एक्स-रे परिरक्षण टाइल्स

हाल ही में ‘प्रगत पदार्थ तथा प्रक्रम अनुसंधान संस्थान’ (एम्प्री),भोपाल ने निश्चित वजन प्रतिशत में उच्च जेड पदार्थ और जोड़ने वाले पदार्थ को मिलाकर सिरेमिक रूट के जरिए पर्यावरण अनुकूल और आर्थिक रूप से व्यवहार्य तरीके से रेड मड को ‘एक्स-रे परिरक्षण टाइल्स’ में परिवर्तित किया है।

महत्वपूर्ण तथ्य-

  • 12 मिमी मोटी टाइल्स में 100 केवी पर 2-1 मिमी लेड के बराबर क्षीणता होती है। इसके अलावा, तैयार की गई टाइल में 34 न्यूटन प्रति वर्ग मिमी की फ्लेक्सुरल क्षमता और 3,369 न्यूटन की विभंजन क्षमता है।
  • डायग्नोस्टिक एक्स-रे, सीटी स्कैनर रूम, कैथ लैब, बोन मिनरल डेंसिटी, डेंटल एक्स-रे आदि में जनता को विकिरण के खतरों से बचाने के लिए जहरीली लेड शीट के बजाय इन टाइलों का उपयोग विकिरण परिरक्षण संरचनाओं के निर्माण के लिए किया जा सकता है।

GK फ़ैक्ट

  • रेड मड- बॉक्साइट से एल्यूमिना उत्पादन की बेयर प्रक्रिया में उत्पन्न अपशिष्ट है। इसे बॉक्साइट अवशेष के रूप में भी जाना जाता है।
  • रेड मड को ‘उच्च मात्र कम प्रभाव अपशिष्ट’ के रूप में परिभाषित किया गया है। रेड मड कम उपयोग किए गए औद्योगिक कचरे में से एक है।