आतंकवाद और संगठित अपराध के मध्य गठजोड़
आतंकवाद और संगठित अपराध अवैध गतिविधि के दो रूप हैं तथा पिछले कुछ दशकों में आतंकवाद और संगठित अपराध के बीच संबंधों में तेजी से वृद्धि हुई है।
- आतंकवाद और संगठित अपराध अपने उद्देश्यों में भिन्न हैं, हालांकि अक्सर एक दूसरे के नेटवर्क का लाभ उठाने के लिए एकजुट होते हैं।
- दोनों का जुड़ाव उनकी परिचालन क्षमताओं को बढ़ाता हैं, परंतु यह अभिसरण राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियाँ प्रस्तुत करता है।
अभिसरण के बिंदु
- पारस्परिक लाभ: आतंकवादी संगठनों को अक्सर ऑपरेशन चलाने, सदस्यों की भर्ती करने और अपनी गतिविधियों के लिए पर्याप्त धन ....
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मुख्य विशेष
- 1 अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से संबंधित चुनौतियां : वैश्विक पहलें तथा समाधान
- 2 आतंकवाद का वित्तपोषण: स्रोत, चुनौतियां और विभिन्न पहलें
- 3 वामपंथी उग्रवाद एवं इसके विविध आयाम
- 4 गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम एवं इसकी प्रासंगिकता
- 5 आतंकी ड्रोन : भारत के लिए सुरक्षा चुनौतियां
- 6 उत्तर-पूर्व भारत में जातीय संघर्ष: आंतरिक सुरक्षा पर प्रभाव
- 7 नक्सलवाद एवं उग्रवाद का मुकाबला : स्थानीय समुदायों की भूमिका
- 8 भारत के आतंकवाद-रोधी प्रयास
- 9 आंतरिक सुरक्षा खतरों का मुकाबला: केंद्रीय खुफिया एवं जांच एजेंसियों की भूमिका
- 10 वैश्विक परमाणु विनियमन एवं परमाणु निरस्त्रीकरण
- 11 भारत की सीमा प्रबंधन चुनौतियां
- 12 सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का विकास
- 13 भारत में मादक पदार्थों की तस्करी
- 14 धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) और इसकी प्रासंगिकता
- 15 मॉब लिंचिंग: कारण, रोकथाम एवं शमन रणनीतियां
- 16 सीमा पार साइबर हमले: भारत की सुरक्षा पर प्रभाव
- 17 डेटा सुरक्षा: चुनौतियां एवं सरकारी पहलें
- 18 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सुरक्षा खतरे
- 19 अंतरिक्ष युद्ध: उभरती सुरक्षा चुनौतियां