बीपीएससी मुख्य परीक्षा विशेष
तीन अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों की चर्चा कीजिए, जो बिहार की उन्नति में सहायक हो सकती हैं। इन अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के अनुप्रयोग के उदाहरण भी प्रस्तुत कीजिए। - (December 2023)
प्रौद्योगिकी हमारे जीवन में लगातार सुधार कर रही है। तकनीकी विकास ने हमें अधिक कुशल निर्माता बनाया है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और क्लाउड कम्प्यूटिंग ऐसी तीन प्रौद्योगिकियां हैं, जिनमें भारत सहित बिहार के विकास को गति देने की क्षमता है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता कृत्रिम बुद्धिमत्ता को संक्षिप्त रूप में एआई भी
बिहार की कृषि पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों की चर्चा कीजिए। आपके विचार में इस समस्या के समाधान के लिए क्या किया जा सकता है? - (December 2023)
बिहार की कृषि मौसम पर अत्यधिक निर्भर है। जलवायु परिवर्तन के कारण पिछले तीन दशकों के दौरान राष्ट्रीय औसत तापमान और अत्यधिक वर्षा की आवृत्ति में वृद्धि हुई है, जिसका प्रभाव देश की कृषि पर भी पड़ा है। जलवायु परिवर्तन सबसे अधिक लघु तथा सीमांत किसानों को प्रभावित करेगा। बिहार के
बिहार में भूमि सुधार पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। इसके साथ ही बिहार में भूमि सुधार से संबन्धित राज्य सरकार के प्रयासों का उल्लेख कीजिए। - (December 2023)
भूमि सुधार में सामाजिक दृष्टि से जोतों के स्वामित्व का पुनर्वितरण तथा भूमि के इष्टतम प्रयोग की दृष्टि से कृषि भूमि का पुनर्गठन सम्मिलित है। भूमि सुधार के अंतर्गत साधारणतः स्वामित्व, विक्रय, पट्टे पर देना व भूमि के उत्तराधिकार आदि को शामिल किया जाता है। भूमि सुधार से न केवल कृषि
आधुनिक बिहार के गठन में सच्चिदानंद सिन्हा की भूमिका की समीक्षा कीजिए। - (December 2023)
उत्तरः डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा बिहार के प्रसिद्ध पत्रकार होने के साथ ही विधिवेत्ता भी थे। वे पटना विश्वविद्यालय के कुलपति होने के साथ-साथ बिहार एवं उड़ीसा सरकार के प्रथम वित्तमंत्री तथा बिहार विधान परिषद के प्रथम भारतीय अध्यक्ष रहे। डॉ. सिन्हा को बिहार को अलग प्रांत बनाने का विचार इंग्लैण्ड
बिहार के पिछड़ेपन के कारणों का उल्लेख कीजिए? बिहार के पिछड़ेपन को दूर करने से संबंधित उपायों की चर्चा कीजिए? - (December 2023)
उत्तरः बिहार देश के सबसे पिछड़े राज्यों में से एक है तथा इसके पिछड़ेपन के लिए विविध कारक जिम्मेदार हैं। इनमें से प्रमुख निम्लिखित हैं- औद्योगिक गतिहीनताः स्वतंत्रता के समय बिहार औद्योगिक रूप से अन्य राज्यों की तुलना में काफी आगे था, लेकिन बिहार के विभाजन के बाद सभी प्रमुख उद्योग
भारत छोड़ो आन्दोलन में जयप्रकाश नारायण की भूमिका पर प्रकाश डालिए। - (December 2023)
महात्मा गांधी ने 1942 में भारत छोड़ो आन्दोलन की घोषणा की। गांधीजी द्वारा घोषित इस आन्दोलन का व्यापक प्रभाव और प्रसार बिहार में देखा गया। भारत छोड़ो आन्दोलन अपने तीव्रता और विस्तार में काफी उग्र था, जिसमें जयप्रकाश नारायण की भूमिका महत्वपूर्ण थी। ब्रिटिश सरकार द्वारा बलपूर्वक आन्दोलन दबाने के
बिहार के प्रमुख जनजातीय/आदिवासी आन्दोलनों का वर्णन कीजिए। संथाल विद्रोह के कारणों की चर्चा कीजिए। - (December 2023)
1765 ई. के पश्चात ब्रिटिश सत्ता का प्रसार छोटानागपुर पठार एवं जंगलों में हुआ, तब अपने हितों की पूर्ति हेतु अंग्रजों द्वारा इनके क्षेत्रों का शोषण आरंभ हुआ। परिणामस्वरूप 18वीं तथा 19वीं शताब्दी में इन क्षेत्रों में कई विद्रोह देखने को मिलते हैं, जिनमें से प्रमुख निम्नलिखित हैं: तमाड़ विद्रोहः यह
स्वतंत्रता आन्दोलन के विभिन्न चरण में बिहार के छात्रों के योगदान का वर्णन कीजिए। - (December 2023)
स्वतंत्रता संग्राम के प्रत्येक चरण में बिहार के सभी वर्गों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इनमें बिहार के छात्रों का योगदान अविस्मरणीय है। 1919 में महात्मा गांधी के पहले सत्याग्रह चम्पारण आन्दोलन के दौरान प्रधानाध्यापकों के नेतृत्व में हड़ताल हुई, जिसमें छात्र भी शामिल थे। इसके साथ ही 6 अप्रैल, 1919
बिहार की अर्थव्यवस्था के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) की भूमिका का वर्णन कीजिए। एमएसएमई क्षेत्र द्वारा सामना की जाने वाली समस्याओं की चर्चा कीजिए। - (December 2023)
एमएसएमई क्षेत्र आर्थिक विकास, नवाचार और रोजगार के सबसे मजबूत संचालकों में से हैं। एमएसएमई क्षेत्र पिछले 5 दशकों में बिहार की अर्थव्यवस्था के बेहद जीवंत और गतिशील क्षेत्र के रूप में उभरा है। एमएसएमई न केवल बड़े उद्योगों की तुलना में कम पूंजीगत लागत पर बड़ी संख्या में रोजगार
निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणियां लिखें: (क) बिहार लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम (ख) बिहार में अनुशीलन समिति की गतिविधियां (ग) कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी एवं बिहार (घ) एन्युअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट (असर) 2022 [बिहार के संदर्भ में] - (December 2023)
(क) बिहार लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम बिहार लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम 15 अगस्त, 2011 को लागू किया गया। राज्य में भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के उद्देश्य से बजट सत्र 2011-12 में बिहार लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम को पारित किया गया। इसके तहत राज्य सरकार और
10. ई-शासन को पारिभाषित कीजिए। बिहार सरकार द्वारा प्रारंभ की गई उन पहलों का वर्णन कीजिए जो ई-शासन को बढ़ाना देने से संबंधित हैं| - (May 2023)
सरकारी द्वारा विभिन्न प्रकार की सूचना एवं सेवाएँ प्रदान करने के लिये संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी का समन्वित प्रयोग करना, ई-शासन कहा जाता है। ई-शासन ने नागरिकों के जीवन को काफी आसान बना दिया है| अब विभिन्न प्रकार की सेवाओं को कोई भी व्यक्ति घर बैठे आसानी से प्राप्त कर
9. “ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रारंभिक विजय के पश्चात भारत में अंग्रेजों का प्रभाव बढ़ता गया, परन्तु भारतीय शासक वर्ग तथा आम जनता में ब्रिटिश शासन के प्रति असंतोष बढ़ता गया।“ इस कथन के आलोक में 1857 के विद्रोह के विभिन्न कारणों पर प्रकाश डालिए। बिहार में इसके प्रभाव का विश्लेषण कीजिए। - (May 2023)
1857 के सशक्त विद्रोह के स्वरुप तथा व्यापकता को देखते हुए, ब्रिटिश संसद ने क्राउन के शासन की स्थापना की तथा ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन का भारत में अंत किया। बिहार के शासन तथा आम जन दोनों पर इसका प्रभाव काफी गहरा पड़ा था । 1857 के विद्रोह के विभिन्न
8. बिहार एवं भारतीय राजनीति की दलीय व्यवस्था के व्यक्ति-उन्मुखी (individualistic) होने की प्रवृत्ति का विश्लेषण कीजिए | - (May 2023)
हाल के कुछ दशकों में भारत तथा बिहार के कुछ राजनीतिक दलों में व्यक्ति-उन्मुखी होने की प्रवृत्ति देखी गई है| राजनीतिक दलीय व्यवस्था के व्यक्ति-उन्मुखी होने से तात्पर्य है की राजनीतिक दल अपने निजी दलगत एवं राजनीतिक हित को प्राथमिकता देते है तथा इसे प्राप्त करने के लिए किसी भी
7. ब्रिटिश-इण्डो कला के रूप में जानी जाने वाली पटना कलम कला की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डालिए। - (May 2023)
पटना कलम को ब्रिटिश-इण्डो कला के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि जहां एक ओर इस पर मुगलशाही शैली का प्रभाव दिखता है तो वहीं दूसरी ओर तत्कालीन ब्रिटिश कला का प्रभाव भी दृष्टिगोचर होता है। पटना कलम का विकास वस्तुतः अठारहवीं शताब्दी के मध्य 1750 ई. से लेकर
6. बिहार में पाए जाने वाले प्रमुख खनिजों के वितरण को स्पष्ट कीजिए| इसके साथ ही राज्य में प्रमुख उद्योग और कारखाने की अवस्थिति पर प्रकाश डालिए| - (May 2023)
खनिज संसाधनों के दृष्टिकोण से बिहार एक विपन्न राज्य है जिसका एक प्रमुख कारण वर्ष 2000 में विभाजन के बाद खनिज सम्पदा से संपन्न क्षेत्र का झारखण्ड राज्य शामिल होना है| वर्तमान बिहार खनिज संपदा कम मात्रा में पाए जाते हैं, जिनका जिलावार विवरण निम्नलिखित हैं- रोहतासः यहाँ गंधक, पायरेट्स (अमझोर)
5. बिहार की अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण की आवश्यकता पर प्रकाश डालिए। बिहार के डिजिटलीकरण में आने वाली चुनौतियों की समीक्षा कीजिए। - (May 2023)
अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण से तात्पर्य है कि अर्थव्यवस्था के प्रत्येक क्षेत्र में डिजिटल समाधान का उपयोग कर विभिन्न आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाता है| इस प्रकार की अर्थव्यवस्था में उत्पादन से लेकर उपभोग तक सभी स्तरों पर डिजिटल समाधानों का उपयोग किया जाता है। बिहार की जनसंख्या तेजी से
4. “बिहार भारत के सबसे पिछड़े राज्यों में से एक है जहां का आर्थिक-सामाजिक ढांचा काफी पिछड़ा हुआ है।” इस कथन के परिप्रेक्ष्य में संबन्धित समस्याओं का उल्लेख कीजिए तथा इन समस्याओं को दूर करने के उपायों पर प्रकाश डालिए। - (May 2023)
बिहार भारत के सबसे पिछड़े राज्यों में से एक है जहां का आर्थिक-सामाजिक ढांचा काफी पिछड़ा हुआ है। बिहार के आर्थिक-सामाजिक ढांचे से संबन्धित समस्याएं निम्नलिखित हैं- औद्योगिक क्षेत्र का पिछड़ा होनाः स्वतंत्रता के समय बिहार औद्योगिक रूप से अन्य राज्यों की तुलना में काफी आगे था, लेकिन बिहार के
3. “पाल काल में विकसित कला की अपनी एक विशिष्टता थी, जिसका बौद्ध धर्म के साथ गहरा संबंध था|” इस कथन के आलोक में पाल कला की विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए तथा बौद्ध धर्म के साथ इसके संबंध पर प्रकाश डालिए। - (May 2023)
8वीं से 11वीं सदी के मध्य बिहार तथा बंगाल के क्षेत्र में पाल कला का विकास हुआ। पाल कला को बौद्ध धर्म के साथ अभिन्न रूप से जोड़कर देखा जाता है। पाल काल में विकसित हुए विभिन्न कलाओं और भवन निर्माण कला को उनकी विशेषताओं के आधार पर निम्नलिखित भागों
2. वर्तमान बिहार के सर्वांगीण विकास के परिप्रेक्ष्य में आर्थिक नियोजन की सकारात्मक भूमिका पर प्रकाश डालिए। - (May 2023)
ऑक्सफैम इंडिया की आर्थिक असमानता रिपोर्ट के अनुसार, 1991 में शुरू हुए उदारीकरण के बाद भारत में आर्थिक असमानता और अधिक भयावह होती जा रही है। इस स्थिति में बिहार जैसे राज्य के लिए आर्थिक नियोजन महत्वपूर्ण हो जाता है, जो निम्नलिखित तथ्यों से स्पष्ट होती है- सामाजिक अवसंरचना तक पहुँच:
1. सात निश्चय-2 पहल का संक्षिप्त परिचय दीजिए| इसके विभिन्न निश्चय किस प्रकार बिहार के समग्र विकास में सहायक सिद्ध हो सकते हैं? - (May 2023)
बिहार सरकार द्वारा राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सात निश्चय योजना-2 की घोषणा वर्ष 2020 में की गई थी। इस पहल के अंतर्गत अगले 5 सालों में विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित 7 नए निश्चयों को निर्धारित किया गया है। सात निश्चय योजना-2 के सात नए निश्चय