शिगेला

केरल के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मई 2022 में कासरगोड में खाद्य विषाक्तता (food poisoning) की घटना 'शिगेला बैक्टीरिया' (Shigella bacteria) के कारण हुई है।

महत्वपूर्ण तथ्य: कासरगोड में एक भोजनालय से चिकन शावरमा (chicken shawarma) खाने के बाद लोगों के रक्त और मल में इस बैक्टीरिया की उपस्थिति की पुष्टि हुई।

  • शिगेला बैक्टीरिया 'एंटरोबैक्टर परिवार' (enterobacter family) से संबंधित है। यह दुनिया भर में ‘अतिसार’ (Diarrhoea) के सबसे आम कारणों में से एक है।
  • शिगेला बैक्टीरिया 'शिगेलोसिस (shigellosis) नामक संक्रमण का कारण बनता है।
  • शिगेलोसिस एक बहुत ही सामान्य संक्रमण नहीं है। यह भोजन और पानी से होने वाला संक्रमण है, और यह दूषित भोजन के सेवन से हो सकता है; जैसे- केरल के मामले में ‘बिना धुले फल या सब्जियां’।
  • शिगेला के संक्रमण से अधिकांश रोगियों में दस्त (कभी-कभी खूनी), पेट में ऐंठन और बुखार की शिकायत होती है।
  • रोगी के मलमूत्र के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संपर्क से यह रोग आसानी से फैलता है। दूषित पानी से स्नान करने से भी संक्रमण हो सकता है।
  • शिगेला बैक्टीरिया चार प्रकार के होते हैं, जो मनुष्यों को प्रभावित करते हैं - 'शिगेला सोनेई' (Shigella sonnei), 'शिगेला फ्लेक्सनेरी' (Shigella flexneri), शिगेला बॉयडी (Shigella boydii) और 'शिगेला डिसेंट्री' (Shigella dysenteriaei)।
  • 'शिगेला डिसेंट्री' सबसे गंभीर बीमारी का कारण बनता है क्योंकि यह विष पैदा करता है।
  • लगातार हाथ धोने से शिगेला संक्रमण को 70% तक कम किया जा सकता है। अधिकांश लोग एंटीबायोटिक दवाओं की आवश्यकता के बिना ठीक हो जाते हैं। हालांकि, गंभीर बीमारी वाले लोगों को एंटीबायोटिक दवाएं दी जानी चाहिए।

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रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन

  • आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा के बाद, सरकार ने सभी तीर्थयात्रियों को ट्रैक करने के लिए ‘रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन’ (Radio Frequency Identification: RFID) टैग का उपयोग करने का निर्णय लिया है।

  • रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) 'टैग' और 'रीडर' से बना एक 'वायरलेस ट्रैकिंग सिस्टम' (wireless tracking system) है। इसमें वस्तुओं या लोगों की जानकारी/पहचान संप्रेषित करने के लिए 'रेडियो तरंगों' का उपयोग किया जाता है। इसमें प्रयुक्त 'टैग' में कूटलेखित जानकारी (encrypted information), सीरियल नंबर और संक्षिप्त विवरण दर्ज किए जा सकते हैं। विमानन उद्योग में उपयोग के लिए उच्च-मेमोरी वाले टैग (high-memory tags) डिजाइन किए गए हैं। RFID टैग दो प्रकार के होते हैं- पहला सक्रिय RFID, जो अपने स्वयं के ऊर्जा स्रोत, ज्यादातर बैटरी का उपयोग करते हैं। दूसरा, निष्क्रिय RFID, जिसे 'रीडर' के माध्यम से ‘विद्युत चुम्बकीय ऊर्जा’ प्रसारण का उपयोग करके सक्रिय किया जाता है।

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