कजाकिस्तान में विरोधा-प्रदर्शन एवं सीएसटीओ
हाल ही में तेल समृद्ध देश कजाकिस्तान में तरलीकृत पेट्रोलियम गैस की मूल्यवृद्धि को लेकर गृहयुद्ध जैसे हालात बन गए। इस समस्या के समाधान के लिए कजाकिस्तान के राष्ट्रपति के आग्रह पर, ‘सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन’ (Collective Security Treaty Organization-CSTO) द्वारा सैन्य-दल भेजा गया है।
मुख्य बिन्दु
तरलीकृत पेट्रोलियम गैस पर सब्सिडी का फैसला तीन साल पहले लिया गया था, लेकिन 1 जनवरी, 2022 से ईंधन की कीमतें पूरी तरह से बाजार आधारित हो गईं।
- इसके कारण एलपीजी की कीमत बाजार की मांग एवं पूर्ति के आधार पर जल्द ही बढ़ गई।
- इसके पश्चात सरकार के निर्णय के विरुद्ध बड़े पैमाने ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 प्रधानमंत्री की सऊदी अरब की राजकीय यात्रा
- 2 भारतीय राष्ट्रपति की पुर्तगाल एवं स्लोवाकिया की यात्रा
- 3 प्रधानमंत्री की श्रीलंका की राजकीय यात्रा
- 4 भारत-थाईलैंड रणनीतिक साझेदारी की घोषणा
- 5 चिली के राष्ट्रपति की भारत यात्रा
- 6 भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ
- 7 भारत ने बांग्लादेश के लिए ट्रांसशिपमेंट सुविधा समाप्त की
- 8 जैविक हथियार अभिसमय की 50वीं वर्षगांठ
- 9 15वां ब्रिक्स कृषि सम्मेलन
- 10 चीन द्वारा दुर्लभ मृदा तत्वों (REEs) के निर्यात पर प्रतिबंध

- 1 भारत और ब्रिटेन के मध्य एफटीए वार्ता
- 2 भारत-इजराइल राजनयिक संबंध के 30 वर्ष
- 3 टोंगा में ज्वालामुखी विस्फ़ोट
- 4 दावोस एजेंडा 2022
- 5 ईरान-सऊदी अरब संबंध
- 6 त्रिंकोमाली तेल टैंक फ़ार्म: भारत एवं श्रीलंका
- 7 एशियाई अवसंरचना निवेश बैंक
- 8 विश्व व्यापार संगठन
- 9 क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी का प्रभावी होना