अरावली जैव विविधता पार्क भारत का पहला ओईसीएम साइट घोषित

अरावली जैव विविधता पार्क को फरवरी 2022 में भारत का पहला 'अन्य प्रभावी क्षेत्र-आधारित संरक्षण उपाय (ओईसीएम) (Other Effective Area-Based Conservation Measures: OECM) साइट घोषित किया गया।

महत्वपूर्ण तथ्य: ओईसीएम टैग इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) द्वारा उन क्षेत्रों को दिया जाता है, जो संरक्षित नहीं हैं लेकिन समृद्ध जैव विविधता का समर्थन करते हैं।

  • 390 एकड़ में फैले अरावली जैव विविधता पार्क में लगभग 300 देशी पौधों, 101,000 वृक्षों और कई पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं।
  • गुरुग्राम के शहरी स्थानीय निकाय की मदद से नागरिकों, पारिस्थितिकीविदों और वैज्ञानिकों के प्रयासों से पार्क को 40 साल पुराने खनन स्थल से शहर के वन (city forest) में बदल दिया गया था।
  • अरावली, दुनिया की सबसे पुरानी पर्वत शृंखलाओं में से एक है, जिसे दिल्ली-एनसीआर का 'ग्रीन लंग्स' (green lungs) माना जाता है, जो संभावित रूप से दिल्ली-एनसीआर के लिए लगभग 7.07% ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी