सरमत इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल
रूस ने अप्रैल 2022 में एक 'सरमत इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल' (Sarmat intercontinental ballistic missile) 'आरएस-28' (RS-28) के सफलतापूर्वक परीक्षण की घोषणा की।
महत्वपूर्ण तथ्य: मिसाइल को उत्तर पश्चिमी रूस के आर्कान्जेस्क क्षेत्र में प्लेसेत्स्क राज्य परीक्षण कॉस्मोड्रोम से दागा गया था।
- परीक्षण के बाद, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि नए मिसाइल कॉम्प्लैक्स में उच्चतम सामरिक और तकनीकी विशेषताएं हैं और यह मिसाइल रोधी रक्षा के सभी आधुनिक साधनों को पार करने में सक्षम है।
- एक RS-28 सरमत मिसाइल के अंदर 10 से 15 वॉरहेड लगे होते हैं, जो दूसरे फेज में हाई स्पीड से अलग-अलग जगहों पर निशाना साध सकते हैं।
- RS-28 सरमत जिसका नाटो नाम Satan-II है, पृथ्वी के किसी भी ध्रुव पर फायरिंग की क्षमता रखती है और इसकी मारक क्षमता 11,000 से 18,000 किमी है।
अंतरराष्ट्रीय संबंध
- 1 वन लाइनर सामयिकी
- 2 संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल कॉम्पैक्ट कार्यक्रम में शामिल हुआ आर्य.एजी
- 3 भारत-ब्रिटेन संबंध
- 4 चीन - सोलोमन द्वीप सुरक्षा समझौता
- 5 कुरील द्वीप विवाद
- 6 विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला होंगे जी-20 समन्वयक
- 7 इंडोनेशिया का पाम ऑयल संकट
- 8 विश्व सैन्य व्यय
- 9 भारत के राष्ट्रपति की तुर्कमेनिस्तान की राजकीय यात्रा
- 10 भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता
- 11 भारत के राष्ट्रपति की नीदरलैंड की राजकीय यात्रा
- 12 लिथुआनिया में नए भारतीय मिशन की मंजूरी
- 13 दिव्यांगता के क्षेत्र में भारत और चिली का सहयोग
- 14 चीन की वैश्विक सुरक्षा पहल
- 15 भारत-जर्मनी समझौते
- 16 छठा भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श