चीन ने किया 2060 तक कार्बन-न्यूट्रल का लक्ष्य निर्धारित

  • कार्बन डाइ-ऑक्साइड के सबसे बड़े उत्सर्जक चीन ने 2060 तक कार्बन-न्यूट्रल या कार्बन तटस्थ बनने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
  • कार्बन न्यूट्रलः कार्बन न्यूट्रल का अर्थ है जितना हो सके कार्बन डाइ-ऑक्साइड उत्सर्जन में कटौती करना और जिसे समाप्त नहीं किया जा सकता है उसे ऑफसेट (वििेमज) करना। किसी देश के लिए, इसका मतलब कोयले की बजाय सौर ऊर्जा जैसी नवीकरणीय ऊर्जा की ओर बदलाव करना तथा कार्बन डाइ-ऑक्साइड को अवशोषित करने वाली परियोजनाओं जैसे पुनर्वनरोपण (reforestation) में निवेश करना शामिल है।
  • चीन यह लक्ष्य कैसे हासिल कर सकता है? चीन को अपनी अर्थव्यवस्था और तेजी से शहरीकरण को शत्तिफ़ प्रदान करने वाले जीवाश्म ईंधन के विकल्प की तलाश करने की आवश्यकता है।
  • जुलाई 2021 में, चीन ने दुनिया का सबसे बड़ा कार्बन व्यापार बाजार खोला, जिसने देश में उत्सर्जन की कीमत और विनियमन के लिए एक रूपरेखा तैयार की है।
  • चीन परमाणु ऊर्जा में निवेश के अलावा इलेक्ट्रिक वाहनों और ऑटोमेशन के इस्तेमाल का भी विस्तार कर रहा है। परमाणु ऊर्जा ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन नहीं करती है।
  • यह भंडारण बैटरी जैसी प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान भी कर रहा है और कम उत्सर्जन ऊर्जा स्रोतों के पूरक के लिए हाइड्रोजन ईंधन का उपयोग कर रहा है।
  • सरकार अधिक पवन और सौर ऊर्जा परियोजनाओं को विकसित करेगी ताकि कोयले संयंत्र बिजली उत्पन्न करने में एक छोटी भूमिका निभा सकें।
  • सरकार ने स्थानीय अधिकारियों को उत्सर्जन को कम करने का भी निर्देश दिया है।

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