फंगल अर्क से बनी जैव सामग्री घावों को भरने में सहायक
वैज्ञानिकों ने एक नई जैव सामग्री (Biomaterial) विकसित की है, जिसका उपयोग घावों को कीटाणुरहित करने और उपचार की प्रक्रिया को तेज करने के लिए किया जा सकता है।
महत्वपूर्ण तथ्य: इस जैव सामग्री को आईआईटी मंडी, आईआईटी दिल्ली और राष्ट्रीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (NISER), भुवनेश्वर के वैज्ञानिकों के बीच साझेदारी में विकसित किया गया है।
- चूहों के घाव पर लगाकर इस जैव सामग्री की प्रभावशीलता का परीक्षण किया गया है।
- यह जैव सामग्री पॉलीमर 'पुलुलन' (pullulan) से प्राप्त होती है, जो फंगस 'ऑरियोबैसिडियम पुलुलन' (Aureobasidium pullulans) द्वारा स्रावित होती है।
- 'पुलुलन' एक एक्सोपॉलीसेकेराइड (exopolysaccharide) है, यानी यह बहुलक कवक द्वारा स्वयं उस माध्यम में स्रावित होता है, जिस पर यह बढ़ रहा (growing) है।
- पुलुलन मूल रूप से ग्लूकोज की एक बहुलक शृंखला है। पुलुलन एक जैव सामग्री के रूप में पहले से ही सफल है और व्यापक रूप से व्यावसायिक रूप से उपयोग की जाती है।
- इसके गैर-विषैले, गैर-उत्परिवर्तजन (non-mutagenic) और गैर-इम्यूनोजेनिक (non-immunogenic) गुणों के कारण भोजन, सौंदर्य प्रसाधन और दवा उद्योग में इसका उपयोग किया जाता है।
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