प्रदूषण के कारण मौत पर लैंसेट रिपोर्ट

'द लैंसेट प्लैनेटरी हेल्थ' (The Lancet Planetary Health) में 18 मई, 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2019 में प्रदूषण से लगभग नौ मिलियन मौतें हुईं हैं।

महत्वपूर्ण तथ्य: दुनिया भर में छ: में से एक की मौत प्रदूषण के कारण हुई। 2019 में प्रदूषण से होने वाली नौ मिलियन मौतों में से, 'वायु प्रदूषण' दुनिया भर में 6.67 मिलियन मौतों की सबसे बड़ी संख्या के लिए जिम्मेदार रहा।

  • 1.36 मिलियन असामयिक मृत्यु के लिए 'जल प्रदूषण' जिम्मेदार था। लेड (सीसे) ने 900,000 असामयिक मृत्यु में योगदान दिया, इसके बाद 870,000 मौतों में विषाक्त व्यावसायिक खतरों का योगदान रहा।
  • प्रदूषण के कारण अधिक मौतों के कारण 2019 में कुल 4.6 ट्रिलियन डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ है, जो वैश्विक आर्थिक उत्पादन के 6.2% के बराबर है।

भारत के बारे में: भारत में 2019 में वायु प्रदूषण से 16.7 लाख मौतें हुई। ऐसी 9.8 लाख मौतें 'पीएम2.5' प्रदूषण के कारण हुईं।

  • भारत में 93% क्षेत्रों में पीएम2.5 प्रदूषण WHO के दिशा-निर्देशों से काफी ऊपर है।

GK फैक्ट

  • WHO ने हाल ही में अपने वैश्विक वायु गुणवत्ता दिशा-निर्देश में पीएम2.5 के लिए मानक को 10 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से घटाकर 5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर कर दिया है।