छठा भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श
तीन यूरोपीय देशों की यात्रा के पहले चरण में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 मई, 2022 को जर्मनी पहुंचें।
महत्वपूर्ण तथ्य: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने बर्लिन में छठे भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श की सह-अध्यक्षता की।
- 2011 में शुरू किया गया, ‘अंतर-सरकारी परामर्श' एक विशिष्ट द्विवार्षिक तंत्र है, जो द्विपक्षीय मुद्दों को व्यापक स्तर पर समन्वय करने में दोनों सरकारों को मदद करता है।
- छठा भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगा।
- जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने जर्मनी में आयोजित होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित किया है।
- प्रधानमंत्री मोदी और चांसलर स्कोल्ज ने हरित और सतत विकास साझेदारी की स्थापना के संयुक्त घोषणा पत्र (Joint Declaration of Intent) पर हस्ताक्षर किए।
- इस साझेदारी में सतत विकास लक्ष्य और जलवायु कार्रवाई पर भारत-जर्मनी सहयोग के लिए एक संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण की परिकल्पना की गई है, जिसके तहत जर्मनी ने 2030 तक 10 बिलियन यूरो की नई और अतिरिक्त विकास सहायता की अग्रिम प्रतिबद्धता पर सहमति व्यक्त की है।
- प्रधानमंत्री मोदी ने जर्मनी में प्रवासी भारतीयों को भी संबोधित किया।
GK/GS तथ्यावलोकन
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अंतरराष्ट्रीय संबंध
- 1 वन लाइनर सामयिकी
- 2 संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल कॉम्पैक्ट कार्यक्रम में शामिल हुआ आर्य.एजी
- 3 सरमत इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल
- 4 भारत-ब्रिटेन संबंध
- 5 चीन - सोलोमन द्वीप सुरक्षा समझौता
- 6 कुरील द्वीप विवाद
- 7 विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला होंगे जी-20 समन्वयक
- 8 इंडोनेशिया का पाम ऑयल संकट
- 9 विश्व सैन्य व्यय
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- 11 भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता
- 12 भारत के राष्ट्रपति की नीदरलैंड की राजकीय यात्रा
- 13 लिथुआनिया में नए भारतीय मिशन की मंजूरी
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- 15 चीन की वैश्विक सुरक्षा पहल
- 16 भारत-जर्मनी समझौते