ग्रेट बैरियर रीफ़ में बढोत्तरी

हाल ही में, ऑस्ट्रेलियन इंस्टीटड्ढूट ऑफ मरीन साइंस (Australian Institute of Marine Science- AIMS) द्वारा ग्रेट बैरियर रीफ पर एक रिपोर्ट जारी की गई। इस रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 36 वर्षों में ग्रेट बैरियर रीफ के उत्तरी और मध्य भागों में ‘कोरल कवर’ का उच्चतम स्तर दर्ज किया गया है।

कोरल रीफ क्या है?

  • कोरल वास्तव में जीवित जीव होते हैं। प्रवाल भित्तियां या प्रवाल शैल-श्रेणियां समुद्र के भीतर स्थित चट्टान हैं जो प्रवालों द्वारा छोड़े गए कैल्सियम कार्बोनेट से निर्मित होती हैं। कोरल एक प्रकार के शैवाल जूजैंथेला (Zooxanthellae) से सहजीवी (symbiolic) रूप से संबंधित होते है। ये शैवाल कोरल को प्रकाश संश्लेषण की क्रिया सम्पन्न कर के पोषक तत्व उपलब्ध करवाते है जबकि जूजैंथेला को एक आश्रय स्थल की प्राप्ति होती है।
  • प्लैंकटन शैवाल नामक छोटे जीव इनका मुख्य भोजन है। कोरल शिवाल के साथ सहजीवन में रहते है और इनसे ही पोषक तत्व प्राप्त करते है।
  • कोरल के ऊतक वास्तव में रंगहीन (सफेद) होते है उनमें रंग उनके ऊतक में रहने वाले जूजैंथेला के कारण होता है। कोरल रीफ का निर्माण पोलीप्स से होता है।
  • इनकी अस्थि पंजर कैल्शियम कार्बोनेट का बना होता है। कोरल रीफ का निर्माण इनके अस्थि पंजर के एक के ऊपर एक जमा होने से होती है।

GK फ़ैक्ट

  • ग्रेट बैरियर रीफ दुनिया का सबसे व्यापक और शानदार प्रवाल भित्ति पारिस्थितिकी तंत्र है। ग्रेट बैरियर रीफ ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड के तट पर कोरल सागर (उत्तर-पूर्वी तट) में स्थित है। इसे 1981 में विश्व धरोहर स्थल के रूप में चुना गया था।