सेमीकंडक्टर की आपूर्ति के लिए यूरोपीय संघ की योजना
यूरोपीय संघ ने 8 फरवरी, 2022 को यूरोप में 2030 तक सेमीकंडक्टर की आपूर्ति को चौगुना करने की अपनी योजना का अनावरण किया।
उद्देश्य: इलेक्ट्रिक कारों और स्मार्टफोन में उपयोग किए जाने वाले प्रमुख घटक के लिए एशिया पर यूरोपीय संघ की निर्भरता को सीमित करना।
महत्वपूर्ण तथ्य: महामारी के झटके के बाद आपूर्ति बंद हो जाने के बाद सेमीकंडक्टर चिप्स का उत्पादन यूरोप के साथ-साथ संयुक्त राज्य अमेरिका में एक रणनीतिक प्राथमिकता बन गया है।
- ज्ञात हो कि सेमीकंडक्टर का निर्माण ताइवान, चीन और दक्षिण कोरिया में बड़े पैमाने पर होता है। यूरोपीय संघ का लक्ष्य है कि ब्लॉक के अंदर ही कारखाने और कंपनियां इस क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभाएं।
- बहुप्रतीक्षित ‘यूरोपीय संघ चिप्स अधिनियम’ सार्वजनिक और निजी निवेश का 43 बिलियन यूरो (49.1 बिलियन डॉलर) से अधिक जुटाएगा और यूरोपीय संघ को 2030 तक अपनी वर्तमान बाजार हिस्सेदारी को दोगुना कर 20% तक पहुंचाने में सक्षम करेगा।
- प्रस्ताव को यूरोपीय संघ के सदस्य देशों और यूरोपीय संसद के अनुमोदन की आवश्यकता होगी।
अंतरराष्ट्रीय संबंध
- 1 संक्षिप्त सामयिकी
- 2 भारत-चीन व्यापार
- 3 चौथा भारत-ऑस्ट्रेलिया ऊर्जा संवाद
- 4 भारत-बांग्लादेश रेलवे अनुबंध
- 5 भारत और ऑस्ट्रेलिया पर्यटन सहयोग
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- 12 मरिया
- 13 प्लास्टिक प्रदूषण पर संकल्प
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- 15 मोंट्रेक्स कन्वेंशन
- 16 अमेरिका की नई हिंद-प्रशांत रणनीति
- 17 ईआईयू लोकतंत्र सूचकांक 2021
- 18 अंतरराष्ट्रीय बौद्धिक संपदा सूचकांक 2022
- 19 रूस-यूक्रेन संघर्ष
- 20 वन ओशन समिट