वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक 2021
7 अक्टूबर, 2021 को वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक 2021 (Global MPI 2021) जारी किया गया। इस रिपोर्ट का शीर्षक “वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक 2021: नृजातीयता, जाति और लिंग के आधार पर असमानताओं को उजागर करना” (Global Multidimensional Poverty Index 2021 : Unmasking Disparities by Ethnicity, Caste and Gender) रखा गया है। विश्व के 1.3 बिलियन (21.7 प्रतिशत) लोगों को बहुआयामी गरीबी से ग्रस्त पाया गया है।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
- वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक 2021, 109 विकासशील देशों में व्याप्त बहुआयामी गरीबी का तुलनात्मक निष्कर्ष प्रस्तुत करता है।
- इन देशों में 5.9 अरब लोग रहते हैं, जो दुनिया की आबादी का ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 धारणीय कृषि: रोजगार, स्वास्थ्य एवं पर्यावरणीय संतुलन की आधारशिला
- 2 राष्ट्रीय खेल नीति 2025
- 3 भारत की जैव अर्थव्यवस्था: सतत और समानतामूलक विकास की प्रेरक शक्ति
- 4 भारत में शहरी लचीलापन: सतत अस्तित्व की रूपरेखा
- 5 आतंकवादी वित्तपोषण के जोखिम: सीमाओं से परे एक अदृश्य ख़तरा
- 6 क्या भारत के शहर साइबर चुनौतियों का सामना करने को तैयार हैं?
- 7 परंपरागत चिकित्सा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता: प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का सेतु
- 8 भविष्य के लिए कौशल: भारत के कार्यबल परिदृश्य का रूपांतरण
- 9 NISAR मिशन: भारत–अमेरिका की अंतरिक्ष साझेदारी का नया अध्याय
- 10 भारत की वर्तमान व्यापार वार्ताएं
करेंट अफेयर्स के चर्चित मुद्दे
- 1 दल-बदल विरोधी कानूनः आलोचनात्मक विश्लेषण
- 2 सूचना का अधिकारः लोकतांत्रिक भारत के इतिहास का ऐतिहासिक पड़ाव
- 3 ऑनलाइन शिक्षा जनित डिजिटल डिवाइड मौजूदा दशा तथा आवश्यक कदम
- 4 अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार : श्रम बाजार, मजदूरी तथा कारण-प्रभाव दृष्टिकोण
- 5 भारत में भुखमरी और कुपोषण की स्थिति : भुखमरी सूचकांक 2021
- 6 भविष्य की ऊर्जा सुरक्षा का आधार : लीथियम
- 7 बाह्य अंतरिक्ष एवं भारत : अवसर एवं चुनौतियां