आई-ड्रोन

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने 4 अक्टूबर, 2021 को पूर्वोत्तर क्षेत्र में ICMR के ड्रोन आधारित वैक्सीन डिलीवरी मॉडल ‘आई-ड्रोन’ (ICMR's drone response and outreach in the north-east: i-Drone) का शुभारंभ किया।

डिलीवरी मॉडल का उद्देश्यः जीवन रक्षक टीकों तक सभी की पहुंच सुनिश्चित करना।

महत्वपूर्ण तथ्यः यह पहली बार है कि दक्षिण एशिया में 15 किलोमीटर की हवाई दूरी पर कोविड टीके के परिवहन के लिए ‘मेक इन इंडिया’ ड्रोन का उपयोग किया गया।

  • ये टीके प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में दिए जाने के लिए मणिपुर के बिष्णुपुर जिला अस्पताल से लोकतक झील, करंग द्वीप तक 12 से 15 मिनट में पहुंचाए गए। इन स्थानों के बीच वास्तविक सड़क मार्ग से दूरी 26 किमी. है।
  • ICMR ने IIT कानपुर के साथ मिलकर टीकों को सुरक्षित रूप से ले जाने और स्थानांतरित करने के लिए ड्रोन की क्षमता का परीक्षण करने के लिए एक प्रारंभिक अध्ययन किया है।
  • इन अध्ययनों के आशाजनक परिणाम के आधार पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय और अन्य नियामक प्राधिकरणों ने ‘दृश्य क्षमता सीमा से परे’ (beyond the visual line of sight) ड्रोन उड़ाने की अनुमति दी है।

जीके फ़ैक्ट

  • वर्तमान में, ड्रोन-आधारित डिलीवरी परियोजना को मणिपुर और नागालैंड के साथ-साथ अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कार्यान्वयन की अनुमति दी गई है।

राष्ट्रीय परिदृश्य