गंगा उत्सव 2021

स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन (NMCG) द्वारा 1 से 3 नवंबर, 2021 तक 5वां ‘गंगा उत्सव 2021 - द रिवर फेस्टिवल’ आयोजित किया गया। इस दौरान कई पहलें लॉन्च की गई।

2021 का उद्देश्यः गंगा उत्सव को भारत के विभिन्न नदी घाटियों तक ले जाना।

सतत शिक्षण और गतिविधि पोर्टलः ‘ट्री क्रेज फाउंडेशन’ द्वारा विकसित ‘नमामि गंगे’ का ‘सतत शिक्षण और गतिविधि पोर्टल’ (Continuous Learning and Activity Portal: CLAP) एक संवादात्मक पोर्टल है, जो भारत में नदियों के संरक्षण एवं उससे संबंधित मामलों में पहल करने की दिशा में काम कर रहा है।

गंगा एटलसः आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर राजीव सिन्हा, द्वारा तैयार किए गए ‘गंगा एटलस’ में चैनल आकारिकी (channel morphology), भूमि उपयोग और भूमि कवर, नदी की गतिशीलता और संबंधित मुद्दों के संदर्भ में पिछले 5-6 दशकों के दौरान गंगा नदी में हुए परिवर्तन का दस्तावेज प्रस्तुत किया गया है।

गंगा मशालः ‘गंगा कार्य बल’ के नेतृत्व में गंगा नदी के किनारे 23 स्टेशनों को कवर करने वाले एक अभियान ‘गंगा मशाल’ को दिल्ली से रवाना किया गया। यह स्थानीय लोगों और नमामि गंगे स्वयंसेवकों को संवेदनशील बनाने में मदद करेगा।

अन्य तथ्यः NMCG ने ‘गंगा उत्सव’ के पहले दिन फेसबुक पर एक घंटे के दौरान हस्तलिखित नोटों के साथ अपलोड किए गए सर्वाधिक तस्वीरों के लिए ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में भी पंजीकरण दर्ज किया।

जीके फ़ैक्ट

  • गंगा नदी को ‘राष्ट्रीय नदी’ के रूप में घोषित करने की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 4 नवंबर को हर साल ‘गंगा उत्सव’ मनाया जाता है। 4 नवंबर, 2008 को गंगा नदी को ‘राष्ट्रीय नदी’ के रूप में घोषित किया गया था।

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