ईपीएफ़ओ कुल वेतन भुगतान आंकड़ेः सितम्बर, 2022
20 नवम्बर, 2022 को ‘भविष्य निधि संगठन’ (ईपीएफओ) के जारी अस्थायी कुल वेतन भुगतान आंकड़ों के अनुसार, सितम्बर, 2022 के महीने में 16.82 लाख सदस्य जोड़े हैं; जिनमें 9.34 लाख नए सदस्य पहली बार ईपीएफओ के दायरे में आए हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य-
- कुल वेतन भुगतान की साल-दर-साल तुलना सितम्बर, 2022 में पिछले वर्ष 2021 में इसी महीने की तुलना में 9.14 % सदस्यता वृद्धि दर्शाती है।
- महीने के दौरान वास्तविक नामांकन पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान दर्ज मासिक औसत से 21.85% अधिक है।
- आंकड़ों के अनुसार, लगभग 2,861 नए प्रतिष्ठानों ने कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान कानून, 1952 के तहत अपने कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अनुपालन शुरू कर दिया है।
- कुल वेतन भुगतान आंकड़ों के लिंग-वार विश्लेषण से संकेत मिलता है कि सितम्बर, 2022 में महिला सदस्यों का नामांकन 3.50 लाख रहा है।
- सितम्बर 2022 में संगठित कार्यबल में महिलाओं की सदस्यता में पिछले वर्ष सितम्बर 2021 की तुलना में 6.98 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
- इस दौरान ईपीएफओ में शामिल होने वाले कुल नए सदस्यों
- में महिला कार्यबल का नामांकन 26-36 प्रतिशत दर्ज किया गया है।
GK फ़ैक्ट
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आर्थिक परिदृश्य
- 1 वनलाइनर समसामयिकी
- 2 टाटा खरीदेगा पैकेज्ड वाटर जायंट "बिसलेरी" को
- 3 भारत का पहला स्टिकर-बेस्ड डेबिट कार्ड
- 4 सरकारी बैंकों के सीईओ के कार्यकाल में वृद्धि
- 5 "भारतीय राज्यों पर सांख्यिकी हैंडबुक 2021-22" रिपोर्ट
- 6 पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉर्पाेरेशन लिमिटेड
- 7 9 रूसी बैंकों ने खोले वोस्ट्रो खाते
- 8 डिजिटल रुपया लॉन्च’ (e₹)
- 9 आठ अरब के पार पहुंची विश्व की जनसंख्या
- 10 भारत और खाड़ी सहयोग परिषद समझौता
- 11 बेरोजगारी बढ़कर 7.8 फ़ीसदी
- 12 उर्वरक सब्सिडी को कैबिनेट की मंजूरी
- 13 उपभोक्ता मूल्य सूचकांक-अक्टूबर, 2022
- 14 141 कोयला खदानों की सबसे बड़ी नीलामी
- 15 इरेडा की दूसरी तिमाहीं के परिणाम
- 16 भारत का कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात
- 17 रबी सीजन 2022-23 के लिए सब्सिडी दरों की मंजूरी
- 18 राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन की संचालन समिति बैठक
- 19 भारत का पहला सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड
- 20 8 प्रमुख उद्योगों का संयुक्त सूचकांक
- 21 एमएसएमई वृद्धि और विकास पर राष्ट्रीय संगोष्ठी
- 22 कोयला उत्पादन में 18% की वृद्धि
- 23 प्राकृतिक गैस टैरिफ़, प्राधिकरण तथा क्षमता विनियम संशोधन
- 24 भारतीय रक्षा मंत्रालय बना दुनिया का सबसे बड़ा एंप्लॉयर