नवीकरणीय ऊर्जा हेतु संयुक्त राष्ट्र की पांच सूत्री योजना

18 मई 2022 को संयुक्त राष्ट्र महासचिव (UN Secretary General) एंटोनियो गुटेरस ने नवीकरणीय ऊर्जा के व्यापक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए पांच-सूत्रीय योजना आरंभ की। इसका उद्देश्य, जलवायु परिवर्तन पर विश्व का ध्यान आकर्षित करना है।

  • संयुक्त राष्ट्र की मौसम एजेंसी विश्व मौसम विज्ञान संगठन (World Meteorological Organization) ने एक अध्ययन के माध्यम से उजागर किया है कि पर्यावरण में ग्रीनहाउस गैसों की सांद्रता, समुद्री तापमान एवं समुद्री अम्लीकरण की प्रक्रिया में पिछले वर्ष 2021 में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।

विश्व मौसम संगठन

  • 23 मार्च 1950 को विश्व मौसम विज्ञान संगठन की स्थापना की गई थी। 23 मार्च को विश्व मौसम विज्ञान दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्यालय जेनेवा (स्वीट्जरलैण्ड) में स्थित है।

पांच-सूत्रीय घोषणा

  • नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी को वैश्विक सार्वजनिक वस्तु बनानाः महासचिव का मानना है कि नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराना होगा। उनके अनुसार बैटरी स्टोरेज सिस्टम (Battery Storage System) जैसी आवश्यक प्रौद्योगिकियां सौर एवं पवन जैसे स्रोतों से उत्पन्न होने वाली नवीकरणीय ऊर्जा को संग्रहीत तथा धारण करने में सहायता करती हैं।
  • नवीकरणीय घटकों और कच्चे माल तक वैश्विक पहुंच में सुधार करनाः नवीकरणीय ऊर्जा को व्यापक बनाने के लिए आवश्यक है कि इसके घटकों तथा आवश्यक कच्चे माल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित हो। इससे वैश्विक स्तर पर ऊर्जा की निर्माण क्षमता का विस्तार होगा तथा ऊर्जा विविधता के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय समन्वयन को आसान बनाया जा सकेगा।
  • नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों हेतु राष्ट्रों द्वारा एक-समान दिशानिर्देश तैयार करने की आवश्यकताः महासचिव के अनुसार वैश्विक सहयोग एवं समन्वय के लिए आवश्यक है कि निजी क्षेत्र के निवेश को बढ़ावा दिया जाए तथा राष्ट्रों द्वारा अपने घरेलू नीतिगत ढांचे में तत्काल रूप से सुधार किया जाए।
  • ऊर्जा सब्सिडी को जीवाश्म ईंधन से नवीकरणीय ऊर्जा में स्थानांतरित करनाः सब्सिडी को जीवाश्म ईंधन से नवीकरणीय ऊर्जा में स्थानांतरित करने से न केवल उत्सर्जन में कटौती होगी बल्कि, इससे स्थायी आर्थिक विकास, रोजगार सृजन, बेहतर सार्वजनिक स्वास्थ्य तथा आर्थिक समानता को बढ़ावा मिलेगा।

नवीकरणीय ऊर्जा में ट्रिपल निवेश (Triple investments): महासचिव मानते हैं कि वर्ष 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा में कम से कम 4 ट्रिलियन डॉलर प्रति वर्ष निवेश करने की आवश्यकता है। ऐसा करके ही वर्ष 2050 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन लक्ष्य तक पहुंचा जा सकेगा। उनके अनुसार केवल प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव में कमी करके वर्ष 2030 तक विश्व को प्रति वर्ष 4.2 ट्रिलियन डॉलर तक की बचत हो सकती है।