अन्य प्रारंभिक विशेष
अति महत्वपूर्ण संक्षिप्त नोट्स - समिति तथा आयोग - (December 2022)
वर्ष 2021-22 में गठित की गई या चर्चा में रही समितियों एवं आयोगों का परीक्षोपयोगी संग्रह सामाजिक समावेशनओबीसी उप-वर्गीकरण आयोग (रोहिणी आयोग) चर्चा में: जुलाई 2022 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रोहिणी आयोग को अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के उप-वर्गीकरण की जांच करने और 31 जनवरी, 2023 तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के
अति महत्वपूर्ण संक्षिप्त नोट्स - रिपोर्ट एवं सूचकांक - (December 2022)
वर्ष 2021-22 में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा जारी रिपोर्ट्स का परीक्षोपयोगी संग्रह गरीबी एवं असमानताराष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक, 2021 जारी किया गयाः नवंबर, 2021 संस्थाः नीति आयोग ¹स्थापना- 2015; मुख्यालय-नई दिल्लीह् उद्देश्यः गरीबी के विविध आयामों का मापन करना। सूचकांक का आधारः राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक की यह आधारभूत रिपोर्ट राष्ट्रीय परिवार
अति महत्वपूर्ण संक्षिप्त नोट्स - सर्वोच्च न्यायालय के प्रमुख न्यायिक निर्णय - (December 2022)
वर्ष 2021-22 में शीर्ष न्यायपालिका द्वारा दिये गए संवैधानिक महत्व के महत्वपूर्ण न्यायिक निर्णयों का परीक्षोपयोगी संग्रह सामाजिक मुद्देअविवाहित महिलाओं को गर्भपात कराने की अनुमति सितंबर, 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने अविवाहित महिलाओं को, जिनकी गर्भधारण 20 से 24 सप्ताह के बीच है, विवाहित महिलाओं के समान सुरक्षित और कानूनी गर्भपात
अति महत्वपूर्ण संक्षिप्त नोट्स - विधेयक, अधिनियम एवं संशोधन - (December 2022)
वर्ष 2021-22 में संसद द्वारा पारित एवं सदन में प्रस्तुत किये गए अधिनियम एवं विधेयकों का परीक्षोपयोगी संग्रह समाज एवं सामाजिक न्यायबाल विवाह प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक, 2021प्रस्तावितः 21 दिसंबर, 2021 में लोक सभा में पेश किया गया। मंत्रालयः महिला एवं बाल विकास चर्चा में क्यों? राज्यसभा सभापति ने बाल विवाह प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक,
महत्वपूर्ण संवैधानिक एवं सांविधिक निकाय - (November 2022)
संवैधानिक, सांविधिक, अर्द्ध-न्यायिक एवं अन्य निकायों से सिविल सेवा की प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में कई प्रश्न पूछे जाते है। यह मुख्यतः इन निकायों की स्थापना, नियुक्ति, कार्य एवं उद्देश्यों से संबंधित होते हैं। अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए इन निकायों का बिन्दुवार प्रस्तुतीकरण किया गया है। यह सामग्री आगामी
सार्वजनिक नीति एवं कल्याणकारी योजना-विभिन्न राज्यों की प्रमुख योजनाएं - (November 2022)
उत्तर प्रदेशरक्षा एवं एयरोस्पेस इकाई और रोजगार संवर्द्धन नीति-2022 16 अगस्त, 2022 को, उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने ‘उत्तर प्रदेश रक्षा और एयरोस्पेस इकाई और रोजगार संवर्द्धन नीति-2022’ को मंजूरी दी। इसने 2018 की नीति में संशोधन किया है। इस नीति के तहत उन निवेशकों को उच्च प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा, जो
सार्वजनिक नीति एवं कल्याणकारी योजना-पर्यावरण संरक्षण संबंधी पहलें - (November 2022)
पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण नगर वन योजना जून, 2022 में सरकार द्वारा ‘नगर वन योजना’ के कार्यान्वयन की घोषणा की गई। नोडल मंत्रालयः पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय उद्देश्यः अगले पांच वर्षों में देश भर में 200 शहरी वन विकसित करना। मुख्य बिन्दु यह योजना नगर निकायों, गैर सरकारी संगठनों तथा स्थानीय नागरिकों के बीच
सार्वजनिक नीति एवं कल्याणकारी योजना-प्रौद्योगिकी विकास संबंधी पहलें - (November 2022)
नवाचार प्रौद्योगिकी अटल इनोवेशन मिशन मई 2022 में अटल इनोवेशन मिशन के तहत ‘अटल न्यू इंडिया चैलेंज’ (ANIC2.0) के दूसरे संस्करण का शुभारंभ किया गया। ध्यान रहे कि ANIC1-0 को वर्ष 2018 में नवाचारों और प्रौद्योगिकियों को लोगों हेतु प्रासंगिक बनाने के आ“वान के लिये लॉन्च किया गया था। अटल इनोवेशन मिशन (AIM) के
सार्वजनिक नीति एवं कल्याणकारी योजना-आर्थिक क्षेत्र की पहलें - (November 2022)
कृषि, मत्स्य एवं पशुपालन प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना 13 जनवरी, 2021 को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के 5 साल पूरे हो गए। ज्ञात हो कि केंद्र सरकार द्वारा इस योजना को 13 जनवरी, 2016 को लागू किया गया था। नोडल मंत्रालयः कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय योजना के उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं, कीट और
सार्वजनिक नीति एवं कल्याणकारी योजना- सामाजिक क्षेत्र की पहलें - (November 2022)
शिक्षा से संबंधित पहलें पीएम-युवा योजना 29 मई, 2021 को नई शिक्षा नीति-2020 के दिशा-निर्देशों के तहत सरकार द्वारा युवा लेखकों के लिए पीएम-युवा योजना (PM-YUVA Scheme) प्रारंभ की गई थी। नोडल मंत्रालयः शिक्षा मंत्रालय के तहत उच्च शिक्षा विभाग द्वारा आरम्भ। नेशनल बुक ट्रस्ट को भारत मेंटरशिप के सुपरिभाषित चरणों के तहत इस
बीपीएससी प्रा.परीक्षा बिहार विशेष : कला एवं संस्कृति - (July 2022)
प्राचीन काल से बिहार भारत में शिक्षा और संस्कृति का केंद्र बिंदु रहा है। यहाँ स्थापत्य एवं वास्तुकला, मूर्तिकला, चित्रकला, लोकगीत, नृत्य आदि का व्यापक विकास हुआ है जो भारतीय कला एवं संस्कृति का अभिन्न अंग है। 67वीं बीपीएससी सहित बिहार में आयोजित होने वाली आगामी सभी परीक्षाओं में राज्य
एमपीपीसीएस प्रारंभिकी विशेष मध्य प्रदेश विशेष करेंट अफ़ेयर्स - (June 2022)
एमपीपीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में मध्य प्रदेश से संबंधित समसामयिक प्रश्नों की प्रवृत्ति निरंतर बढ़ती जा रही है। इस संदर्भ में राज्य लोक सेवा प्रारंभिक परीक्षा, 2021 हेतु छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस खंड में प्रदेश में पिछले एक वर्ष में घटित विभिन्न घटनाओं, समारोहों, नियुक्ति, विभिन्न
यूपीपीसीएस प्रा. विशेष भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन बिंदुवार तथ्यावलोकन - (June 2022)
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित यूपीपीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में आधुनिक भारत के इतिहास से पूछे जाने वाले प्रश्नों का सूक्ष्म अवलोकन यह दर्शाता है कि इस खंड में अधिकांश प्रश्न राष्ट्रीय आंदोलन से पूछे जाते हैं। इस संदर्भ में हमारे द्वारा राष्ट्रीय आंदोलन के आरंभ से स्वतंत्रता प्राप्ति
करेंट अफेयर्स रिमाइंडर 2021-22 - (June 2022)
करेंट अफेयर्स रिमाइंडर 2021-22 में पिछले एक वर्ष में घटित महत्वपूर्ण सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, पर्यावरणीय तथा प्रौद्योगिकी से संबंधित घटनाक्रमों का UPSC के नवीनतम पैटर्न के अनुरूप बिन्दुवार और सिलसिलेवार रूप में प्रस्तुतीकरण किया गया है| करेंट अफेयर्स रिमाइंडर 2021-22 में नवीनता और समग्रता के साथ उन्ही महत्वपूर्ण घटनाओं
एमपीपीसीएस विशेष संवैधानिक एवं सांविधिक संस्थाएं - (May 2022)
इस खंड में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा के पाठड्ढक्रम में शामिल विभिन्न संवैधानिक व सांविधिक संस्थाओं से संबंधित परीक्षोपयोगी सभी महत्वपूर्ण प्रावधानों तथा उससे संबंधित विभिन्न तथ्यों को प्रस्तुत किया गया है, जो आगामी प्रारंभिक परीक्षा 2021 के दृष्टिकोण से
शासन एवं राजव्यवस्था - संविधान की अनुसूचियां - (May 2022)
संसद द्वारा नौवीं अनुसूची में एक विशेष कानून रखना 9वीं अनुसूची में केंद्र और राज्य कानूनों की एक ऐसी सूची है, जिन्हें न्यायालय के समक्ष चुनौती नहीं दी जा सकती। वर्तमान में संविधान की 9वीं अनुसूची में कुल 284 कानून शामिल हैं, जिन्हें न्यायिक समीक्षा से संरक्षण प्राप्त है अर्थात इन्हें
शासन एवं राजव्यवस्था - चुनाव प्रणाली - (May 2022)
भारतीय निर्वाचन आयोग 13 अप्रैल, 2021 को सुशील चन्द्रा ने भारत के 24वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त (Chief Election Commissioner of India) के रूप में अपना कार्यभार संभाल लिया। उन्होंने सुनील अरोड़ा का स्थान लिया है। भारतीय निर्वाचन आयोग एक संवैधानिक निकाय है, जो संविधान में उल्लििखत नियमों और विनियमों के अनुसार
शासन एवं राजव्यवस्था - स्थानीय स्वशासन - (May 2022)
भारत में स्थानीय स्वशासन का विकास स्थानीय स्वशासन की अवधारणा ब्रिटिश कालीन है। सर्वप्रथम वर्ष 1982 को तत्कालीन वायसराय लॉर्ड रिपन ने निर्वाचित स्थानीय सरकारी निकाय के गठन की पहल की, जिन्हें स्थानीय बोर्ड (Local Board) कहा जाता था। संविधान निर्माण के पश्चात स्थानीय सरकार के विषय को राज्य के नीति
शासन एवं राजव्यवस्था - न्यायपालिका - (May 2022)
कॉलेजियम प्रणाली भारत के प्रधान न्यायाधीश एन वी रमना की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने हाल ही में केंद्र सरकार से मद्रास उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मुनीश्वर नाथ भंडारी को राज्य उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश की। कॉलेजियम व्यवस्था क्या है? कॉलेजियम व्यवस्था का संविधान में
शासन एवं राजव्यवस्था - केंद्र-राज्य तथा अंतरराज्यीय संबंध - (May 2022)
विशेष श्रेणी का दर्जा नवंबर, 2021 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने एक याचिका पर सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि आंध्र प्रदेश को विशेष श्रेणी का दर्जा [Special Category Status (SCS)], प्रदान क्यों नहीं किया गया, जबकि अन्य राज्यों को यह दर्जा दिया
शासन एवं राजव्यवस्था - संघ और राज्य कार्यकारिणी - (May 2022)
सरकार का कैबिनेट स्वरूप भारतीय संविधान में मंत्रिपरिषद के गठन, मंत्रियों की नियुक्ति, कार्यकाल, उत्तरदायित्व, शपथ, योग्यता तथा उनके वेतन भत्ते से संबंधित प्रावधान शामिल किए गए हैं। मंत्रिपरिषद में मंत्रियों की तीन श्रेणियां होती हैं तथा इन सभी मंत्रियों में शीर्ष स्थान पर प्रधानमंत्री होता है। कैबिनेट मंत्रीः ये केंद्र सरकार
शासन एवं राजव्यवस्था - संसद और राज्य विधानमंडल - (May 2022)
संसदीय लोकतंत्र संसदीय प्रणाली (Parliamentary System) लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था की वह प्रणाली है जिसमें कार्यपालिका अपनी लोकतांत्रिक वैधता विधायिका के माध्यम से प्राप्त करती है और विधायिका के प्रति उत्तरदायी होती है। भारत की संसदीय व्यवस्था भारतीय संविधान में शासन की संसदीय प्रणाली का चयन किया गया है। संविधान के अनुच्छेद 74
शासन एवं राजव्यवस्था - राज्य नीति के निदेशक सिद्धांत - (May 2022)
भारत में DPSP की अवधारणा आयरिश संविधान के अनुच्छेद 45 से ली गई है। इन सिद्धांतों का उद्देश्य लोगों के लिये सामाजिक-आर्थिक न्याय सुनिश्चित करना और भारत को एक कल्याणकारी राज्य के रूप में स्थापित करना है। नीति निदेशक सिद्धांतों की सूची अनुच्छेद 36: परिभाषा अनुच्छेद 37: इस भाग (भाग 4) में
शासन एवं राजव्यवस्था - अधिकार और कर्तव्य - (May 2022)
मौलिक अधिाकार संविधान के भाग III (अनुच्छेद 12-35 तक) में मौलिक अधिकारों का विवरण है। संविधान के इस भाग को ‘भारत का मैग्नाकार्टा’ की संज्ञा दी गई है। समानता का अधिकार (अनुच्छेद 14-18) विधि के समक्ष समताः अनुच्छेद 14 में कहा गया है कि भारत के राज्य क्षेत्र में किसी व्यक्ति को
शासन एवं राजव्यवस्था -नागरिकता - (May 2022)
नागरिकता से संबंधित विभिन्न प्रावधान गृह मंत्रलय ने हाल ही में जारी एक दिशानिर्देश के माध्यम से नागरिकता त्यागने संबंधी नई प्रकिया के तहत आवेदकों के लिए ऑनलाइन दस्तावेज अपलोड करने का प्रावधान किया है। भारतीय नागरिकता का अर्जन भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के चार तरीके हैं: जन्म, वंश, पंजीकरण और देशीयकरण। इससे
शासन एवं राजव्यवस्था - संवैधानिक रूपरेखा - (May 2022)
संविधान निर्माण 26 जनवरी, 2022 को नई दिल्ली के राजपथ पर प्रतिष्ठित परेड के साथ भारत ने अपना 73वां गणतंत्र दिवस (73rd Republic Day) मनाया। भारत का गणतंत्र दिवस गणतंत्र दिवस, उस दिन का प्रतीक है जिस दिन वर्ष 1950 में भारत का संविधान लागू हुआ था। जबकि, भारत के संविधान को अंगीकृत
भारतीय अर्थव्यवस्था -प्रमुख वित्तीय संस्थान व निकाय - (May 2022)
वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद स्थापना वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद (Financial stability and development council) की स्थापना की सिफारिश रघुराम राजन समिति ने 2008 में वित्तीय क्षेत्र में सुधारों को लेकर की थी। 2010 में भारत सरकार ने एक कार्यकारी आदेश (Executive Order) द्वारा इस परिषद की स्थापना की गई। संगठन भारत सरकार की
भारतीय अर्थव्यवस्था - महत्वपूर्ण समसामयिक टर्मिनोलॉजी - (May 2022)
नॉन-फ़ंजिबल टोकन (NFT) कोई भी वस्तु जिसे डिजिटल रूप में परिवर्तित किया जा सकता है, वह NFT के रूप में परिभाषित की जा सकती है। ड्रॉइंग, फोटो, वीडियो, जीआईएफ (GIF-Graphics Interchange Format), संगीत, इन-गेम आइटम (In-Game Items), सेल्फी और यहाँ तक कि एक ट्वीट सभी को NFT में परिवर्तित किया जा
भारतीय अर्थव्यवस्था -वित्तीय समावेशन: प्रमुख पहलें - (May 2022)
वित्तीय समावेशन तेजी गति से आर्थिक विकास और गरीबी उन्मूलन में सहायक माना जाता है। वित्तीय समावेशन से औपचारिक वित्त तक पहुंच में बढ़त होती है जो रोजगार सृजन को बढ़ावा देता है। यह आर्थिक उतार-चढ़ाव की संवेदनशीलता को कम करने के साथ ही मानव पूंजी में निवेश बढ़ा सकता
भारतीय अर्थव्यवस्था- प्रमुख आर्थिक चुनौतियां: कारण एवं उपाय - (May 2022)
भारतीय अर्थव्यवस्था के समक्ष रुपये का मूल्यह्रास, मुद्रास्फीति, तनावग्रस्त संपत्ति या एनपीए जैसी विविध प्रकार की चुनौतियां विद्यमान है। इन चुनौतियों का समग्र प्रभाव देश के आर्थिक विकास औद्योगिक उत्पादन, निवेश, उपभोग और कारोबारी माहौल पर पड़ाता है। मुद्रा मूल्यह्रास जब एक मुद्रा का मूल्य बाजार की शक्तियों के माध्यम (विदेशी मुद्रा
भारतीय अर्थव्यवस्था - कराधान एवं बजटिंग - (May 2022)
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 264 से 293 में केंन्द्र एवं राज्य सरकार के मध्य वित्तीय संबंधों की विस्तृत व्याख्या की गई है। संविधान की 7वीं अनुसूची में विषयों के आधार पर केंद्र एवं राज्यों के बीच वित्तीय स्रोतों का विभाजन किया गया है। 7वीं अनुसूची की प्रथम सूची में उन
भारतीय अर्थव्यवस्था - राष्ट्रीय आय - (May 2022)
किसी अर्थव्यवस्था में एक वर्ष के दौरान उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं एवं सेवाओं का कुल मौद्रिक मूल्य ही राष्ट्रीय आय है। साइमन कुजनेट्स (Simon Kuznets) राष्ट्रीय आय (national income) को वस्तुओं एवं सेवाओं के शुद्ध उत्पादन के रूप में परिभाषित करते है जो देश की उत्पादक प्रणाली (productive system) से
भारतीय अर्थव्यवस्था - मौद्रिक नीति - (May 2022)
किसी देश की मौद्रिक नीति उसकी समष्टि अर्थव्यवस्था को संचालित करने से संबंधित होती है। यह मुख्य रूप से आर्थिक प्रणाली में मुद्रा की तरलता को विनियमित करने के उद्देश्य से संचालित की जाती है। आरबीआई को भारत में मुद्रास्फीति को लक्षित करने की वैधानिक जिम्मेदारी दी गई है। किसी
भारतीय अर्थव्यवस्था - व्यापार एवं निवेश - (May 2022)
भारत ने 1994 में विदेशी पोर्टफोलियो निवेश/विदेशी संस्थागत निवेश (FPI/FII) के लिए अपना पूंजी बाजार खोला था। अत्यधिक विकसित प्राथमिक और द्वितीयक बाजारों ने देश में एफआईआई/एफपीआई को आकर्षित किया है। उनके निवेश को सेबी द्वारा नियंत्रित किया जाता है जबकि इस तरह के निवेश पर उच्चतम सीमा आरबीआई द्वारा
भारतीय अर्थव्यवस्था - कृषि एवं खाद्य प्रबंधन - (May 2022)
कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था का सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र है और देश की एक बड़ी आबादी अपनी आजीविका के लिए इस पर निर्भर है। वर्ष 2021-22 के दौरान इसका देश के सकल मूल्य वर्धन में योगदान 18.8 प्रतिशत है। वित्तीय वर्ष 1950-51 में कृषि का सकल घरेलू उत्पाद में 55.4 प्रतिशत हिस्सा
मध्य प्रदेश का सांस्कृतिक परिदृश्य - (April 2022)
मध्य प्रदेश में पर्यटन खुजराहो यह छतरपुर जिले में स्थित है,जो चंदेल राजाओं द्वारा निर्मित मंदिरों के लिए प्रसिद्द है|यहां के मंदिरों का संबंध शैव, वैष्णव तथा जैन संप्रदाय से है| खजुराहो के मंदिरों को तीन भागों में बांटा गया है- पश्चिमी समूह के मंदिर, पूर्वी भाग केमंदिर तथा दक्षिणी समूह के मंदिर|
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- प्रौद्योगिकी विकास से जुड़ी पहलें - (April 2022)
प्रौद्योगिकी मिशन एवं योजना महासागर सेवाएं, मॉडलिंग, अनुप्रयोग, संसाधन और प्रौद्योगिकी: ओ-स्मार्ट केंद्र सरकार द्वारा 2021-26 की अवधि के लिए ‘महासागर सेवाएं, मॉडलिंग, अनुप्रयोग, संसाधन और प्रौद्योगिकी’ (Ocean Services, Modelling, Application, Resources and Technology- O-SMART) नामक योजना को जारी रखने को मंजूरी दी गई है। संबंधित तथ्य ओ-स्मार्ट (O-SMART) योजना 29 अगस्त, 2018 को
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- अनुप्रयोग आधारित प्रौद्योगिकी - (April 2022)
भू-अवलोकन एवं सर्वेक्षण अनुप्रयोग लाइट डिटेक्शन और रेंजिंग सर्वेक्षण तकनीक नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा प्रस्तावित दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने में लाइट डिटेक्शन और रेंजिंग सर्वेक्षण (LiDAR) नामक तक तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इसमें हेलीकॉप्टर पर स्थापित लेजर उपकरण के माध्यम से जमीन
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- अंतरिक्ष एवं रक्षा प्रौद्योगिकी - (April 2022)
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष मिशन आर्टेमिस कार्यक्रम हाल ही में नासा द्वारा आर्टेमिस कार्यक्रम (Artemis Program) की घोषणा की गई है| आर्टेमिस कार्यक्रम के तहत मानव रहित एवं मानव मिशन संचालित किए जाएंगे। वर्तमान में इस कार्यक्रम के तहत 5 प्रक्षेपण भी प्रस्तावित है। आर्टेमिस मिशन आर्टेमिस का अर्थ है ‘सूर्य के साथ चंद्रमा की पारस्परिक
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- नैनो प्रौद्योगिकी - (April 2022)
नैनो पदार्थ नैनो कण से बनी फूड पैकेजिंग सामग्री राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT), आंध्र प्रदेश एवं मिजोरम यूनिवर्सिटी द्वारा संयुक्त रूप से किये गए एक शोध के अनुसार, नैनो कण से बनी फूड पैकेजिंग सामग्री खाद्य उत्पादों की शेल्फ-लाइफ बढ़ाने, खाद्य पदार्थों का स्वाद, रंग और गुणवत्ता बनाए रखने में प्रभावी भूमिका
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- जैव प्रौद्योगिकी - (April 2022)
जेनेटिक इंजीनियरिंग मच्छरों की वृद्धि पर नियंत्रण हेतु नवीन तकनीक 10 सितंबर, 2021 को कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने जेनेटिक इंजीनियरिंग का प्रयोग कर एक ऐसी प्रणाली (system) बनाई है जो मच्छरों की आबादी को रोकती है| शोधकर्ताओं ने जेनेटिक इंजीनियरिंग की सीआरआईएसपीआर (CRISPR) आधारित तकनीक का प्रयोग किया है| प्रिसीजन गाइडेड स्टेराइल
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- नवीन उभरती प्रौद्योगिकी - (April 2022)
क्वांटम प्रौद्योगिकी आईआईटी दिल्ली का क्वांटम प्रौद्योगिकी केंद्र हाल ही में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली में ‘क्वांटम प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता केंद्र’की स्थापना की गई| यह देश में क्वांटम प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान गतिविधियों का संचालन करने वाला सर्वोत्तम केंद्र होगा। यह उत्कृष्टता केंद्र क्वांटम कंप्यूटिंग, क्वांटम कम्युनिकेशन, क्वांटम सेंसिंग और मेट्रोलॉजी
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी-पारिस्थितिक तंत्र - (April 2022)
महत्वपूर्ण टर्मिनोलॉजी व अवधारणाएं निकेत (Niche) : एक पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर किसी जीव की भूमिका और कार्यात्मक स्थिति को निकेत कहा जाता है। निकेत प्रजाति विशिष्ट होता है। कोई भी दो प्रजाति एक निकेत में नहीं रह सकती । जबकि एक आवास में कई निकेत हो सकते हैं। बायोमास : किसी
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी-नवीकरणीय ऊर्जा एवं सतत विकास - (April 2022)
नवीकरणीय ऊर्जा : समसामयिक पहलें शून्य अभियान नीति आयोग, रॉकी माउंटेन इंस्टीट्यूट(आरएमआई) और आरएमआई इंडिया द्वारा शून्य अभियान शुरू किया गया है। उद्देश्य: शहरी क्षेत्र में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को अपनाने में तेजी लाना और शून्य-प्रदूषण से होने वाले लाभों के बारे में उपभोक्ताओं के बीच जागरूकता पैदा करना। ग्रीन टर्म अहेड मार्केट प्लेटफॉर्म हाल
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी-पर्यावरणीय अवनयन व प्रदूषण - (April 2022)
चर्चित टर्मिनोलॉजी व अवधारणाएं पॉलिमर शीट भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) के शोधकर्ताओं ने ‘सिंगल-यूज प्लास्टिक’ (Single-Use Plastics) के विकल्प के रूप में ‘ पॉलिमर शीट’का विकास किया है। अखाद्य तेलों और कृषि अपशिष्ट से निकाले गए सेल्यूलोज को मिलाकर, शोधकर्ताओं द्वारा एक जैव-अपघट्य ‘ पॉलिमर शीट’ तैयार की गयी है। विकसित किया गया
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी-जलवायु परिवर्तन - (April 2022)
चर्चित टर्मिनोलॉजी व अवधारणाएं शुद्ध-शून्य उत्सर्जन शुद्ध-शून्य उत्सर्जन (Net Zero Emissions) एक ऐसी दशा को व्यक्त करता है जिसमें किसी देश द्वारा किए जाने वाले उत्सर्जन की भरपाई पर्यावरण से ग्रीनहाउस गैसों के अवशोषण और निष्कासन द्वारा की जाती है। भारत ने 2070 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है।वहीँ न्यूजीलैंड
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी-जैव विविधता एवं वन्यजीव संरक्षण - (April 2022)
प्रमुख चर्चित सुभेद्य व संकटग्रस्त प्रजातियां ईस्टर्न स्वैम्प डियर हाल ही में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व में पशुओं एवं पक्षियों की गणना की गई। इस गणना के अनुसार, इस क्षेत्र में ईस्टर्न स्वैम्प डियर (Eastern Swamp deer) की आबादी काफी कम हो गई है। ईस्टर्न स्वैम्प डियर की आबादी दक्षिण
कृषि एवं खनिज उत्पादन भारत एवं विश्व - (March 2022)
भारत एवं विश्व में फसल एवं खनिज उत्पादन से संबंधित आंकड़े विभिन्न राज्य सिविल सेवा परीक्षाओं की प्रारंभिक परीक्षाओं में पूछे जाने वाले सर्वाधिक महत्वपूर्ण विषयों में से एक है। आशा है कि यूपीपीसीएस, एमपीपीसीएस एवं बीपीएससी की आगामी प्रारंभिक परीक्षाओं के लिए यह पाठ्य सामग्री उपयोगी साबित होगी। कृषि उत्पादन-भारत कृषि
स्वतंत्रता संघर्ष के विभिन्न चरण - (March 2022)
भारत में ब्रिटिश शासन की औपनिवेशिक नीतियों ने समाज के सभी वर्गों को प्रभावित किया था। जिसने परिणामस्वरूप सभी वर्गों में ब्रिटिश शासन के प्रति असंतोष विद्यमान था। इस भारतीय अंसतोष को जाग्रत करने में कई कारकों, जैसे 19वीं सदी में आरंभ हुए सामाजिक व धार्मिक सुधार आंदोलन, विभिन्न संस्थाओं
कृषक एवं जनजातीय आंदोलन - (March 2022)
ब्रिटिश की औपनिवेशिक नीति के तहत विभिन्न आर्थिक, सामाजिक एवं प्रशासनिक नीतियों ने भारत में विभिन्न वर्गों को प्रभावित किया इसमें किसान व विभिन्न जनजातीय समूह भी शामिल थे। ब्रिटिश शोषणकारी नीतियों ने अंततः कृषकों व जनजातियों को भी विद्रोह करने पर मजबूर कर दिया। जनजातीय आंदोलनजनजातीय असंतोष के कारण जनजातियों के
सामाजिक-धार्मिक सुधाार आंदोलन - (March 2022)
19वीं शताब्दी के पूर्वार्ध में पाश्चात्य शिक्षा से प्रभावित लोगों ने भारतीय सामाजिक रचना, धर्म, रीति-रिवाज व परम्पराओं को तर्क की कसौटी पर कसना आरम्भ कर दिया। भारत में समाज अभिन्न रूप से धर्म से जुड़ा हुआ था। इसलिए भारत की सामाजिक बुराइयां धर्मसम्मत थी जिससे सामाजिक सुधार हेतु धार्मिक
ब्रिटिशकालीन आर्थिक, प्रशासनिक एवं संवैधानिक इतिहास - (March 2022)
ब्रिटिश साम्राज्य की स्थापना के क्रम में अंग्रेजों ने साम्राज्यवादी हितों के अनुकूल नीतियों का निर्माण किया, इसका उद्देश्य भारतीय संसाधनों का अधिकतम दोहन सुनिश्चित करना था। इस हित से परिचालित होकर ब्रिटिश ने आर्थिक, प्रशासनिक व संवैधानिक सुधारों की प्रक्रिया विकसित की। ब्रिटिश काल में अर्थव्यवस्था बक्सर के युद्ध के पश्चात
भारत का उपनिवेशीकरण - (March 2022)
युरोप में हुए धर्म सुधार आन्दोलन तथा पुनर्जागरण ने यूरोपियों में खोजी व अन्वेषण प्रवृत्ति का विकास किया। जिसकी परिणति अंततः विश्व में औपनिवेशीकरण के रूप में हुई। इसी संदर्भ में 1498 ई. में वास्कोडिगामा द्वारा भारत की खोज की गई। जिसने यूरोपीयों का परिचय भारतीय मसालों से कराया। जिससे
भारत का धार्मिक इतिहास - (March 2022)
प्राचीन भारतीय समाज में प्रस्तर युग में किसी व्यवस्थित धार्मिक व्यवस्था के प्रमाण नहीं मिलते हैं। भारतीय इतिहास में धर्म का व्यवस्थित विका हड़प्पा काल में देखने को मिलता है। हड़प्पा काल से गुप्तोत्तर काल तकहड़प्पा कालीन धार्मिक व्यवस्थाहड़प्पा काल के कुछ नगरों में कई बड़ी इमारतों को पूजा स्थल समझा जाता
प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत की आर्थिक प्रणालियां - (March 2022)
आर्थिक प्रणाली के तहत पशुपालन, कृषि व्यवस्था, भू-राजस्व, वाणिज्य तथा व्यापार के क्रमबद्ध विकास का अध्ययन किया जाता है। इस संदर्भ में भारत में प्राचीन काल से ही अर्थव्यवस्था के विभिन्न रूपों का समुचित विकास हुआ। हड़प्पा काल से लेकर मध्यकाल तक भारतीय अर्थव्यवस्था की मुख्य विशेषता यह रही कि
प्राचीन एवं मधयकालीन भारत की प्रशासनिक प्रणालियां - (March 2022)
भारत में प्रशासनिक प्रणाली का विकास हड़प्पा सभ्यता से आरंभ होता है। आरंभिक मानव केवल खाद्य संग्राहक ही था। इस समय स्थाई जीवन का विकास नहीं हुआ था। नवपाषाण काल में स्थाई जीवन आरंभ हुआ फि़र भी इस काल में प्रशासनिक तत्व अनुपस्थित था। हड़प्पा लिपि को आज तक पढ़ा
भारत का सांस्कृतिक इतिहास - (March 2022)
प्राचीन से मध्यकालीन भारत तक संस्कृति किसी भी राष्ट्र की अक्षुण्णता का आधार होती है। इसके द्वारा लोगों का अपने क्षेत्र व राष्ट्र से लगाव दृढ़ होता है। भारत सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध रहा है। यह भारत की सांस्कृतिक समृद्धता ही थी कि प्राचीन काल से ही विभिन्न विदेशी आक्रमणों के
केन्द्रीय बजट 2022-23 - (March 2022)
केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी, 2022 को वर्ष 2022-23 के लिए वार्षिक बजट पेश किया। उन्होंने बताया कि, भारत की आर्थिक विकास दर चालू वित्त वर्ष में 9.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो दुनिया की समस्त बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सर्वाधिक है। 2022-23 के
आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 - (March 2022)
केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने 31 जनवरी, 2022 को संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 पेश किया। इस वर्ष के आर्थिक सर्वेक्षण का मूल विषय “त्वरित दृष्टिकोण” है, जिसे कोविड-19 महामारी की स्थिति में भारत के आर्थिक क्रियाकलाप के माध्यम से कार्यान्वित किया गया है। इसके अलावा,
विश्व मानचित्र - (February 2022)
विश्व के चर्चित स्थल सेनकाकू द्वीप सेनकाकू द्वीप पूर्वी चीन सागर में ताइवान के उत्तर-पूर्व में स्थित हैं। इस द्वीपसमूह को जापान में सेनकाकू द्वीपसमूह, चीन में दियाओयू द्वीपसमूह और हॉन्गकॉन्ग में तियायुतई द्वीपसमूह के नाम से जाना जाता है। जापान और चीन दोनों इन द्वीपों पर स्वामित्व का दावा करते हैं। यह
भारत का भूगोल - (February 2022)
भारत की भौगोलिक स्थिति भारत विश्व में सांस्कृतिक रूप से सर्वाधिक समृद्ध तथा धर्मनिरपेक्ष राष्ट्रों में से एक है। इसे भारत के साथ हिंदुस्तान तथा भारतीय गणराज्य के रूप में भी जाना जाता है। आकार के दृष्टिकोण से भारत का विश्व में 7वां स्थान है। एक अद्वितीय भौगोलिक इकाई के साथ
भौतिक भूगोल - (February 2022)
पृथ्वी की उत्पत्ति पृथ्वी की उत्पत्ति एवं निर्माण से संबंधित संकल्पनाएं प्राचीन काल से प्रचलित रही हैं। पृथ्वी की आयु की गणना करने के लिए कुछ प्रमुख आधार प्रस्तुत किए जाते हैं: गोलीय साक्ष्यः यह साक्ष्य इस तथ्य पर आधारित है कि सूर्य एवं अन्य प्रकाशवान ग्रह (तारे) अपनी ऊर्जा हाइड्रोजन के