प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में वृद्धि
हाल ही में वाणिज्य मंत्रालय ने कहा है कि विनिर्माण क्षेत्र में विदेशी निवेश के लिए भारत तेजी से एक पसंदीदा देश के रूप में उभर रहा है।
महत्वपूर्ण बिंदु
वित्त वर्ष 2020-21 में 12.09 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में वित्त वर्ष 2021-22 (21.34 बिलियन डॉलर) में विनिर्माण क्षेत्रों में ‘प्रत्यक्ष विदेशी निवेश’ (Foreign Direct Investment) इक्विटी प्रवाह में 76% की वृद्धि हुई है।
- वर्तमान में जारी महामारी और वैश्विक विकास की धीमी वृद्धि दर के बावजूद, भारत ने वित्त वर्ष 2021-22 में 84.83 बिलियन अमेरिकी डॉलर का उच्चतम वार्षिक एफडीआई प्रवाह प्राप्त किया, जो पिछले साल के एफडीआई ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए त्रिपक्षीय समझौता
- 2 भारत के शहरी विकास के लिए ADB की 10 अरब डॉलर की प्रतिबद्धता
- 3 जलीय कृषि क्षेत्र में एंटीमाइक्रोबियल्स के उपयोग पर प्रतिबंध
- 4 युवाओं के लिए स्टाइपेंड में 30% वृद्धि की सिफारिश
- 5 भारत का प्रथम मॉर्गेज समर्थित पास-थ्रू सर्टिफिकेट
- 6 'निवेशक सहायता' पहल हेतु प्रारंभिक रणनीतिक बैठक
- 7 PDS से संबंधित 3 प्रमुख डिजिटल पहलों का शुभारंभ
- 8 विकसित कृषि संकल्प अभियान-2025
- 9 भारत का राजकोषीय घाटा GDP का 4.8%
- 10 शहरी भूमि सर्वेक्षण हेतु ‘नक्शा’ कार्यक्रम का द्वितीय चरण