भारतीय मानक ब्यूरो ने पूरे किए 75 साल

भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने 6 जनवरी, 2022 को अपने अस्तित्व के 75 गौरवशाली वर्ष पूरे किए।

बीआईएस का कार्यः बीआईएस वस्तुओं के मानकीकरण, अंकन और गुणवत्ता प्रमाणन की गतिविधियों के सामंजस्यपूर्ण विकास के लिए और उससे जुड़े या उसके प्रासंगिक मामलों के लिए भारत का राष्ट्रीय मानक निकाय है।

  • बीआईएस राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को कई तरीकों से लाभ प्रदान कर रहा है - यह सुरक्षित विश्वसनीय गुणवत्ता वाले उत्पाद प्रदान करता है_ उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य जोखिम को कम करता है_ निर्यात एवं आयात विकल्पों को प्रोत्साहित करता है_ किस्मों के प्रसार को नियंत्रित करता है।
  • बीआईएस का उद्भवः इंस्टीटड्ढूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), ने एक ऐसे संस्थान के संविधान का पहला मसौदा तैयार किया, जो राष्ट्रीय मानकों के निर्माण का कार्य कर सकता था।
  • उद्योग और आपूर्ति विभाग द्वारा 3 सितंबर, 1946 को एक ज्ञापन के जरिये औपचारिक रूप से ‘भारतीय मानक संस्थान (Indian Standards Institution: ISI) नामक एक संगठन की स्थापना की घोषणा की गई।
  • 6 जनवरी, 1947 को ISI अस्तित्व में आया और जून 1947 में डॉ. लाल सी. वर्मन ने इसके पहले निदेशक के रूप में पदभार संभाला।
  • भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) वर्ष 1986 के संसद के एक अधिनियम के माध्यम से 1 अप्रैल, 1987 को अस्तित्व में आया।

बीआईएस अधिनियम 2016ः 22 मार्च, 2016 को एक नया भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) अधिनियम 2016 अधिसूचित किया गया, जो 12 अक्टूबर, 2017 से लागू किया गया है।

  • अधिनियम भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) को ‘भारत के राष्ट्रीय मानक निकाय’ के रूप में स्थापित करता है।

प्रश्नोत्तर-सार

भारत में महिला पायलट

  • नागर विमानन मंत्रलय के अनुसार, भारत में पंजीकृत 17,726 पायलटों में से महिला पायलटों की संख्या 2,764 है।
  • भारत में महिला पायलटों की हिस्सेदारी, जो वर्तमान में कुल कार्यबल का लगभग 15% है, अंतरराष्ट्रीय औसत 5% से काफी अधिक है। नागर विमानन मंत्रलय और उससे जुड़े संगठनों ने देश में पायलटों के प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं।
  • इनमें भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के पांच हवाई अड्डों- बेलगावी, जलगांव, कलबुर्गी, खजुराहो और लीलाबाड़ी पर नौ नए उड़ान प्रशिक्षण संगठनों (एफटीओ) के लिए अनुबंध पत्र जारी करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
  • अमेठी (उत्तर प्रदेश) में स्थापित राजीव गांधी राष्ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय भारत का एकमात्र विमानन विश्वविद्यालय है। यह नागर विमानन मंत्रलय के प्रशासनिक नियंत्रण में काम करता है।

आर्थिक परिदृश्य