तथ्य एवं कथन आधारित करेंट अफेयर्स
कृषि क्षेत्र
सामाजिक वानिकी - (January 2023)
सामाजिक वानिकी को ‘लोगों का, लोगों द्वारा और लोगों के लिए वानिकी’ के रूप में वर्णित किया जाता है। सामाजिक वानिकी का तात्पर्य पर्यावरण, सामाजिक और ग्रामीण विकास में मदद करने के उद्देश्य से वनों के प्रबंधन एवं संरक्षण के साथ-साथ बंजर भूमि का वनीकरण करना है। सामाजिक वानिकी सामुदायिक
जैव-अर्थव्यवस्था - (January 2023)
जैव-अर्थव्यवस्था का आकारः हाल ही में बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउंसिल द्वारा इंडिया बायो-इकोनॉमी रिपोर्ट (India Bio economy Report), 2022 के अनुसार भारत की जैव-अर्थव्यवस्था का आकार वर्ष 2025 में 150 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक होने की संभावना है। सकल घरेलू उत्पादः वर्ष 2021 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद का
खाद्य सुरक्षा - (January 2023)
खाद्य असुरक्षा से पीड़ित जनसंख्याः विश्व में खाद्य सुरक्षा और पोषण की नवीनतम स्थिति रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 40.6% आबादी 2019-21 में मध्यम या गंभीर खाद्य असुरक्षा से पीड़ित हैं। वैश्विक भुखमरी सूचकांकः 2022 के इस सूचकांक में भारत 121 देशों में 6 पायदान नीचे गिरकर 107वें स्थान पर
उर्वरक - (January 2023)
खपतः भारत ने पिछले 10 वर्षों में प्रतिवर्ष लगभग 500 एलएमटी उर्वरक की खपत की है। सब्सिडी बिलः वित्त वर्ष 2021 में केंद्र की उर्वरक सब्सिडी बिल बजटीय राशि से 62% बढ़कर 1.3 लाख करोड़ रुपये हो गई। आयातः 2018-19 और 2020-21 के मध्य, भारत का उर्वरक आयात 18.84 मिलियन टन से
प्राकृतिक कृषि - (January 2023)
कुल जैविक उत्पादकः रिसर्च इंस्टीटड्ढूट ऑफ ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर सर्वे 2021 के अनुसार भारत जैविक कृषि का अभ्यास करने वाले 187 देशों में एक अद्वितीय स्थान रखता है। विश्व के कुल जैविक उत्पादकों में से 30% भारत में स्थित हैं। पुनर्योजी कृषिः नीति आयोग के अनुसार भारत में लगभग 2.5 मिलियन किसान
मत्स्यन - (January 2023)
उत्पादन एवं निर्यातः भारत विश्व में तीसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक देश है और मछली एवं मत्स्य उत्पादों का चौथा सबसे बड़ा निर्यातक बन गया है। मत्स्य पालन क्षेत्रः भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा जलीय कृषि मछली उत्पादक देश है। भारत में मत्स्य पालन क्षेत्र वैश्विक मछली उत्पादन का लगभग
लिक्विड नैनो यूरिया - (January 2023)
उत्पादन और प्रेषणः केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया के अनुसार, 1 अप्रैल, 2022 से 10 अगस्त, 2022 की अवधि के दौरान नैनो यूरिया का उत्पादन और प्रेषण लगभग 1.23 करोड़ बोतलें हुई थीं। नैनो यूरिया की मौजूदा इकाई की उत्पादन क्षमता 1.5 लाख बोतल प्रतिदिन है। उत्पादनः वित्त
ड्रिप सिंचाई - (January 2023)
वर्षा पर आधारितः भारत का सिंचित क्षेत्र कुल कृषि भूमि का लगभग 49% है। शेष 51% कृषि भूमि वर्षा पर आधारित है। सूक्ष्म सिंचाई के तहत कवरः फरवरी 2022 तक भारत में 137.80 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को सूक्ष्म सिंचाई के तहत कवर किया गया है। वित्तीय सहायता/सब्सिडीः सरकार छोटे और सीमांत किसानों
जीएम फ़सलें - (January 2023)
क्षेत्रफलः वर्ष 2017 में 11.4 मिलियन हेक्टेयर के साथ भारत में आनुवंशिक रूप से संशोधित (GM) फसलों के तहत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा खेती वाला क्षेत्र था। इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका प्रथम स्थान पर था। उत्पादनः बीटी कॉटन जेनेटिक इंजीनियरिंग मूल्यांकन समिति द्वारा अनुमोदित पहली और एकमात्र ट्रांसजेनिक फसल है।
औधोगिक विकास
बेरोजगारी - (January 2023)
बेरोजगारी दरः सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के आंकड़ों के अनुसार अगस्त, 2022 में बेरोजगारी दर में 8.3 प्रतिशत की रिकॉर्ड वृद्धि के बाद, सितंबर 2022 में यह घटकर 6.43 प्रतिशत हो गई। ग्रामीण क्षेत्रों में, बेरोजगारी दर अगस्त में 7.68 प्रतिशत से घटकर सितंबर में 5.84 प्रतिशत हो गई, जबकि
कौशल विकास - (January 2023)
औपचारिक कौशलः कौशल विकास और उद्यमिता पर राष्ट्रीय नीति पर 2015 की रिपोर्ट का अनुमान है कि जापान में 80% और दक्षिण कोरिया में 96% की तुलना में भारत में कुल कार्यबल के केवल 4.7% ने औपचारिक कौशल प्रशिक्षण प्राप्त किया था। लक्ष्यः सरकारी अनुमानों के अनुसार, देश में कुल कार्यबल
विनिर्माण - (January 2023)
सकल मूल्य वर्द्धितः भारत में वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने की क्षमता है। वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाहीं में मौजूदा कीमतों पर विनिर्माण सकल मूल्य वर्द्धित 77.47 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान लगाया गया है। देश की जीडीपी में विनिर्माण की हिस्सेदारी लगभग 15 प्रतिशत है। रोजगारः आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट
चिकित्सा पर्यटन - (January 2023)
चिकित्सा पर्यटन उद्योगः 2022 में भारतीय चिकित्सा पर्यटन उद्योग का मूल्य 7,417 मिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है और 2032 तक इसके 42,237-47 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक होने का अनुमान है। योगदानः भारत में चिकित्सा पर्यटन उद्योग में अगले पांच वर्षों में देश के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग
महिला श्रम बल - (January 2023)
कामकाजी उम्र की महिलाओं का अनुपातः विश्व बैंक के अनुसार, भुगतान कार्य में भाग लेने वाली कामकाजी उम्र की महिलाओं का अनुपात 2006 में 30.7% से घटकर 2021 में 19.2% हो गया। आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS) 2020 के अनुसार, भारत में केवल 18.6% कामकाजी उम्र की महिलाएं श्रम बल में
खनन क्षेत्र - (January 2023)
खानों की संख्याः वित्तीय वर्ष 2022 तक, भारत में रिपोर्टिंग खानों की संख्या 1,425 अनुमानित की गई थी, जिनमें से धातु खनिजों के लिए खानों का अनुमान 525 और गैर-धात्विक खनिजों का अनुमान 720 था। निज उत्पादनः 18 जुलाई, 2022 को खान मंत्रालय द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत में
टेक्सटाइल - (January 2023)
वार्षिक वृद्धि दरः भारतीय कपड़ा और परिधान उद्योग 2019-20 से 10% चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 2025-26 तक 190 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। निर्यातः वित्त वर्ष 2022 में भारत का कपड़ा और परिधान निर्यात (हस्तशिल्प सहित) 44.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। सकल घरेलू उत्पादः भारत
इलेक्ट्रॉनिक्स - (January 2023)
इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादनः भारत में वर्ष 2026 तक 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर का इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन हासिल करने की संभावना है। भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन वर्ष 2015-16 के 37.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर वर्ष 2020-21 में 67.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है। जीडीपी में योगदानः यह क्षेत्र वर्तमान में सकल घरेलू
ई-कॉमर्स - (January 2023)
वृद्धि दरः वर्तमान में, भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र में 2022 के अंत तक 21.5% की वृद्धि के साथ 74.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। ई-कॉमर्स बाजार का आकारः भारतीय ई-कॉमर्स बाजार 2020 में लगभग 46-2 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2025 तक 188 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम - (January 2023)
सकल घरेलू उत्पादः सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME), देश के कुल विनिर्माण उत्पादन का लगभग 45 प्रतिशत, निर्यात का 40 प्रतिशत और राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 30 प्रतिशत योगदान करता है। रोजगारः यह भारत में लगभग 120 मिलियन लोगों को रोजगार प्रदान करता है। सरकार ने 2025 तक
फि़नटेक - (January 2023)
फिनटेक उद्योगः फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के सहयोग से बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (Boston Consulting Group) द्वारा किए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि भारत का फिनटेक उद्योग 2025 तक 150-160 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकता है। डिजिटल बाजारः वैश्विक औसत 64% के मुकाबले
स्टार्ट-अप - (January 2023)
कार्यरत लोगों की संख्याः वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, स्टार्ट-अप इंडिया पहल के तहत कवर किए गए स्टार्ट-अप में कार्यरत लोगों की संख्या 2021 में लगभग 1-74 लाख थी। रैंकिंगः भारत के पास अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। यूनिकॉर्नः 2021 में
गिग इकॉनमी - (January 2023)
गिग कार्यबल संख्याः नीति आयोग द्वारा जून 2022 में जारी ‘भारत की उभरती गिग और प्लेटफार्म अर्थव्यवस्था’ के अनुसार भारत का गिग कार्यबल वर्तमान समय में 77 लाख (2020-21) है। वर्ष 2029-30 तक इसके बढ़कर 2.35 करोड़ होने की संभावना है। वर्ष 2029-30 तक, भारत के कुल कार्यबल में गिग वर्कर्स
बैंकिंग एवं वित्तीय प्रणाली
घरेलू व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण बैंक - (January 2023)
घरेलू व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण बैंक (Domestic Systemically Important Banks) ऐसे बैंक होते हैं ‘टू बिग टू फेल’ की अवधारणा पर आधारित हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ‘घरेलू व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण बैंकों’ (DSIB) को आकार, जटिलता, प्रतिस्थापन की कमी और बैंकों की परस्पर संबद्धता, राज्य की रिपोर्ट जैसे कारकों पर विचार
सरकारी प्रतिभूतियां - (January 2023)
रिजर्व बैंक के अनुसार 30 सितंबर, 2021 को 15,000 करोड़ रुपए की कुल राशि के लिए जी-सेक अधिग्रहण कार्यक्रम (G-sec Acquisition Programme 2.0) के तहत सरकारी प्रतिभूतियों की खुले बाजार में खरीदारी करेगा। प्रमुख पहलें भारतीय रिजर्व बैंक की घोषणाः 31 अगस्त, 2021 को आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा घोषणा की
इनसाइडर ट्रेडिंग - (January 2023)
इनसाइडर ट्रेडिंग, एक कंपनी के अंदरूनी सूत्रों द्वारा इक्विटी और बॉन्ड जैसी प्रतिभूतियों को बेचने या खरीदने का कदाचार है। इनसाइडर ट्रेडिंग बाजार में मौजूद सबसे गंभीर कदाचारों में से एक है। प्रमुख पहलें परामर्श पत्रः भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक परामर्श पत्र में, इनसाइडर ट्रेडिंग नियमों के तहत
सीमांत स्थायी सुविधा - (January 2023)
30 सितंबर, 2022 को मौद्रिक नीति समिति द्वारा चलनिधि समायोजन सुविधा (Liquidity Adjustment Facility) के तहत पॉलिसी रेपो दर को 50 आधार अंकों से बढ़ाकर 5.40 प्रतिशत से 5.90 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया है। नतीजतन, स्थायी जमा सुविधा दर और सीमांत स्थायी सुविधा दर तत्काल प्रभाव से क्रमशः 5.65
तरलता समायोजन सुविधाखा - (January 2023)
5 अगस्त, 2022 को मौद्रिक नीति समिति ने अपनी बैठक में तरलता समायोजन सुविधा (Liquidity Adjustment Facility) के तहत पॉलिसी रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 50 आधार अंक बढ़ाकर 5.40% कर दिया है। प्रमुख पहलें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के लिए बेहतर तरलता प्रबंधन की सुविधाः दिसंबर 2020 में भारतीय रिजर्व बैंक
सोशल स्टॉक एक्सचेंज - (January 2023)
भारत 2 मिलियन से अधिक सामाजिक उद्यमों का घर है, इसलिए सामाजिक स्टॉक एक्सचेंज पर गैर-लाभकारी संगठनों की सूची के बारे में सिफारिशों के लिए योजना बनाने की आवश्यकता है। प्रमुख पहलें विशेषज्ञ समितिः हाल ही में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड द्वारा सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर समिति हर्ष कुमार भनवाला की
ग्रीन बॉन्ड - (January 2023)
ग्रीन बॉन्ड की कुल राशिः नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के अनुसार 2021 में जारी किए गए ग्रीन बॉन्ड की कुल राशि के मामले में भारत एशिया-प्रशांत क्षेत्र में छठा सबसे बड़ा देश बनकर उभरा है। भारत से ग्रीन बॉन्ड जारी करना 2020 के मुकाबले 523% बढ़कर 2021 में 6.8 बिलियन डॉलर
ब्लू बॉन्ड - (January 2023)
उत्प्रेरकः भारत में 7,500 किलोमीटर लंबी समुद्र तट और 14,500 किलोमीटर का नौगम्य अंतर्देशीय जलमार्ग है, जो नीली अर्थव्यवस्था के विकास हेतु उत्प्रेरक के रूप में काम कर सकता है। नीली अर्थव्यवस्थाः सेबी के अनुसार वर्तमान में नीली अर्थव्यवस्था में भारत की अर्थव्यवस्था का 4.1 प्रतिशत शामिल है। प्रमुख पहलें सेबी का प्रस्तावः
ई-रूपी - (January 2023)
फरवरी 2022 को भारतीय रिजर्व बैंक ने सरकार द्वारा जारी किए गए ई-रूपी वाउचर की सीमा 10,000 रुपए से बढ़ाकर 1 लाख रुपए प्रति वाउचर कर दी है। ई-रूपी वाउचर कैप को 1 लाख रुपए तक बढ़ाने से ऑफलाइन मोड में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मिलेगा और बिना बैंक खाता के
माइक्राफ़ेाइनेंस - (January 2023)
सकल ऋण पोर्टफोलियोः 15 जून, 2022 को उद्योग संघ माइक्रोफाइनेंस इंस्टीटड्ढूशंस नेटवर्क द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत के माइक्रोफाइनेंस उद्योग का सकल ऋण पोर्टफोलियो 2021-22 में 10% बढ़कर 2.85 ट्रिलियन रुपए हो गया। वृद्धिः पिछले कुछ दशकों में माइक्रोफाइनेंस क्षेत्र तेजी से बढ़ा है और वर्तमान में इनके पास भारत
मुद्रास्फ़ीति - (January 2023)
खुदरा मुद्रास्फीतिः राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के अनुसार भारत की खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त में 7% से बढ़कर सितंबर में 7.41% हो गई, जबकि खाद्य मूल्य मुद्रास्फीति अगस्त में 7.62% से बढ़कर सितंबर में 8.6% हो गई। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक-कृषि मजदूरः उपभोक्ता मूल्य सूचकांक-कृषि मजदूर (CPI-AL) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक-ग्रामीण मजदूर (CPI-RL) पर
विदेशी मुद्रा भंडार - (January 2023)
विदेशी मुद्रा भंडारः भारतीय रिजर्व बैंक का विदेशी मुद्रा भंडार 4 नवंबर, 2022 तक 1.1 बिलियन डॉलर घटकर 529.99 बिलियन डॉलर हो गया। विदेशी मुद्रा भंडार में नवीनतम गिरावट मुख्य रूप से आरबीआई के सोने के भंडार में गिरावट के कारण थी। विदेशी मुद्रा संपत्तिः कुल विदेशी मुद्रा भंडार में से,
गैर-निष्पादित परिसंपत्ति - (January 2023)
जोखिम भारित संपत्ति अनुपातः अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का जोखिम भारित संपत्ति अनुपात 16-7 प्रतिशत के नए उच्च स्तर पर पहुंच गया, जबकि मार्च 2022 तक उनका सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति अनुपात 6 साल के निचले स्तर 5-9 प्रतिशत पर आ गया। सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तिः आरबीआई के अनुसार मार्च 2023 तक खराब ऋणों
ऋण-जीडीपी अनुपात - (January 2023)
वृद्धिः कोविड-19 महामारी के दौरान भारत का ऋण-जीडीपी अनुपात 74% से बढ़कर 90% हो गया। कर्ज और जीडीपी का अनुपातः एन.के. सिंह समिति के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 तक केंद्र सरकार के लिए कर्ज और जीडीपी का अनुपात 38.7% और राज्य सरकारों के लिए 20% होना चाहिए। राजकोषीय घाटाः सितम्बर 2022 को
वित्तीय समावेशन - (January 2023)
सूचकांकः 31 मार्च, 2022 को समाप्त वर्ष के लिए भारत का वित्तीय समावेशन सूचकांक वर्ष 2021 के 53.9 से बढ़कर 56.4 हो गया था। बैंक जमा खाताः प्रधान मंत्री जन धन योजना के तहत खोले गए बुनियादी बचत बैंक जमा खाता मार्च 2021 में 63.84 करोड़ से बढ़कर मार्च 2022 में
राजकोषीय घाटा - (January 2023)
सकल घरेलू उत्पादः 2022-23 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 6.4% पर लक्षित है, जो 2021-22 में जीडीपी के 6.9% के संशोधित अनुमान से कम है। राजस्व और व्यय के मध्य अंतरः हाल ही में महानियंत्रक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-सितंबर की अवधि के दौरान सरकार के राजस्व
अवसंरचना
बंदरगाह विकास - (January 2023)
अंतरराष्ट्रीय समुद्री व्यापार मार्गः भारत के पास 7,500 किमी लंबी तटरेखा, 14,500 किमी संभावित नौगम्य जलमार्ग और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय समुद्री व्यापार मार्ग विद्यमान है। देश में 12 प्रमुख बंदरगाह और 200 छोटे बंदरगाह हैं। समुद्री परिवहनः मात्रा के हिसाब से भारत का लगभग 95% व्यापार और मूल्य के हिसाब से 65%
एयरपोर्ट अवसंरचना - (January 2023)
वृद्धि एवं लक्ष्यः भारत में नागरिक उîóयन उद्योग पिछले 3 वर्षों के दौरान देश में सबसे तेजी से बढ़ते उद्योगों में से एक के रूप में उभरा है। भारत का लक्ष्य 2024 तक विश्व स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बनना है। कुल संख्याः भारत में 464 हवाई अîóे और
अंतर्देशीय जलमार्ग - (January 2023)
नेटवर्कः भारत में नदियों, नहरों, बैकवाटर और खाड़ियों के रूप में अंतर्देशीय जलमार्गों का एक व्यापक नेटवर्क है। कुल लम्बाईः कुल नौगम्य लंबाई 14,500 किमी है, जिसमें से लगभग 5,200 किमी नदी और 4,000 किमी नहर जलमार्ग का उपयोग यंत्रीकृत नौकाओं द्वारा किया जा सकता है। अंतर्देशीय जलमार्ग देश के परिवहन
धार्मिक सर्किट - (January 2023)
केंद्र सरकार 2047 तक पर्यटन क्षेत्र के माध्यम से 1 ट्रिलियन डॉलर प्राप्त करने का लक्ष्य रखती है। इसी के कारण भारत सरकार धार्मिक सर्किट के जरिए सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देना चाहती है। प्रमुख पहलें बौद्ध सर्किटः इसकी शुरुवात 2016 में की गई थी। बौद्ध सर्किट एक मार्ग है, जो बुद्ध
लॉजिस्टिक्स - (January 2023)
सकल घरेलू उत्पादः भारतीय रसद क्षेत्र का मूल्य 150 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जो देश के सकल घरेलू उत्पाद में 14.4% का योगदान देता है। रोजगारः 22 मिलियन से अधिक लोग अपनी आय के लिए लॉजिस्टिक्स क्षेत्र पर निर्भर हैं। व्ययः लॉजिस्टिक्स क्षेत्र 15% की दर से बढ़ रहा है। भारत अपने
रेलवे अवसंरचना - (January 2023)
जीडीपी में योगदानः भारत में रेलवे क्षेत्र का लक्ष्य अर्थव्यवस्था के मॉडल माल ढुलाई के 45% का समर्थन करने के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण करके देश के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 1.5% योगदान देता है। क्षमताः भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक है। भारतीय
समाज एवं सामाजिक न्याय
आत्महत्या से होने वाली मृत्यु - (January 2023)
वर्ष 2021 में प्रकाशित ‘भारत में राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम रणनीतिः संदर्भ और तत्काल कार्रवाई के लिए विचार’ (The national suicide prevention strategy in India: Context and considerations for urgent action) नामक लैंसेट की एक रिपोर्ट में यह पाया गया कि वैश्विक स्तर पर सर्वाधिक आत्महत्याएं भारत में हो रही हैं। इस
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग हेतु आरक्षण - (January 2023)
9 जनवरी, 2019 को संसद द्वारा 103वां संविधान संशोधन अधिनियम 2019 पारित किया गया। यह अधिनियम अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) तथा सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों (SEBC) के लिये 50% आरक्षण नीति के तहत कवर नहीं किये गए गरीबों के कल्याण को बढ़ावा देने हेतु (10%
मानव संसाधान प्रबंधान - (January 2023)
मानव संसाधन प्रबंधन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके अंतर्गत भर्ती, चयन तथा प्रशिक्षण की उपयुक्त विधियों के माध्यम से लोगों को सही समय तथा उचित स्थान पर नियोजित किया जाता है। आर्थिक सर्वेक्षण 2018-19 के अनुसार भारत का जनसांख्यिकीय लाभांश वर्ष 2041 के आसपास चरम पर होगा, जब जनसंख्या में कामकाजी
शहरी गरीबी - (January 2023)
ग्रामीण-शहरी प्रवास से उत्पन्न अनियंत्रित शहरीकरण के कारण भारत में शहरी जनसंख्या में तीव्र गति से वृद्धि हो रही है। 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या का लगभग 31.16% भाग शहरी क्षेत्रों में निवास करता है। संयुक्त राष्ट्र विश्व जनसंख्या स्थिति रिपोर्ट (2007) के अनुसार वर्ष 2030 तक भारत
मैनुअल स्कैवेंजिंग - (January 2023)
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा जुलाई, 2019 में जानकारी दी गई कि देश के 18 राज्यों के 170 जिलों में हाथ से मैला सफाई के 54,130 मामले दर्ज किए गए हैं। सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना, 2011 के तहत देशभर में लगभग 1.8 लाख परिवार अपनी आजीविका हेतु हाथ से मैला
बेघर आबादी - (January 2023)
वर्ष 2011 की जनगणना के अंतर्गत बेघर लोगों के संबंध में प्रस्तुत किये गए आंकड़ों में उन लोगों को शामिल किया गया है, जो कि ऐसे स्थानों में रहते हैं, जहां छत नहीं है। राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण के 76वें दौर (जुलाई-दिसंबर 2018) की पेयजल, स्वच्छता, स्वच्छता और आवास की स्थिति (Report
ड्रग अब्युसिंग और ट्रैफि़किंग - (January 2023)
वर्ष 2019 में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) द्वारा जारी रिपोर्ट ‘मैग्नीटड्ढूड ऑफ सब्सटेंस यूज इन इंडिया’ (Magnitude of Substance Use in India) के अनुसार- भारत में शराब सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला नशीला पदार्थ है। लगभग 5 करोड़ भारतीय भांग और ओपिओइड (Cannabis and Opioids) का उपयोग करते हैं। लगभग
मानव तस्करी - (January 2023)
ड्रग्स और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC) के अनुसार ‘शोषण, जबरन श्रम, वेश्यावृत्ति एवं स्वार्थपूर्ण लाभ हेतु किसी भी व्यक्ति की बल अथवा धोखाधड़ी के माध्यम से भर्ती, परिवहन, शरण एवं स्थानांतरण की प्रक्रिया मानव तस्करी कहलाती है। NCRB के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2018 (5,788) एवं 2017 (5,900) की
ट्रांसजेंडर - (January 2023)
ऐसे व्यक्ति जिनका लिंग जन्म के समय नियत लिंग (पुरुष एवं महिला) से मेल नहीं खाता है, ट्रांसजेंडर व्यक्ति कहलाते हैं। इनमें ट्रांस-मेन (परा-पुरुष) और ट्रांस-वूमेन (परा-स्त्री), इंटरसेक्स भिन्नताओं और जेंडर क्वीर (Queer) जैसे लोगों को शामिल किया जाता है। 2011 की जनगणना के अनुसार देश में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों की कुल
वृद्ध व्यक्ति - (January 2023)
राष्ट्रीय बुजुर्ग नीति (National Elderly Policy) के अनुसार 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति को बुजुर्ग माना जाता है। प्रधान मंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM) द्वारा जारी किए गए ‘बुजुर्गों के लिए जीवन की गुणवत्ता सूचकांक-2021’ (Quality of Life for Elderly Index) के अनुसार देश की जनसंख्या
दिव्यांगजन - (January 2023)
दिव्यांगता एक अंब्रेला शब्द है, जिसमें शारीरिक अक्षमता के कारण भागीदारी तथा अन्य गतिविधियों में विभिन्न प्रकार के प्रतिबंधों का सामना करने वाले व्यक्तियों को शामिल किया जाता है। वर्ष 2011 की जनगणना में देश की 121 करोड़ की कुल जनसंख्या में से लगभग 2-68 करोड़ व्यक्ति (कुल जनसंख्या का 2-21%)
दत्तक ग्रहण - (January 2023)
भारत में, एक भारतीय नागरिक अथवा एक अनिवासी भारतीय (NRI) ‘हिंदू दत्तक ग्रहण और रख-रखाव अधिनियम-1956’ तथा अभिभावक और वार्ड अधिनियम-1890 के तहत एक बच्चे को गोद ले सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) के अनुसार, भारत में 2-96 करोड़ बच्चे अनाथ अथवा परित्यक्त हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की
घरेलू हिंसा - (January 2023)
कोई भी ऐसा कार्य जो किसी महिला एवं बच्चे के स्वास्थ्य, सुरक्षा, आर्थिक क्षति, अपमान एवं जीवन के समक्ष संकट उत्पन्न करे, घरेलू हिंसा कहलाता है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के अनुसार महिलाओं के विरुद्ध घरेलू हिंसा के मामलों में कर्नाटक (48%) सर्वोच्च, जबकि बिहार दूसरे स्थान पर है। इस संदर्भ
बाल श्रम - (January 2023)
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के अनुसार ऐसी स्थिति जिसमें बच्चों को उनके बचपन तथा गरिमा से वंचित करते हुए विभिन्न कार्यों में नियोजित किया जाता है, बाल श्रम कहलाता है। बाल श्रम के कारण बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास बाधित होता है। 2011 की जनगणना के अनुसार, 5-14 वर्ष के
बाल विवाह - (January 2023)
वैधानिक उम्र (भारत में 18 वर्ष लड़कियों के लिए तथा 21 वर्ष लड़कों के लिए) से पूर्व बच्चों के विवाह की स्थिति को बाल विवाह कहा जाता है। NFHS-5: 18 से 29 वर्ष आयु की लगभग 25% महिलाओं का विवाह 18 वर्ष की कानूनी आयु से पहले हो जाता है। बाल विवाह
आंतरिक प्रवासन - (January 2023)
प्रवासन के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन-संयुक्त राष्ट्र प्रवासन एजेंसी (UNMA) द्वारा एक प्रवासी को किसी भी ऐसे व्यक्ति के रूप में परिभाषित किया जाता है, जो अपने निवास स्थान से दूर किसी अंतरराष्ट्रीय सीमा अथवा राज्य के भीतर स्थानांतरित होता है। ‘भारत में प्रवासन रिपोर्ट 2020-21’ (सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय-MoSPI) के
लैंगिक असमानता - (January 2023)
लैंगिक असमानता को महिलाओं एवं पुरुषों के मध्य सामाजिक, राजनीतिक, बौद्धिक, सांस्कृतिक अथवा राजनीतिक उपलब्धियों में व्याप्त अंतर के रूप में जाना जाता है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जुलाई 2020 से जून 2021 के लिए जारी किए गए आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण में यह पाया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं
बहुआयामी गरीबी - (January 2023)
वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक-2022 के अनुसार विश्व में सर्वाधिक बहुआयामी गरीब जनसंख्या भारत (228.9 मिलियन) में रहती है। ‘ऑक्सफोर्ड पॉवर्टी एंड ह्यूमन डवलपमेंट इनीशिएटिव’ (Oxford Poverty and Human Development Initiative-OPHI) के अनुसार बहुआयामी गरीबी के निर्धारण में लोगों द्वारा दैनिक जीवन में अनुभव किये जाने वाले सभी अभावों/कमियों को समाहित किया
स्वास्थ्य एवं पोषण
कुल प्रजनन दर - (January 2023)
कुल प्रजनन दर (TFR) का तात्पर्य उन बच्चों की कुल संख्या से है, जो किसी महिला के अपने जीवनकाल में जन्म लेते हैं अथवा जन्म लेने की संभावना होती है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS 2019-21) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार भारत में कुल प्रजनन दर वर्ष 2015-16 की (2.2) तुलना
भारत में मातृ मृत्यु दर - (January 2023)
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार गर्भवती होने पर अथवा गर्भावस्था की समाप्ति के 42 दिनों के भीतर आने वाली महिलाओं की मृत्यु को मातृ मृत्यु में शामिल किया जाता है। रजिस्ट्रार जनरल के सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (SRS) के कार्यालय के अनुसार भारत में मातृ मृत्यु दर में वर्ष 2016-17 की (113)
शिशु मृत्यु दर - (January 2023)
नमूना पंजीकरण प्रणाली (SRS) सांख्यिकीय रिपोर्ट-2020 के अनुसार भारत में वर्ष 2014 के बाद से ‘शिशु मृत्यु दर (IMR), 5 वर्ष से कम बच्चों की मृत्यु दर (U5MR) तथा नवजात मृत्यु दर (NMR) में में कमी आई है। IMR वर्ष 2019 (30 प्रति 1000 जीवित जन्म) से घटकर वर्ष 2020 में
सेरोगेसी - (January 2023)
सरोगेसी को एक ऐसी प्रथा के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसमें इच्छुक दंपत्ति के लिए कोई अन्य महिला बच्चे को जन्म देती है तथा जन्म के पश्चात बच्चा दंपत्ति को सौंप दिया जाता है। भारत अंतरराष्ट्रीय सरोगेसी के लिए सबसे लोकप्रिय स्थल के रूप में उभरा है। सरकारी आंकड़ों
स्वच्छता - (January 2023)
जल शक्ति मंत्रालय द्वारा 2 अक्टूबर, 2022 को ‘स्वच्छ भारत दिवस’ का आयोजन किया गया। ध्यान रहे कि 2 अक्टूबर 2014 स्वच्छ भारत मिशन आरंभ किया गया था। इसके तहत 2 अक्टूबर, 2019 तक स्वच्छ भारत की परिकल्पना को साकार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। वर्ष 2014 में ‘स्वच्छ
भुखमरी - (January 2023)
विटामिन, पोषक तत्वों और ऊर्जा अंतर्ग्रहण की गंभीर कमी को भुखमरी कहते हैं। इसे कुपोषण का सर्वाधिक चरम रूप माना जाता है। खाद्य और कृषि रिपोर्ट, 2018 के अनुसार विश्व के कुल भुखमरी के शिकार लोगों में से 24% लोग भारत में रहते हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सर्वेक्षण, 2017 में यह पाया
कुपोषण - (January 2023)
कुपोषण के अंतर्गत अल्पपोषण (वेस्टिंग, स्टंटिंग, कम वजन), अपर्याप्त विटामिन या खनिज, अधिक वजन, मोटापा तथा परिणामस्वरूप आहार संबंधी गैर-संचारी रोगों को शामिल किया जाता है। द स्टेट ऑफ फूड सिक्योरिटी एंड न्यूट्रिशन इन द वर्ल्ड 2020 रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2016 में भारत में प्रजनन आयु की लगभग 51.4 प्रतिशत
रोगाणुरोधी प्रतिरोधा - (January 2023)
WHO के अनुसार AMR वैश्विक स्तर पर प्रतिवर्ष लगभग 7,00,000 मौतों के लिए उत्तरदायी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुमान बताते हैं कि भारत में प्रतिवर्ष 60,000 नवजात शिशुओं की एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी संक्रमणों के कारण मृत्यु हो जाती है। जब किसी भी सूक्ष्मजीव (बैक्टीरिया, वायरस, कवक, परजीवी, आदि) द्वारा एंटीमाइक्रोबियल दवाओं
गेमिंग डिसऑर्डर - (January 2023)
डब्ल्यूएचओ के अनुसार गेमिंग डिसऑर्डर, गेमिंग व्यवहार (डिजिटल-गेमिंग या वीडियो-गेमिंग) का एक प्रतिरूप है। इसके अंतर्गत अन्य क्रियाकलापों की तुलना में किसी भी गेम खेलने की प्राथमिकता इस सीमा तक बढ़ जाती है कि यह दैनिक दिनचर्या से अधिक वरीयता ग्रहण कर लेता है। ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन के अनुसार, भारत
उपेक्षित उष्णकटिबंधाीय रोग - (January 2023)
उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (NTD) संक्रमण के एक ऐसे समूह को कहा जाता है, जो उष्णकटिबंधीय देशों विशेषकर अफ्रीका, एशिया और अमेरिका के विकासशील क्षेत्रों में हाशिये पर रहने वाले समुदायों को सामान्य रूप से प्रभावित करता है। वैश्विक स्तर पर लगभग 20 NTD की पहचान की गई है, जो दुनिया भर
सार्वभौमिक टीकाकरण - (January 2023)
सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम का विस्तार करते हुए टीकाकरण कवरेज में तेजी लाने के लिये वर्ष 2014 में ‘मिशन इंद्रधनुष’ की परिकल्पना की गई थी। अप्रैल 2021 तक मिशन इंद्रधनुष के विभिन्न चरणों के दौरान कुल 3.86 करोड़ बच्चों और 96.8 लाख गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जा चुका है। 12.23 महीने
बीसीजी (बैसिलस चाल्मेट-गुएरिन) टीका - (January 2023)
बैसिलस कैलमेट-गुएरिन (BCG) टीका मुख्य रूप से तपेदिक (TB) के खिलाफ इस्तेमाल किया जाने वाला टीका है। इसे सर्वप्रथम 18 जुलाई, 1921 को अपनाया गया था। वर्तमान में बीसीजी वैक्सीन टीबी की रोकथाम के लिए उपलब्ध एकमात्र लाइसेंस प्राप्त टीका है। डब्ल्यूएचओ की ग्लोबल टीबी रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में 10 मिलियन
न्यूमोकोकल कॉन्जुगेट वैक्सीन - (January 2023)
स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया (Streptococcus Pneumoniae) अथवा न्यूमोकोकस बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण न्यूमोकोकल रोग कहलाते हैं। वर्ष 2017: न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन भारत के सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (UIP) में शामिल। दिसंबर 2020: भारत की पहली स्वदेशी रूप से विकसित ‘न्यूमोकोकल कॉन्जुगेट वैक्सीन’ (Pneumococcal Conjugate Vaccine) ‘न्यूमोसिल’ (Peumosil) लॉन्च की गई। न्यूमोकोकल बैक्टीरिया
रक्षा एवं सुरक्षा
साइबर सुरक्षा - (January 2023)
साइबर-भौतिक प्रणालियों (Cyber-Physical Systems) और महत्त्वपूर्ण सूचना अवसंरचना के उपयोग की एक ऐसी प्रक्रिया, जिसमें विभिन्न तकनीकों के माध्यम से कंप्यूटर, नेटवर्क, प्रोग्राम और डेटा को अनधिकृत पहुंच या हमलों से बचाया जाता है, साइबर सुरक्षा कहलाती है। सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के अंतर्गत ‘महत्त्वपूर्ण सूचना अवसंरचना’ (Critical Information Infrastructure) को
क्रिप्टोकरेंसी - (January 2023)
क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की डिजिटल करेंसी (मुद्रा) होती है, जिसमें लेन-देन संबंधी सभी जानकारियों को कूटबद्ध (Encrypt) तरीके से विकेंद्रित डेटाबेस (Decentrelised Database) में सुरक्षित रखा जाता है। वर्तमान में विश्व भर में 1500 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी प्रचलित हैं। लिब्रा, बिटकॉइन, एथरियम (Ethereum) आदि क्रिप्टोकरेंसी के कुछ उदाहरण हैं। क्रिप्टोकरेंसी तथा
रक्षा स्वदेशीकरण - (January 2023)
रक्षा स्वदेशीकरण (Defense Indigenization) एक प्रक्रिया है, जिसके अंतर्गत रक्षा उपकरणों की आयात निर्भरता को कम करने के साथ-साथ देश के अंदर ही रक्षा उपकरणों का विकास एवं निर्माण करके आत्मनिर्भरता प्राप्त करने का प्रयास किया जाता है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीटड्ढूट (SIPRI) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार हथियार
आयरन डोम एयर डिफ़ेंस सिस्टम (ADS) - (January 2023)
आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम (Iron Dome Air Defence System-ADS) एक छोटी दूरी का एयर डिफेंस सिस्टम हैं, जो जमीन से हवा में मार करता है। इसे राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम (Rafael Advanced Defense System-RADS) और इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (Israel Aerospace Industries-IAI) द्वारा विकसित किया गया है तथा इसे सर्वप्रथम वर्ष
स्मार्ट एंटी एयरफ़ील्ड वेपन - (January 2023)
जनवरी 2021 में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा स्वदेशी रूप से निर्मित स्मार्ट एंटी एयरफील्ड वेपन (Smart Anti-Airfield Weapon- SAAW) का सफल ‘कैप्टिव एंड रिलीज’ (Captive and Release) उड़ान परीक्षण किया गया। यह परीक्षण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के हॉक- I विमान के जरिये किया गया था। इस हथियार
भूगोल
मौसम पूर्वानुमान - (January 2023)
विज्ञान तथा तकनीक की सहायता से तापमान, वर्षा तथा वायु की दिशा एवं वेग की भविष्यवाणी करना मौसम पूर्वानुमान (Weather Forecast) कहलाता है। भारत में यह कार्य भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (मुख्यालय दिल्ली) द्वारा किया जाता है। मौसम पूर्वानुमान के प्रकार लघु अवधि पूर्वानुमान (Short Range Forecasting): 1-2 दिनों के लिए। मध्यम
नगरीय ऊष्मा द्वीप - (January 2023)
स्थानीय एवं अस्थायी घटना के रूप में जब किसी नगरीय क्षेत्र का तापमान अपने आसपास के क्षेत्रों की तुलना में अधिक हो जाता है तो यह घटना ‘नगरीय ऊष्मा द्वीप’ (Urban Heat Island) कहलाती है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-खड़गपुर (IIT, Kharagpur) द्वारा वर्ष 2020 में ‘भारत में नगरीय ऊष्मा द्वीपों के विस्तार
हिन्द महासागर द्विध्रुव - (January 2023)
पश्चिमी तथा पूर्वी हिंद महासागर का बारी-बारी से गर्म एवं ठंडा होना हिंद महासागर द्विध्रुव (Indian Ocean Dipole-IOD) कहलाता है। IOD के सकारात्मक चरण में अत्यधिक वृद्धि हो जाती है, जबकि IOD के नकारात्मक चरण में तापमान में कमी दिखाई देती है। ऑस्ट्रेलियाई मौसम विज्ञान ब्यूरो (Australian Bureau of Meteorology) के
वनाग्नि - (January 2023)
प्राकृतिक अथवा मानव निर्मित कारकों के कारण जंगली क्षेत्रों में झाड़ियों में अप्रत्याशित रूप से लगने वाली आग को वनाग्नि के रूप में जाना जाता है। लंबे समय का शुष्क एवं गर्म मौसम, आकाशीय बिजली का गिरना तथा मानवीय गतिविधियां वनाग्नि के लिए उत्तरदाई कारकों में प्रमुख हैं। भारतीय वन सर्वेक्षण
भूस्खलन - (January 2023)
भूस्खलन को सामान्य रूप से अपक्षय की प्रक्रिया तथा गुरुत्वाकर्षण बल के कारण किसी ढाल से शैल (Rock), मलबा (Debris) अथवा मिट्टी (Soil) के बृहत संचलन (Mass Movement) के रूप में परिभाषित किया जाता है। भूस्खलन के प्रकारों में सामान्य रूप से गिरना (Fall), लटकना (Topple), फिसलना (Slide), प्रसार (Spread) तथा
समुद्री जल स्तर में वृद्धि - (January 2023)
सितंबर 2021 में प्रकाशित इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (IPCC) असेसमेंट रिपोर्ट- ‘क्लाइमेट चेंज 2021: द फिजिकल साइंस बेसिस’ (Climate Change 2021: The Physical Science Basis) ने वैश्विक स्तर पर तापमान में वृद्धि तथा परिणाम स्वरूप ग्लेशियर के पिघलने से समुद्री जल स्तर में होने वाली वृद्धि पर चिंता व्यक्त
मेघ प्रस्फ़ुटन - (January 2023)
एक सीमित क्षेत्र में छोटी अवधि के दौरान भारी वर्षा की घटना को ‘बादल का फटना’ (Cloudburst) कहा जाता है। लगभग 10 किमी × 10 किमी के क्षेत्र में एक घंटे में 10 सेमी या उससे अधिक की वर्षा को बादल फटने की घटना के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।
चक्रवात - (January 2023)
अत्यधिक कम दबाव वाले क्षेत्र में जब वायु किसी केंद्र के चतुर्दिक घूर्णन करते हुए आगे बढ़ती है तो ऐसी प्राकृतिक दशा को चक्रवात कहा जाता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा चक्रवातों को उनकी ‘अधिकतम निरंतर सतह पर प्रवाहित वायु की गति’ (Maximum Sustained Surface Wind Speed-MSW) की गति
बाढ़ आपदा - (January 2023)
मानव अथवा प्राकृतिक कारणों से जल का प्रवाह बाढ़ कहलाता है। इससे एक सीमित समय में कोई भी स्थलीय भाग जलमग्न हो जाता है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के अनुसार भारत बाढ़ के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है। भारत के संपूर्ण भौगोलिक क्षेत्र में से लगभग 40 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र बाढ़
महत्वपूर्ण खनिज - (January 2023)
महत्वपूर्ण खनिजों (Critical Minerals) में ऐसे धात्विक एवं गैर धात्विक तत्वों को शामिल किया जाता है, जो आधुनिक तकनीकों, अर्थव्यवस्थाओं तथा राष्ट्रीय सुरक्षा हेतु आवश्यक माने जाते हैं। सीमित तथा स्थान विशिष्ट उपलब्धता के कारण इनकी आपूर्ति श्रृंखला के बाधित होने का जोखिम बने रहने के कारण भी इन्हें महत्वपूर्ण माना
मरुस्थलीकरण - (January 2023)
मरुस्थलीकरण एक प्रक्रिया है, जिसमें प्राकृतिक अथवा मानव निर्मित कारकों के कारण भूमि की शुष्कता में वृद्धि होती है, शुष्क एवं अर्द्ध-शुष्क भूमि का विस्तार होता है तथा मृदा जैविक उत्पादकता में कमी आती है। मरुस्थलीकरण की अधिक व्यापकता के कारण अंततः रेगिस्तान का निर्माण होता है। संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन टू
भूमिगत जल - (January 2023)
जुलाई 2022 में केंद्रीय भूजल बोर्ड (CGWB) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार भारत में निष्कासित समस्त भूजल का लगभग 89% भाग का उपयोग सिंचाई गतिविधियों में किया जाता है। भारत में कृषि भूमि की सिंचाई हेतु प्रतिवर्ष लगभग 230 बिलियन मीटर क्यूबिक भूजल का निष्कासन किया जाता है। सिंचाई के
पर्यावरण
वायु प्रदूषण - (January 2023)
आर्थिक क्षतिः लैंसेट के एक अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि वर्ष 2019 में भारत में वायु प्रदूषण के कारण 1.7 मिलियन अकाल मृत्यु हुई। समय से पहले होने वाली मौतों और रुग्णता से होने वाला आर्थिक क्षति भारत के सकल घरेलू उत्पाद का 1.36 प्रतिशत तक होता है। प्रदूषित
पर्यावरण अनुकूल जीवन-शैली - (January 2023)
कार्बन उत्सर्जनः संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के अनुसार, यदि 8 अरब के करीब की वैश्विक आबादी में से 1 अरब लोग अपने दैनिक जीवन में पर्यावरण के अनुकूल व्यवहार अपनाते हैं, तो वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में लगभग 20 प्रतिशत की कमी आ सकती है। चुनौतियां: बदलते परिवेश के कारण वैश्विक स्तर
मैंग्रोव प्रबंधन - (January 2023)
मैंग्रोव कवरः इंडिया स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट 2021 के अनुसार, मैंग्रोव वन के तहत क्षेत्र में 17 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिससे भारत का कुल मैंग्रोव कवर 4,992 वर्ग किमी हो गया है। सर्वाधिक वृद्धिः इंडिया स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट 2021 के अनुसार, मैंग्रोव कवर में सर्वाधिक वृद्धि ओडिशा
हिंद महासागर के जलस्तर में वृद्धि - (January 2023)
समुद्र के स्तर में वृद्धिः नासा के अनुसार ग्लोबल वार्मिंग के कारण अगले दो से तीन दशकों में भारतीय तटीय क्षेत्रों में समुद्र के स्तर में 0.1 मीटर से 0.3 मीटर की वृद्धि हो सकती है, जो निचले इलाकों को जलमग्न कर सकता है। तापमान में भिन्नताः अगले दो से तीन
ग्रीन हाइड्रोजन - (January 2023)
संभावनाः टेरी (TERI) के अनुसार भारत में हाइड्रोजन के उपयोग की काफी संभावना है, जो वर्ष 2050 तक 3 से 10 गुना बढ़ सकती है। बाजार का आकारः वर्ष 2050 तक भारत में हाइड्रोजन की मांग चार गुना से अधिक बढ़ सकती है, जो वैश्विक मांग का लगभग 10 प्रतिशत है।
वन्यजीव तस्करी - (January 2023)
रैंकिंगः जंगली जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर सम्मेलन (CITES) का एक मेंबर होने के बावजूद, भारत वर्तमान में वन्यजीव तस्करी के लिए शीर्ष 20 देशों में से एक है। वन्यजीव तस्करी के लिए एयरलाइन क्षेत्र का उपयोग करने के मामले में भारत शीर्ष दस देशों
बायोमास ऊर्जा - (January 2023)
बायोमास ऊर्जा लक्ष्यः नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने 2022 तक 10 गीगावॉट स्थापित बायोमास ऊर्जा हासिल करने का राष्ट्रीय लक्ष्य निर्धारित किया है। क्षमताः वर्तमान में भारत नवीकरणीय ऊर्जा का दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, इसकी स्थापित बिजली क्षमता का 40% गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों से आता है। भारत
बायो-एनर्जी - (January 2023)
ऊर्जा आपूर्तिः आधुनिक बायो-एनर्जी विश्व स्तर पर नवीकरणीय ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है, जो नवीकरणीय ऊर्जा का 55% और वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति का 6% से अधिक के लिए जिम्मेदार है। उपयोगः 2010 और 2021 के बीच आधुनिक बायो-एनर्जी का उपयोग औसतन लगभग 7% प्रतिवर्ष बढ़ा है, और यह वर्तमान में
भूमि क्षरण - (January 2023)
भौगोलिक क्षेत्रः सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट द्वारा जारी ‘भारत का पर्यावरण 2022’ की रिपोर्ट के अनुसार भारत का लगभग 30% भौगोलिक क्षेत्र क्षरण के अधीन है। भारत में 46% कृषि भूमि और 22% वन भूमि का क्षरण हो रहा है। मृदा कटावः राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी के अनुसार देश की
ठोस अपशिष्ट - (January 2023)
उत्पादनः भारत में प्रतिदिन लगभग 1-43 लाख टन नगरपालिका ठोस अपशिष्ट उत्पन्न होता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार एक दिन में इकट्टखा होने वाले कचरे का 47% वैज्ञानिक रूप से उपचारित किया जाता है। एकत्रितः भारत हर साल 62 मिलियन टन कचरा पैदा करता है। लगभग 43
ई-वेस्ट - (January 2023)
उत्पादनः ग्लोबल ई-वेस्ट मॉनिटर-2017 के अनुसार, भारत सालाना लगभग 2 मिलियन टन ई-कचरा या ई-अपशिष्ट उत्पन्न करता है तथा ई-अपशिष्ट उत्पादन में अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी के बाद 5वें स्थान पर है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के 2020 के एक अध्ययन के अनुसार, भारत ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में 10,14,961
प्लास्टिक प्रदूषण - (January 2023)
खपतः भारत में प्रति व्यक्ति प्लास्टिक की खपत 11 किलोग्राम प्रतिवर्ष है, जो अमेरिका एवं पश्चिमी देशों सहित अन्य विकसित देशों के मुकाबले अभी भी काफी कम है। भारत में सर्वाधिक प्लास्टिक प्रदूषण एकल उपयोग प्लास्टिक के माध्यम से होता है। प्लास्टिक कचराः भारत सालाना लगभग 3.5 मिलियन टन प्लास्टिक कचरा
नदी प्रदूषण - (January 2023)
प्रदूषित नदीः वर्ष 2018 में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भारत में 351 प्रदूषित नदी क्षेत्रों की पहचान की थी। लगभग 60% प्रदूषित नदी महाराष्ट्र, असम, मध्य प्रदेश, केरल, गुजरात, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक राज्यों में मौजूद हैं। सीवेज उत्पादनः केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार देश
आर्द्रभूमि - (January 2023)
कुल भौगोलिक क्षेत्रः भारत में, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा संकलित राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और आंकलन के अनुसार, भारत में आर्द्रभूमि 1,52,600 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है, जो देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 4.63% है। कुल रामसर स्थलः भारत में अगस्त 2022 को 11 और आर्द्रभूमि को शामिल
जलवायु वित्त (Climate Finance) - (January 2023)
वित्त की आवश्यकताः पेरिस समझौते के तहत भारत के राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान को प्राप्त करने के लिए, भारत को 2015 से 2030 तक लगभग 162.5 लाख करोड़ या 11 लाख करोड़ प्रति वर्ष की आवश्यकता है। बजटीय व्ययः सरकारी बजटीय व्यय कुल हरित वित्त का लगभग 19%है और इक्विटी
तकनीकी विकास
इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स - (January 2023)
इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) सामान्य रूप से इंटरनेट का एक नेटवर्क है, जो उन उपकरणों को आपस में जोड़ता है, जो डेटा को संग्रहित और परिवर्तित करने में सक्षम होते हैं। यह वैश्विक स्तर पर सर्वाधिक तीव्र गति से उभरती प्रौद्योगिकियों में से एक है, जिसमें समाज, उद्योग तथा उपभोक्ताओं को
लाइट फि़डेलिटी (Lifi) तकनीक - (January 2023)
लाई-फाई एक विजीबल लाइट कम्युनिकेशंस (Visible Light Communications-VLC) प्रणाली है। यह एक वायरलेस तकनीक है, जो रेडियो तरंगों के स्थान पर दृश्यमान प्रकाश का उपयोग करके प्रति सेकंड की गति पर डेटा का प्रसारण करती है। इस प्रौद्योगिकी के अंतर्गत एलईडी बल्ब और हल्के स्पेक्ट्रम का उपयोग करके प्रति 1 किमी.
5जी प्रौद्योगिकी - (January 2023)
5जी अथवा इंटरनेट की पांचवीं पीढ़ी दीर्घकालिक विकास (Long-Term Evolution-LTE) मोबाइल ब्रॉडबैंड नेटवर्क का नवीनतम उन्नयन है। यह एक एकीकृत मंच (Unified Platform) है, जो अधिक क्षमता, कम विलंबता, तीव्र डेटा वितरण दर तथा स्पेक्ट्रम के बेहतर उपयोग के साथ पिछली मोबाइल सेवाओं की तुलना में कहीं अधिक सक्षम है। 5G
जैव प्रौद्योगिकी - (January 2023)
जैव प्रौद्योगिकी एक ऐसी तकनीक है, जिसमें विभिन्न उत्पादों का विकास व निर्माण करने के लिए जैविक प्रणालियों, जीवित जीवों अथवा इनके कुछ हिस्सों का उपयोग किया जाता है। यह तकनीक आनुवंशिक रूप से संशोधित रोगाणुओं, कवक, पौधों तथा जीवों का उपयोग करके बायोफार्मास्यूटिकल्स एवं अन्य जैविक उत्पादों के औद्योगिक पैमाने
क्वांटम कंप्यूटिंग - (January 2023)
क्वांटम कंप्यूटिंग (Quantum computing) एक तेजी से उभरती हुई तकनीक है, इसमें कंप्यूटरों के माध्यम से अत्यंत जटिल समस्याओं को हल करने हेतु क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics) के नियमों का उपयोग किया जाता है। क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics) भौतिकी की एक उप-शाखा है, जो क्वांटम के व्यवहार (जैसे- परमाणु, इलेक्ट्रॉन, फोटॉन,
क्वांटम की डिस्ट्रीब्यूशन प्रौद्योगिकी - (January 2023)
फरवरी, 2022 में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) एवं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली के वैज्ञानिकों की एक संयुक्त टीम द्वारा देश में पहली बार उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और विंध्याचल के मध्य 100 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर ‘क्वांटम की’ वितरण लिंक (Quantum Key Distribution link-QKD) का
ट्राइबोइलेक्ट्रिक नैनोजेनरेटर - (January 2023)
जून 2021 में भारतीय वैज्ञानिकों की एक टीम द्वारा एक पारदर्शी ट्राइबोइलेक्ट्रिक नैनोजेनरेटर डिवाइस (Triboelectric Nanogenerator Device-TENG) विकसित किया गया। ट्राइबोइलेक्ट्रिक नैनोजेनरेटर (TENG) एक स्व-संचालित उपकरण है। यह बिजली उत्पन्न करने के लिए कंपन के रूप में यांत्रिक ऊर्जा का उपयोग करता है, जो विभिन्न रूपों में प्रत्येक स्थान पर उपलब्ध
इन्फ्लेटेबल एरोडायनामिक डिसेलेरेटर - (January 2023)
सितंबर 2022 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation-ISRO) ने इन्फ्रलेटेबल एरोडायनामिक डिसेलेरेटर (Inflatable Aerodynamic Decelerator-IAD) तकनीक का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इसके माध्यम से स्पेंट स्टेज रिकवरी (Spent stage recovery) में आने वाली लागत को प्रभावी रूप से कम किया जा सकता है। विशेषताएं IAD के डिजाइन, विकास तथा परीक्षण
जीन एडिटिंग - (January 2023)
जीन एडिटिंग अथवा जीनोम एडिटिंग प्रौद्योगिकियों का एक ऐसा समुच्चय है, जिससे वैज्ञानिकों को किसी जीव के डीएनए (DNA) में परिवर्तन करने की क्षमता प्राप्त होती है। सामान्य रूप से इन प्रौद्योगिकियों के माध्यम से जीनोम में विशेष स्थानों पर आनुवंशिक सामग्री को जोड़ा, हटाया अथवा परिवर्तित किया जा सकता