भारत और जर्मनी सहयोग कार्य योजना 2022
भारत और जर्मनी ने 16 फरवरी, 2022 को 'भारत और जर्मनी सहयोग कार्य योजना 2022' पर हस्ताक्षर किए।
उद्देश्य: गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे को मजबूत करना, व्यापार के लिए तकनीकी बाधाओं को कम करना, उत्पाद सुरक्षा को बढ़ाना और उपभोक्ता संरक्षण को मजबूत करना।
महत्वपूर्ण तथ्य: भारत और जर्मनी ने गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे पर भारत-जर्मन कार्यकारी समूह की 8वीं वार्षिक बैठक के दौरान कार्य योजना 2022 पर हस्ताक्षर किए।
- सहयोग के लिए चिन्हित किए गए क्षेत्रों में मोबिलिटी, ऊर्जा, चक्रीय अर्थव्यवस्था, स्मार्ट खेती/कृषि, चिकित्सा उपकरण, डिजिटलीकरण (कृत्रिम बुद्धिमत्ता, उद्योग 4.0 और अन्य नई प्रौद्योगिकी क्षेत्र), मशीनरी सुरक्षा, चिकित्सा उपकरण और बाजार निगरानी शामिल हैं।
वैश्विक गुणवत्ता अवसंरचना सूचकांक: जर्मनी ने वैश्विक गुणवत्ता अवसंरचना सूचकांक (GQII) के अध्ययन के परिणाम को भी साझा किया।
- GQII रिपोर्ट के अनुसार, भारत को मानकीकरण के मामले में 7वें स्थान पर, प्रत्यायन गतिविधियों के लिए 9वें स्थान पर और मेट्रोलॉजी से संबंधित गतिविधियों के लिए 19वें स्थान पर रखा गया है।
- भारत ने 100 में से 95.6 अंक प्राप्त किए हैं और यह समग्र गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे के वातावरण के लिए दुनिया में 10वें स्थान पर है।
अंतरराष्ट्रीय संबंध
- 1 संक्षिप्त सामयिकी
- 2 भारत-चीन व्यापार
- 3 चौथा भारत-ऑस्ट्रेलिया ऊर्जा संवाद
- 4 भारत-बांग्लादेश रेलवे अनुबंध
- 5 भारत और ऑस्ट्रेलिया पर्यटन सहयोग
- 6 नेपाल बनेगा भारत के यूपीआई प्लेटफॉर्म को अपनाने वाला पहला देश
- 7 श्रीलंका का एकात्मक डिजिटल पहचान फ्रेमवर्क
- 8 हॉर्न ऑफ अफ्रीका में गंभीर सूखे की स्थिति
- 9 सेमीकंडक्टर की आपूर्ति के लिए यूरोपीय संघ की योजना
- 10 एक्जिम बैंक ने किया श्रीलंका से 50 करोड़ डॉलर का ऋण समझौता
- 11 एचआईवी से ठीक होने वाली पहली महिला
- 12 मरिया
- 13 प्लास्टिक प्रदूषण पर संकल्प
- 14 मानवाधिकार परिषद में रूस की निंदा वाले प्रस्ताव पर भारत ने बनाई दूरी
- 15 मोंट्रेक्स कन्वेंशन
- 16 अमेरिका की नई हिंद-प्रशांत रणनीति
- 17 ईआईयू लोकतंत्र सूचकांक 2021
- 18 अंतरराष्ट्रीय बौद्धिक संपदा सूचकांक 2022
- 19 रूस-यूक्रेन संघर्ष
- 20 वन ओशन समिट