एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक पर जागरूकता अभियान

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने 8 जून, 2021 को ‘एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक पर जागरूकता अभियान’ (Awareness campaign on Single Use plastics) का शुभारंभ किया।

महत्वपूर्ण तथ्यः संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP), जर्मन संगठन जीआईजेड और फिक्की के साथ मिलकर पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय मिलकर 2 माह के इस जागरूकता अभियान का आयोजन कर रहा है, जिसमें ‘एकल उपयोग वाले प्लास्टिक’ और ‘प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन’ से संबंधित विभिन्न विषयों पर वार्तालाप सत्र शामिल होंगे।

  • स्टार्ट-अप्स/उद्यमियों और उच्च शिक्षा संस्थानों के छात्रों को प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने और एकल उपयोग प्लास्टिक के विकल्प विकसित करने हेतु अभिनव समाधान प्रस्तुत करने हेतु ‘इंडिया प्लास्टिक चैलेंज-हैकथॉन 2021’ की घोषणा की गई है।
  • प्लास्टिक प्रदूषण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए, स्कूली छात्रों के लिए एक ‘अखिल भारतीय निबंध लेखन प्रतियोगिता’ की भी घोषणा की गई।
  • ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री द्वारा 2022 तक एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक को समाप्त करने का आह्वान किया गया है।

भारत सरकार द्वारा किये गए प्रयासः सरकार ने पहले ही देश में प्लास्टिक कचरे के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है।

  • पर्यावरण मंत्रालय ने पहली बार प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन नियम, 2016 अधिसूचित किए थे। इन नियमों के तहत 50 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक कैरी बैग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, क्योंकि इनका पुनर्चक्रण नहीं किया जा सकता।

जीके फैक्ट

  • पर्यावरण मंत्रलय ने मार्च 2021 में डिस्पोजेबल प्लास्टिक कटलरी (disposable plastic cutlery) आदि जैसी 12 एकल उपयोग वाले प्लास्टिक की वस्तुओं को प्रतिबंधित करने के संबंध में एक मसौदा अधिसूचना जारी की है।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी