ग (162वें स्थान), न्यूजीलैंड (161वें स्थान) तथा फिनलैंड और एस्टोनिया (159वें स्थान) ऐसे देश हैं, जहां बच्चों को सबसे कम खतरा है।
  • भारत की स्थितिः भारत उन चार दक्षिण एशियाई देशों में शामिल हैं, जहां बच्चों पर जलवायु संकट के प्रभाव का अत्यधिक जोिखम है।
  • भारत को सूचकांक में यमन और सिएरा लियोन के साथ 26वें स्थान पर रखा गया है। पाकिस्तान 14वें, तथा बांग्लादेश और अफगानिस्तान दोनों 15वें स्थान पर हैं।

भारत उन 33 अत्यंत उच्च जोिखम वाले देशों में से एक है जहां, बाढ़ और वायु प्रदूषण बार-बार होने वाले पर्यावरणीय खतरे हैं।

अंतरराष्ट्रीय संबंध