लोकतांत्रिक रूपरेखा
सामाजिक लोकतंत्र - (March 2023)
सामाजिक लोकतंत्र (Social Democracy) एक राजनीतिक दर्शन है, जिसका उद्देश्य उदार लोकतांत्रिक संस्थानों का उपयोग करके उत्तरोत्तर समाजवादी वैकल्पिक अर्थव्यवस्था का निर्माण करना है। डॉ. बी. आर. अम्बेडकर ने सामाजिक लोकतंत्र को जीवन के एक ऐसे तरीके के रूप में परिभाषित किया था, जो स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व को मान्यता
संवैधानिक सरकार - (March 2023)
संवैधानिक सरकार (Constitutional Government) का तात्पर्य एक ऐसी सरकार से है, जो संविधान की व्यवस्थाओं के अनुसार गठित, नियंत्रित व सीमित हो तथा व्यक्ति विशेष की इच्छाओं के स्थान पर विधि के अनुरूप ही संचालित होती हो। संवैधानिक सरकार उन नियमों और सिद्धांतों के अनुसार संचालित की जाती है, जो
उदार लोकतंत्र - (March 2023)
उदार लोकतंत्र (Liberal Democracy) को सरकार की एक प्रणाली के रूप में जाना जाता है, जिसमें लोग अपनी सरकार से सहमत होते हैं और बदले में सरकार व्यक्तिगत अधिकारों का सम्मान करने के लिए संवैधानिक रूप से विवश होती हैं। जैसेः यूरोपीय संघ, जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, भारत, ऑस्ट्रेलिया
संसदीय संप्रभुता - (March 2023)
संसदीय संप्रभुता (Parliamentary Sovereignty) का तात्पर्य कार्यकारी और न्यायिक निकायों सहित अन्य सभी सरकारी संस्थानों पर संसद की सर्वोच्चता से है। संसदीय संप्रभुता का सिद्धांत ब्रिटिश संसद से जुड़ा है। संप्रभु विधायिका किसी भी कानून को बदल सकती है या निरस्त कर सकती है और संविधान जैसे किसी लिखित कानून
संसदीय लोकतंत्र - (March 2023)
संसदीय लोकतंत्र (Parliamentary Democracy) शासन का एक लोकतांत्रिक रूप है तथा इसमें सरकार का नेता प्रधानमंत्री को बनाया जाता है। इस प्रणाली में कोई एक दल अथवा कुछ दलों का गठबंधन संसद या विधायिका में सर्वाधिक प्रतिनिधित्व की सहायता से सरकार बनाती है। एक संसदीय लोकतंत्र में, सरकार को सदैव