सिविल सर्विसेज मेन्स परीक्षा 2020 भूगोल पेपर I


खण्ड -A

1- निम्नलिखित में से प्रत्येक का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए- 10 x 5 =50

(a) हैलोवीन तूफान पर एक भौगोलिक टिप्पणी लिखिए।
(b) भूजलवैज्ञानिक अनुसंधानों को विश्लेषित करने के लिए मानचित्रण क्यों महत्वपूर्ण है? प्रासंगिक उदाहरणों सहित व्याख्या कीजिए।
(c) समुद्री संसाधन आर्थिक तौर पर बहुत महत्वपूर्ण है। उपर्युक्त उदाहरण उद्धृत करते हुए विवेचना कीजिए।
(d) भारत में वन्य पौधों की वृद्धि को कौन से कारक प्रभावित करते हैं? उनके आर्थिक महत्व की विवेचना कीजिए।
(e) भारत में दस लाख से अधिक जनसंख्या वाले नगरों में जीवन्त पर्यावरण से संबंधित समस्याओं की विवेचना कीजिए। इनका प्रबंधन कैसे किया जा सकता है।


2- (a) विभिन्न सिद्धान्तों और मॉडलों का उपयोग करते हुए महाद्वीपों और महासागरों के क्रमविकास पर एक निबंध लिखिए।(20 अंक)
(b) प्रवाल विरंजन की संकल्पना, इसकी पुर्नप्राप्ति तथा इस प्रक्रम के कारण दीर्पशैवाल प्रवृत्ति विस्थापन की विवेचना कीजिए।(15 अंक)
(c) उत्तर अटलांटिक महासागर की धाराओं और पश्चिमी यूरोप की जलवायु में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका की व्याख्या कीजिए।(15 अंक)


3- (a) व्याख्या कीजिए कि विभिन्न कारक भारतीय मानसून प्रणाली की उत्पत्ति और विकास को कैसे प्रभावित करते हैं।(20 अंक)
(b) वनोन्मूलन के प्रभावों और कारणों तथा भारत में कृषि के प्रतिरूपों पर इसके प्रभाव की व्याख्या कीजिए।(15 अंक)
(c) वाताग्रजनन और वाताग्रविनाश की अभिलाक्षणिक विशेषताओं की व्याख्या कीजिए।(15 अंक)


4- (a) अपरदन पृष्ठों की समस्याओं की विवेचना कीजिए और उपयुक्त चित्रों सहित उनको पहचानने की विभिन्न विधियों की व्याख्या कीजिए।(20 अंक)
(b) विश्व के अर्ध-शुष्क प्रदेशों में भू--उपयोग/भू--आच्छादन और मृदा प्रकार चारे की मात्र और गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं। प्रासंगिक उदाहरणों के साथ विवेचना कीजिए।(15 अंक)
(c) भारत में संकटों और आपदाओं के प्रति मानव अनुक्रिया एवं प्रबंधन की विवेचना कीजिए।(15 अंक)

खण्ड-B

5- निम्नलिखित में से प्रत्येक का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिएः10 x 5 =50

(a) जनसंख्या वृद्धि के संदर्भ में भारत की खाद्य सुरक्षा का विश्लेषण कीजिए।
(b) ऊर्जा संकट के कारणों और प्रभावों को पहचानिए तथा इस समस्या के समाधान हेतु उपयुक्त उपाय सुझाइए।
(c) गतिशीलता और प्रवसन के बीच भेद कीजिए। भारत में गांवों से नगरों की ओर होने वाले प्रवासन के कारण और परिणाम क्या है?
(d) जहां आर्थिक वृद्धि लम्बी कालावधि तक बनी रहती है वहां इसका प्रभाव स्थानिक अर्थव्यवस्था के एक क्रमिक एकीकरण के लिए कार्य करता है।’’ सुस्पष्ट कीजिए।
(e) वर्तमान काल के संदर्भ में वॉन थ्यूनेन के कृषि अवस्थिति सिद्धान्त की प्रासंगिकता पर एक टिप्पणी लिखिए।


6- (a) जनसंख्या वृद्धि, संसाधन उपयोग और पर्यावरणीय प्रभाव के संदर्भ में माल्थसवाद और नव-माल्थसवाद के परिप्रेक्ष्यों की तुलना और उनमें भेद कीजिए।(20 अंक)
(b) ‘भूमि अवरयन उत्पादकता और संपोषणीय संसाधन प्रबंधन के लिए खतरा है।’’ भारत से उपयुक्त उदाहरण लेते हुए व्याख्या कीजिए।(15 अंक)
(c) आधुनिक विश्व में अधिकतर सरहदें परिसीमाओं से प्रतिस्थापित कर दी गई है। कारणों की व्याख्या कीजिए।(15 अंक)


7- (a) भारत के कसबों और नगरों के संदर्भ में संपोषणीय विकास हेतु नियोजन के प्रसंग में नगरीय सुनम्यता की संकल्पना की विवेचना कीजिए।(20 अंक)
(b) भारत के मेट्रोपालिटन नगरों में औद्योगिक अवस्थिति की गत्यात्मकता का विश्लेषण कीजिए।(15 अंक)
(c) संतुलित मानव विकास के संदर्भ में भारत में लिंग सम्या और समानता पर एक निबंध लिखिए।(15 अंक)


8- (a) विवेचना कीजिए कि विश्व युद्धों के पश्चात मैकिंडर ने अपनी धुराग्र क्षेत्र की संकल्पना को कैसे और क्यों संशोधित किया।(15 अंक)
(b) जननता ह्रास और सामाजिक-आर्थिक विकास के संदर्भ में विश्व जनसंख्या संक्रमण का एक विवरण प्रस्तुत कीजिए।(15 अंक)
(c) “” ‘मानव पारिस्थितिकी लोगों और उनके पर्यावरण, प्राकृतिक एवं सामाजिक दोनों के पारस्परिक संबंध का अध्ययन है।’’पारिस्थितिक संकल्पनाओं का उपयोग करते हुए सविस्तार विवेचना कीजिए।(15 अंक)