क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी का प्रभावी होना
1 जनवरी, 2022 से क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (RCEP) समझौता औपचारिक तौर पर लागू हो गया। इसके साथ ही, व्यापार की मात्रा के अनुसार यह विश्व का सबसे बड़ा मुक्त व्यापार क्षेत्र समझौता बन गया है।
मुख्य बिन्दु
भारत इससे संबंधित वार्ता में शामिल था परंतु कुछ अंतर्निहित मुद्दों के कारण भारत इस मुक्त व्यापार ब्लॉक में सम्मिलित न हो सका।
- हाल ही में दक्षिण कोरिया ने भारत के इसमें शामिल न होने पर चिंता व्यक्त की तथा भविष्य में इसमें शामिल होने की संभावना व्यक्त की है।
- क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते के अंतर्गत, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का लगभग ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 आतंकवाद वित्तपोषण के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र अभिसमय से जुड़ा ईरान
- 2 नया रणनीतिक ईयू–भारत एजेंडा
- 3 सेविला ऋण फोरम का शुभारंभ
- 4 नाटो के ईंधन पाइपलाइन नेटवर्क से जुड़ेगा पोलैंड
- 5 गज़ा में संघर्षविराम हेतु गज़ा घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर
- 6 भारत COP10 ब्यूरो का उपाध्यक्ष पुनः निर्वाचित
- 7 अरावली सम्मेलन 2025
- 8 स्प्रैटली द्वीपसमूह
- 9 कोरल ट्राएंगल
- 10 अधिक वज़न और मोटापे का वैश्विक परिदृश्य

