एसडीजी शहरी सूचकांक 2021-22

भारत-जर्मनी साझेदारी के तहत नीति आयोग ने 23 नवंबर, 2021 को ‘एसडीजी शहरी सूचकांक और डैशबोर्ड 2021-22’ (SDGs Urban Index and Dashboard 2021-22) जारी किया।

महत्वपूर्ण तथ्यः एसडीजी शहरी सूचकांक और डैशबोर्ड में एसडीजी ढांचे के सभी 46 लक्ष्यों में 77 एसडीजी सूचकों के आधार पर 56 शहरी क्षेत्रों की रैंक पेश की गई है।

  • प्रत्येक एसडीजी के लिए, शहरी क्षेत्रों को 0-100 के पैमाने पर रैंक किया गया है। 100 के स्कोर का अर्थ है शहरी क्षेत्र ने 2030 के लिए निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त कर लिया है; 0 के स्कोर का अर्थ है कि यह चयनित शहरी क्षेत्रों में लक्ष्यों को प्राप्त करने के मामले में सबसे पीछे है।
  • शहरी क्षेत्रों को उनके समग्र स्कोर के आधार पर वर्गीकृत किया गया है-
    • आकांक्षी (एस्पिरेंट): 0-49
    • अच्छा प्रदर्शन करने वाला (परफॉर्मर): 50-64
    • बहुत अच्छा प्रदर्शन करने वाला (फ्रंट रनर): 65-99
    • लक्ष्य को प्राप्त कर लेने वाला (अचीवर): 100
  • सूचकांक में शिमला प्रथम स्थान पर, इसके बाद कोयंबटूर दूसरे और चंडीगढ़ तीसरे स्थान पर है। सूचकांक में सबसे निचले 56वें स्थान पर धनबाद है, इसके अलावा मेरठ 55वें तथा ईटानगर 54वें स्थान पर है।

जीके फ़ैक्ट

  • सूचकांक में शामिल 56 शहरी क्षेत्रों में से 44 दस लाख से अधिक की आबादी वाले हैं। इनमें दस लाख से कम आबादी वाले 12 शहर विभिन्न राज्यों की राजधानियां हैं।

राष्ट्रीय परिदृश्य