अर्थ गंगा मॉडल
23 अगस्त, 2022 को राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक ने विश्व जल सप्ताह 2022 के दौरान ‘अर्थ गंगा मॉडल’ के बारे में चर्चा की।
- ‘अर्थ गंगा’ का तात्पर्य गंगा से संबंधित आर्थिक गतिविधियों पर ध्यान देने के साथ एक सतत विकास मॉडल है।
- पीएम मोदी ने पहली बार 2019 में कानपुर में पहली राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक के दौरान इस अवधारणा को पेश किया।
- अर्थ गंगा के तहत, सरकार 6 कार्यक्षेत्रों पर काम कर रही हैः
- पहला जीरो बजट प्राकृतिक खेती है।
- दूसरा कीचड़ और अपशिष्ट जल का मुद्रीकरण और पुनः उपयोग।
- तीसरा हाट बनाकर आजीविका सृजन के अवसर उत्पन्न करना।
- चौथा नदी से जुड़े हितधारकों के बीच समन्वय बढ़ाकर जनभागीदारी बढ़ाना।
- पांचवा मॉडल नाव यात्रा को बढ़ावा।
- छठा बेहतर जल प्रशासन के लिए स्थानीय प्रशासन को सशक्त बनाना।
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 शुष्कता विसंगति आउटलुक सूचकांक
- 2 नेचर इंडेक्स 2022
- 3 गोबर से संपीडित बायोगैस परियोजना
- 4 कच्छल द्वीप पर मैंग्रोव आवरण का घटना
- 5 ऊर्जा संरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2022
- 6 ग्रेट बैरियर रीफ़ में बढोत्तरी
- 7 जलीय गुणवत्ता वाली नाउकास्टिंग प्रणाली का शुभारंभ
- 8 लंबी उंगलियों वाले चमगादड़ों की खोज
- 9 बेंट-टोड गेको
- 10 हिम तेंदुआ
- 11 प्रवासी मोनार्क तितलियां लुप्तप्राय घोषित
- 12 मेगालोडन जीव
- 13 पेटकोक
- 14 तस्मानियाई टाइगर
- 15 इथेनॉल की आपूर्ति
- 16 रोशनी लालटेन
- 17 जलवायु कार्रवाई में तेजी लाने के लिए एक नई पहल
- 18 75 रामसर स्थल
- 19 तमिलनाडु का पांचवा हाथी रिजर्व