भारत में मुंह के कैंसर पर पहला अध्ययन

जून 2021 में टाटा मेमोरियल सेंटर ने भारत में मुंह के कैंसर की बीमारी और उपचार की लागत पर अपनी तरह का पहला अध्ययन प्रकाशित किया।

महत्वपूर्ण तथ्यः भारत ने 2020 में मुंह के कैंसर के इलाज पर लगभग 2,386 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसका भुगतान बीमा योजनाओं, सरकारी और निजी क्षेत्र द्वारा, जेब से भुगतान और धर्मार्थ दान या इन सब को मिला कर किया गया।

  • गंभीर स्थिति (Advanced stages) के उपचार की इकाई लागत प्रारंभिक चरणों की लागत की तुलना में 42% अधिक पाई गई। साथ ही, सामाजिक-आर्थिक स्तर में वृद्धि के कारण इकाई लागत में औसतन 11% की कमी आई।
  • उपचार में चिकित्सा उपकरणों की लागत, पूंजीगत लागत का 97.8% हिस्सा है, जिसमें सबसे अधिक योगदान रेडियोलॉजी सेवाओं का है, इनमें सीटी, एमआरआई और पीईटी स्कैन शामिल हैं।
  • सर्जरी में अतिरिक्त कीमो और रेडियोथेरेपी को शामिल करने से उपचार की औसत लागत में 44.6% की वृद्धि हुई।
  • पुरुषों में सबसे आम मुंह के कैंसर से भारत में कैंसर का बोझ बढ़ गया है। वास्तव में, 2020 में वैश्विक मुंह के कैंसर के मामलों के लगभग एक-तिहाई मामले भारत से थे।

जीके फैक्ट

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, कैंसर विश्व स्तर पर मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है, जिसमें लगभग 70% कैंसर के मामले निम्न और मध्यम आय वाले देशों में होते हैं।

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