पुरस्कार/सम्मान

पुलित्जर पुरस्कार 2021

अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टिंग ‘बजफीड न्यूज’ (BuzzFeed News) की भारतीय मूल की पत्रकार मेघा राजगोपालन को अन्य दो योगदानकर्ताओं के साथ 11 जून, 2021 को नवीन खोजी रिपोर्टों के लिए पुलित्जर पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया गया है।

  • मेघा ने अशांत शिनजियांग क्षेत्र में सैकड़ों हजारों मुसलमानों को हिरासत में लेने के लिए चीन द्वारा गुप्त रूप से बनाए गए जेलों और सामूहिक नजरबंदी शिविरों के एक विशाल बुनियादी ढांचे को उजागर किया।
  • ‘टैम्पा बे टाइम्स’ के भारतीय मूल के पत्रकार नील बेदी ने स्थानीय रिपोर्टिंग के लिए पुलित्जर पुरस्कार जीता। बेदी को कैथलीन मैक्ग्रोरी के साथ एक सीरीज के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, इसमें अधिकारियों की उस पहल को उजागर किया गया है, जिसमें भविष्य के अपराध संदिग्ध लोगों की पहचान करने के लिए कंप्यूटर मॉडलिंग का उपयोग किया गया था।

पुलित्जर पुरस्कारः पुलित्जर पुरस्कार संयुक्त राज्य अमेरिका के भीतर समाचार पत्र, पत्रिका और ऑनलाइन पत्रकारिता, साहित्य और संगीत रचना में उपलब्धियों के लिए एक पुरस्कार है। इसकी स्थापना 1917 में जोसेफ पुलित्जर की वसीयत के प्रावधानों के द्वारा की गई थी।

  • पुलित्जर पुरस्कार प्रतिवर्ष इक्कीस श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं। बीस श्रेणियों में, प्रत्येक विजेता को एक प्रमाण पत्र और 15,000 डॉलर नकद पुरस्कार प्रदान किया जाता है। सार्वजनिक सेवा श्रेणी में विजेता को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाता है।

लैंड फॉर लाइफ अवॉर्ड 2021

16 जून, 2021 को यूएनसीसीडी (UN Convention to Combat Desertification- UNCCD) द्वारा ‘लैंड फॉर लाइफ अवॉर्ड 2021’ (Land for life award 2021) की घोषणा की गई।

  • इस वर्ष यह पुरस्कार भारत के राजस्थान राज्य के पर्यावरण संरक्षण संगठन ‘फैमिलियल फॉरेस्ट्री’ (Familial forestry) को प्रदान किया गया है। फैमिलियल फॉरेस्ट्री, राजस्थान के बीकानेर के प्रोफेसर श्याम सुंदर ज्याणी द्वारा शुरू किया गया पर्यावरण संरक्षण अभियान है।
  • फैमिलियल फॉरेस्ट्री या पारिवारिक वानिकी का अर्थ है परिवार में पेड़ और पर्यावरण की देखभाल को स्थानांतरित करना ताकि एक पेड़ परिवार की चेतना का हिस्सा बन जाए। यह अभियान वर्ष 2003 में शुरू हुआ था।

जीके फैक्ट

  • लैंड फॉर लाइफ अवॉर्ड भूमि संरक्षण की दिशा में किए गए प्रयासों के तहत उत्कृष्टता तथा नवाचार को मान्यता प्रदान करता है। इसे वर्ष 2011 में यूएनसीसीडी कॉप-10 में कोरिया गणराज्य में ‘चांगवोन पहल’ (Changwon Initiative) के हिस्से के रूप में लांच किया गया था।

यूरोपियन इन्वेंटर अवॉर्ड 2021

भारतीय अमेरिकी रसायनशास्त्री सुमिता मित्र को प्रतिष्ठित यूरोपियन इन्वेंटर अवॉर्ड 2021 (European Inventor Award 2021) से सम्मानित किया गया है।

  • उन्हें ‘गैर-यूरोपीय पेटेंट कार्यालय देशों’ की श्रेणी में सम्मानित किया गया है।
  • सुमिता मित्र ने दांतों में मजबूत और अधिक सौंदर्यपूर्ण रूप से मनभावन भरावट (aesthetically pleasing fillings) करने के लिए पहली बार नैनो तकनीक को दंत सामग्री में सफलतापूर्वक एकीकृत किया है।
  • यह पुरस्कार, यूरोप के सबसे प्रतिष्ठित नवोन्मेष पुरस्कारों में से एक है, जो यूरोप और उसके बाहर के उत्कृष्ट अन्वेषकों को मान्यता देने के लिए यूरोपीय पेटेंट कार्यालय (European Patent Office-EPO) द्वारा प्रतिवर्ष प्रस्तुत किया जाता है।
  • पांच श्रेणियों - उद्योग, अनुसंधान, छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों, गैर-यूरोपीय पेटेंट कार्यालय देशों और लाइफटाइम उपलब्धि में फाइनलिस्ट और विजेताओं का चयन किया गया था।

जीके फैक्ट

  • यूरोपियन इन्वेंटर अवॉर्ड वर्ष 2006 में यूरोपीय पेटेंट कार्यालय द्वारा शुरू किया गया था।

सामाजिक विज्ञान के लिए प्रिंसेस ऑफ ऑस्टुरियस अवॉर्ड 2021

26 मई, 2021 को भारतीय मूल के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री एवं नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो- अमर्त्य सेन को स्पेन के प्रतिष्ठित ‘सामाजिक विज्ञान के लिए प्रिंसेस ऑफ ऑस्टुरियस अवॉर्ड 2021’ (Princess of Asturians Award for social Science 2021) प्रदान किए जाने की घोषणा की गई।

  • उन्हें अकाल पर उनके शोध और मानव विकास के उनके सिद्धांत, कल्याणकारी अर्थशास्त्र और गरीबी के बुनियादी तंत्र तथा अन्याय, असमानता, बीमारी और अज्ञानता के खिलाफ लड़ाई में योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
  • यह पुरस्कार ऑस्टुरियस प्रिंसेस फाउंडेशन द्वारा प्रतिवर्ष दिया जाने वाला कला, साहित्य, संचार और खेल सहित 8 पुरस्कारों में से एक है।
  • यह पुरस्कार स्पेनिश क्राउन प्रिंसेस लियोनोर के नाम पर रखा गया है, इस पुरस्कार के तहत 50,000 यूरो की राशि, एक डिप्लोमा, एक प्रतीक चिन्ह प्रदान किया जाता है।

जीके फैक्ट

  • प्रो. अमर्त्य सेन को 1998 में अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2021

2 जून, 2021 को फ्रांस के उपन्यासकार डेविड डिओप को ‘अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2021’ (International Booker Prize 2021) से सम्मानित किया गया है।

  • वह यह पुरस्कार जीतने वाले फ्रांस के पहले लेखक हैं। उन्हें यह पुरस्कार उनकी अंग्रेजी में अनुवादित पुस्तक ‘एट नाइट ऑल ब्लड इज ब्लैक’ (At Night All Blood is Black) के लिए दिया गया है।
  • वे पुरस्कार की 50,000 पाउंड की राशि को अनुवादक अन्ना मोस्कोवाकिस (Anna Moschovakis) के साथ साझा करेंगे।
  • यह पुरस्कार प्रतिवर्ष किसी भी भाषा के काल्पनिक कथा उपन्यास को दिया जाता है, जिसका अनुवाद अंग्रेजी में हुआ हो और प्रकाशन ब्रिटेन अथवा आयरलैंड में हुआ हो।
  • वर्ष 2020 में यह पुरस्कार नीदरलैंड्स की लेखिका ‘मारिके लुकास रिजनेवेल्ड’ को उनके उपन्यास ‘द डिस्कम्फर्ट ऑफ इवनिंग’ (The Discomfort of Evening) के लिए प्रदान किया गया था।

जीके फैक्ट

  • अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार, जिसे पहले मैन बुकर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार के रूप में जाना जाता था, 2005 से प्रदान किया जाता है, जब इसे अल्बानियाई लेखक इस्माइल कदरे ने जीता था।

राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस 2021 के अवसर पर राष्ट्रीय पुरस्कार

29 जून, 2021 को महान सांख्यिकीविद् स्वर्गीय प्रो- पी-सी-महालनोबिस की जयंती ‘राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस’ के अवसर पर सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा स्थापित राष्ट्रीय पुरस्कारों के विजेताओं की घोषणा की गई और उन्हें वर्चुअल रूप में सम्मानित किया गया।

  • राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. आर. बी. बर्मन को लाइफटाइम एचीवमेंट (आजीवन उपलब्धियों) के लिए ‘शासकीय सांख्यिकी-2021 प्रो. पी.सी. महालनोबिस राष्ट्रीय पुरस्कार’ प्रदान किया गया।
  • ‘45 वर्ष से अधिक आयु के सेवारत शासकीय सांख्यिकीविद्’ श्रेणी में ‘शासकीय सांख्यिकी-2021 प्रो. पी. सी. महालनोबिस राष्ट्रीय पुरस्कार’ चेन्नई के गणितीय विज्ञान संस्थान के प्रोफेसर डॉ. सीताभ्रा सिन्हा को प्रदान किया गया।
  • ‘युवा सांख्यिकीविदों के लिए प्रो. सी. आर. राव राष्ट्रीय पुरस्कार सांख्यिकी-2021’ भारतीय सांख्यिकी संस्थान, कोलकाता के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. किरणमय दास को दिया गया।

आईजीएसटीसी औद्योगिक फेलोशिप कार्यक्रम

14 जून 2021 को इंडो-जर्मन विज्ञान और प्रौद्योगिकी केंद्र (IGSTC) के 11वें स्थापना दिवस के अवसर पर भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा ‘आईजीएसटीसी औद्योगिक फेलोशिप कार्यक्रम’ (IGSTC Industrial Fellowship programme) की शुरुआत की गई।

उद्देश्यः युवा भारतीय शोधकर्ताओं को अनुप्रयुक्त अनुसंधान के लिए प्रेरित करना और उन्नत जर्मन औद्योगिक वातावरण में प्रदर्शन/अनुभव के माध्यम से नवाचार व प्रौद्योगिकी विकास को बढ़ावा देने की क्षमता का निर्माण करना।

  • ‘आईजीएसटीसी औद्योगिक फेलोशिप’ जर्मन उद्योगों और औद्योगिक अनुसंधान एवं विकास संस्थानों में औद्योगिक प्रदर्शन के लिए विज्ञान और इंजीनियरिंग में युवा भारतीय पीएचडी छात्रें और पोस्ट-डॉक्टरेट शोधकर्ताओं की सहायता करेगी।

पीएचडी औद्योगिक प्रदर्शन/अनुभव फेलोशिपः 28 वर्ष तक की आयु सीमा के साथ युवा शोधकर्ता, जिन्होंने भारत से विज्ञान/इंजीनियरिंग में पीएचडी पाठ्यक्रम का एक वर्ष पूरा कर लिया है, पात्र हैं।

  • फेलोशिप की अवधि छः माह तक है। 1500 यूरो प्रति माह सहायता।

पोस्ट डॉक्टरल इंडस्ट्रियल फेलोशिपः 35 वर्ष की आयु सीमा के साथ विज्ञान / इंजीनियरिंग में नए पीएचडी (और भारतीय संस्थानों / विश्वविद्यालयों से पीएचडी पूरा होने के 2 साल के भीतर) पात्र हैं।

  • फेलोशिप की अवधि 12 माह तक है। 2500 यूरो प्रति माह सहायता।

जीके फैक्ट

  • IGSTC की स्थापना भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) और जर्मनी सरकार के संघीय शिक्षा और अनुसंधान मंत्रलय (BMBF) द्वारा उद्योग की भागीदारी, अनुप्रयुक्त अनुसंधान और प्रौद्योगिकी विकास पर जोर देने के साथ भारत-जर्मन अनुसंधान एवं विकास नेटवर्किंग की सुविधा के लिए की गई थी।