दक्षिण-मध्य रेलवे ने लॉन्च की 'एक स्टेशन एक उत्पाद' पहल

दक्षिण-मध्य रेलवे ने अप्रैल 2022 में अपने सभी छ: मंडलों के छ: प्रमुख स्टेशनों पर 'एक स्टेशन एक उत्पाद' (One station One Product) पहल शुरू की है।

उद्देश्य: रेलवे स्टेशनों को स्थानीय उत्पादों के लिए बिक्री और प्रचार केंद्र के रूप में बदलना।

महत्वपूर्ण तथ्य: तिरुपति स्टेशन पर पायलट परियोजना के बाद, अब इसे पहली बार सिकंदराबाद, काचीगुडा, विजयवाड़ा, गुंटूर और औरंगाबाद स्टेशनों पर लॉन्च किया गया है।

  • यह पहल अभी दो चरणों में 30 दिनों के लिए लागू की जा रही है- 9 अप्रैल से 7 मई, 2022 तक।
  • केंद्रीय बजट 2022-23 में 'एक स्टेशन एक उत्पाद' अवधारणा की घोषणा की गई थी। इसके तहत, ऐसे रेलवे स्टेशनों, जिनमें भारी संख्या में लोग आते हैं, को स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए विपणन चैनलों के रूप में बदलने की परिकल्पना की गई है।
  • इन 6 स्टेशनों पर प्रचार/बिक्री के लिए पहचाने गए उत्पाद हैं-
    1. सिकंदराबाद: हैदराबादी ताजे पानी के मोती के आभूषण और हैदराबादी चूड़ियाँ;
    2. काचीगुडा: पोचमपल्ली हथकरघा और वस्त्र;
    3. विजयवाड़ा: कोंडापल्ली खिलौने और हस्तशिल्प;
    4. गुंटूर: तेनाली हथकरघा वस्त्र और मंगलागिरी साड़ी, जूट और केले के रेशे के उत्पाद;
    5. तिरुपति: कलमकारी, हस्तशिल्प और लकड़ी की नक्काशी;
    6. औरंगाबाद: पैठानी साड़ी और हिमरू शॉल।

दक्षिण मध्य रेलवे: इसका का गठन 2 अक्टूबर, 1966 को हुआ था। वर्तमान में इसमें 6 मंडल हैं- सिकंदराबाद, हैदराबाद, विजयवाड़ा, गुंतकल, गुंटूर और नांदेड़।

  • दक्षिण मध्य रेलवे मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र राज्यों और सीमित रूप से, कर्नाटक, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश राज्यों के कुछ हिस्सों में कार्य करता है।
  • दक्षिण मध्य रेलवे का मुख्यालय सिकंदराबाद (तेलंगाना) है।

आर्थिक परिदृश्य