आईपीसीसी छठी मूल्यांकन रिपोर्ट-II
इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) ने 28 फरवरी, 2022 को अपनी छठी मूल्यांकन रिपोर्ट का दूसरा भाग जारी किया।
रिपोर्ट की मुख्य बातें: दुनिया अगले दो दशकों में 1.5 डिग्री सेल्सियस की ग्लोबल वार्मिंग के साथ कई जलवायु खतरों का सामना कर रही है, जिसके गंभीर प्रभाव होंगे, जिनमें से कुछ अपरिवर्तनीय होंगे।
- मानव-प्रेरित जलवायु परिवर्तन, जिसमें अधिक लगातार और तीव्र चरम घटनाएं शामिल हैं, ने प्रकृति और लोगों को व्यापक क्षति पहुंचाई है। कुछ विकास और अनुकूलन प्रयासों ने सुभेद्यता को कम कर दिया है।
- अगर सरकारें अपने मौजूदा उत्सर्जन-कटौती प्रतिबद्धता को पूरा करती हैं तो इस सदी में वैश्विक समुद्र का स्तर 44-76 सेंटीमीटर तक बढ़ेगा। तेजी से उत्सर्जन में कटौती के साथ, वृद्धि 28-55 सेमी तक सीमित रह सकती है।
- लेकिन अत्यधिक उत्सर्जन के साथ यदि हिमचादरें टूटती हैं, तो समुद्र का स्तर इस सदी में 2 मीटर और वर्ष 2150 तक 5 मीटर तक बढ़ सकता है।
भारत में वेट बल्ब तापमान (wet-bulb temperature): रिपोर्ट में भारत में वेट-बल्ब तापमान के बारे में बताया गया है कि इसके तहत किसी शहर का तापमान और आर्द्रता का आंकलन किया जाता है।
- अगर उत्सर्जन में वृद्धि जारी रही तो लखनऊ और पटना 35 डिग्री सेल्सियस के वेट बल्ब तापमान तक तथा भुवनेश्वर, चेन्नई, मुंबई, इंदौर और अहमदाबाद32-34 डिग्री सेल्सियस के वेट बल्ब तापमान तक पहुंच सकते हैं।
- कुल मिलाकर, असम, मेघालय, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब सबसे गंभीर रूप से प्रभावित होंगे।
- लेकिन अगर उत्सर्जन बढ़ता रहा तो सभी राज्यों में ऐसे क्षेत्र होंगे, जो 30 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक वेट बल्ब तापमान का अनुभव करेंगे।
जीके फ़ैक्ट
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पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 संक्षिप्त सामयिकी
- 2 अरावली जैव विविधता पार्क भारत का पहला ओईसीएम साइट घोषित
- 3 अरोमा मिशन
- 4 डॉप्लर मौसम रडार
- 5 नॉर्दन रिवर टेरापिन
- 6 प्लास्टिक की सफाई के लिए अंटार्कटिक माइक्रोब्स
- 7 वायनाड वन्यजीव अभयारण्य
- 8 ग्रेटर मालदीव रिज का विवर्तनिक विकास
- 9 सीखने और स्मृति से जुड़ी प्रक्रिया को समझने हेतु उपकरण
- 10 बेंजो [बी] थियोफीन
- 11 कम्युनिटी इनोवेटर फेलोशिप
- 12 भारत के चारों ओर बढ़ रही समुद्री हीटवेव
- 13 प्लास्टिक पैकेजिंग पर विस्तारित निर्माता उत्तरदायित्व दिशा- निर्देश
- 14 भारत की पहली जैव सुरक्षा लेवल 3 मोबाइल प्रयोगशाला
- 15 प्लूटो की सतह पर वायुमंडलीय दाब
- 16 गैर-संरचनात्मक 1 प्रोटीन
- 17 क्वांटम कुंजी वितरण
- 18 मध्य प्रदेश के जबलपुर में बनेगा भारत का पहला जियोलॉजिकल पार्क
- 19 कम कार्बन फुटप्रिंट के साथ हाइड्रोजन उत्पादन तकनीक
- 20 कार्बन कैप्चर एंड यूटिलाइजेशन में राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र
- 21 मशीन से मशीन संचार क्षेत्र
- 22 क्रायटोडैक्टाइलस एक्सर्सिटस
- 23 विज्ञान सर्वत्र पूज्यते
- 24 ओरिगामी मेटामैटेरियल्स
- 25 एक्वामैप
- 26 भारत के दो नए रामसर स्थल
- 27 तटीय सुभेद्यता सूचकांक
- 28 अंतरराष्ट्रीय मॉनसून परियोजना कार्यालय
- 29 नाभिकीय संलयन से ऊर्जा
- 30 सुपर कंप्यूटर परम प्रवेग
- 31 अल्सियोनियस: सबसे बड़ी आकाशगंगा
- 32 पीएसएलवी-सी52 मिशन