राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने 5 मई, 2022 को राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के पांचवें दौर (एनएफएचएस-5) की राष्ट्रीय रिपोर्ट जारी की।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष: कुल प्रजनन दर (Total Fertility Rate: TFR) यानी प्रति महिला बच्चों की औसत संख्या, एनएफएचएस-4 और एनएफएचएस-5 के बीच राष्ट्रीय स्तर पर 2.2 से घटकर 2.0 हो गई है।
- भारत में केवल पांच राज्य हैं, जो 2.1 के प्रजनन क्षमता के प्रतिस्थापन स्तर (replacement level of fertility) से ऊपर हैं। वे हैं बिहार (2.98), मेघालय (2.91), उत्तर प्रदेश (2.35), झारखंड (2.26) मणिपुर (2.17)।
- समग्र गर्भनिरोधक प्रसार दर (Contraceptive Prevalence Rate) देश में 54% से बढ़कर 67% हो गई है।
- भारत में संस्थागत जन्म 79% से बढ़कर 89% हो गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 87% जन्म संस्थानों में होता है और शहरी क्षेत्रों में यह 94% है।
- एनएफएचएस-4 में 62% की तुलना में एनएफएचएस-5 में 12-23 महीने की उम्र के तीन-चौथाई (77%) से अधिक बच्चों का पूरी तरह से टीकाकरण किया गया है।
- पिछले चार वर्षों से भारत में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में स्टंटिंग (उम्र के अनुसार कम लंबाई) का स्तर 38% से 36% तक मामूली रूप से कम हो गया है। 2019-21 में शहरी क्षेत्रों (30%) की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों (37%) में बच्चों में स्टंटिंग अधिक है।
GK फैक्ट
|
रिपोर्ट एवं सूचकांक
- 1 वन लाइनर सामयिकी
- 2 भारत में सड़क दुर्घटनाएं - 2020 रिपोर्ट
- 3 खाद्य संकट पर वैश्विक रिपोर्ट 2022
- 4 फोर्ब्स ग्लोबल 2000 लिस्ट- 2022
- 5 प्रदूषण के कारण मौत पर लैंसेट रिपोर्ट
- 6 टाइम के 100 सबसे प्रभावशाली लोग 2022
- 7 यात्रा और पर्यटन विकास सूचकांक 2021
- 8 स्टेट ऑफ द वर्ल्ड्स बर्ड्स
- 9 आंकड़ों में सूखा रिपोर्ट 2022
- 10 विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022
- 11 स्टेट ऑफ द ग्लोबल क्लाइमेट- 2021
- 12 राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2021 रिपोर्ट